Rahul Gandhi Latest News – भारतीय राजनीति के बारें में जब भी देश विदेश में कही भी चर्चा होती हो और उस चर्चा में भारतीय राजनीति से जुड़े प्रमुख नेताओ की बात चल रही हो तो उनमें राहुल गांधी का नाम शामिल किये बिना वह चर्चा अधूरी मानी जायेगी. हाँ, यह बिलकुल सच हैं, विशेषकर विगत के कुछ वर्षो में राहुल गांधी देश के सबसे चर्चित नेताओ में शामिल हो चुके हैं. भारत का चाहे प्रिंट मिडिया हो, चाहे इलेक्ट्रॉनिक मीडिया हो अथवा सोशल मीडिया हो, हर स्थान पर राहुल गांधी ही छाये रहते हैं., यहाँ तक कि वह देश के कई प्रमुख केंद्रीय मंत्रियों से भी अधिक चर्चा में रहते हैं. इसलिए राहुल गांधी, जो भारत के सबसे प्रमुख नेताओ में शामिल हैं, वह किसी परिचय के मोहताज नहीं है. उनकी गिनती देश के सबसे चर्चित नेताओ में होती हैं. फिर भी अगर उनके जीवन की संक्षिप्त परिचय की बात करें तो वह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और कांग्रेस के आलाकमान सोनिया गांधी के पुत्र है. इतना ही नहीं वह कांग्रेस के सर्वोच्च नेता माने जाते हैं. राजनीति उनके खानदान का एक अभिन्न हिस्सा रहा है. देश में लम्बे समय तक कांग्रेस पार्टी की शासन रही है और वर्तमान में वह विपक्ष की भूमिका में है. इस लेख में हम आपको केरल के वायनाड के वर्तमान सांसद व कांग्रेस के सर्वोच्च नेता राहुल गाँधी की जीवनी (Rahul Gandhi Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
राहुल गाँधी की जीवनी (Rahul Gandhi Biography in Hindi)
नाम | राहुल गाँधी |
उम्र | 52 साल |
जन्म तारीख | 19 जून 1970 |
जन्म स्थान | दिल्ली, भारत |
शिक्षा | मास्टर ऑफ़ फ़िलॉसफ़ी |
कॉलेज | दिल्ली विश्वविद्यालय, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और |
वर्तमान पद | केरल के वायनाड के वर्तमान सांसद व कांग्रेस के सर्वोच्च नेता |
व्यवसाय | राजनेता |
राजनीतिक दल | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
पिता का नाम | स्वर्गीय श्री राजीव गांधी |
माता का नाम | श्रीमती सोनिया गांधी |
बहन का नाम | प्रियंका गांधी |
जीजाजी का नाम | रोबर्ट वाड्रा |
भतीजा का नाम | रेहान वाड्रा |
भतीजी का नाम | मिराया वाड्रा |
स्थाई पता | 24, अकबर रोड, नई दिल्ली 110 011, भारत |
वर्तमान पता | 12, तुगलक लेन, नई दिल्ली 110 011, भारत |
राहुल गाँधी का जन्म और परिवार (Rahul Gandhi Birth & Family)
राहुल गांधी का जन्म 19 जून, 1970 को नई दिल्ली में हुआ था. उनके पिता भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे. जबकि उनकी माता कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी है. उनकी माता सोनिया गांधी इटालियन है. बाद में वह राजीव गांधी से प्रेम विवाह करके भारत में बस गई और भारतीय नागरिकता को ग्रहण कर लिया. उनकी छोटी बहन प्रियंका गांधी भी राजनीति में उनका साथ दिया करती हैं. वह अपने भाई राहुल गांधी से दो वर्ष छोटी है. जबकि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी राहुल गांधी की दादी थी और उनके दादा का नाम फिरोज था. उनके चाचा का नाम संजय गांधी था, जिनकी हवाई दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी. राहुल गांधी के दादा पारसी थे. राहुल गांधी ने विवाह नहीं किया हैं और वह अब तक कुवारें हैं. इसलिए उनका अपना कोई परिवार नहीं हैं. परिवार के नाम पर उनकी माँ सोनिया गांधी, छोटी बहन प्रियंका गांधी और बहन की दोनों संताने हैं.
राहुल गांधी की माता सोनिया गांधी इटालियन मूल की ईशाई है और वह ईशाई धर्म को मानती हैं जबकि बहन प्रियंका गांधी वाड्रा बौद्ध धर्म को मानती हैं. हालांकि राहुल गांधी हिन्दू धर्म को मानते हैं. यदि जाति की बात करें तो वह अपने आपको ब्राह्मण जाति की बतलाते हैं. राहुल गांधी का जन्म स्थान गृह नगर और वर्तमान नगर जहाँ वह अभी रह रहें हैं, नई दिल्ली हैं.
राहुल गाँधी की शिक्षा (Rahul Gandhi Education)
राहुल गांधी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल से पूरी की. उसके बाद उनकी पढाई देहरादून की बोर्डिंग स्कूल से हुई. इसके अलावा सुरक्षा कारणों से कुछ समय तक उनकी शिक्षा घर पर ही हुई थी. बाद में 1995 वह हार्वर्ड यनिवर्सिटी के ट्रिनिटी (Trinity) कॉलेज से एमफिल (Development Studies) किया था.
- अशोक गहलोत की जीवनी
- प्रताप सिंह खाचरियावास की जीवनी
- सचिन पायलट की जीवनी
- मल्लिकार्जुन खड़गे की जीवनी
- नवजोत सिंह सिद्धू की जीवनी
- कमल नाथ की जीवनी
- ग़ुलाम नबी आज़ाद की जीवनी
- भूपेंद्र सिंह हुड्डा की जीवनी
- पी. चिदंबरम की जीवनी
राहुल गाँधी का शुरूआती जीवन (Rahul Gandhi Early Life)
बताया जाता हैं कि राहुल गांधी अपनी पढाई पूरी करने के बाद कुछ समय तक एक विदेशी मैनेजमेंट कंपनी मॉनिटर ग्रुप के लिए तीन वर्ष तक काम किया था. लेकिन आश्चर्य की बात यह हैं कि इस कंपनी में वह अपने नकली नाम का प्रयोग किया था. उस कंपनी में राहुल गांधी ने अपना नाम रॉल विंसी बताया था और लोग उन्हें वहां उसी नाम से जानते थे. अब चूँकि राहुल गांधी की लुक, रहन सहन, भाषा में कही से भी भारतीयता नहीं दिखती थी इसलिए वहां उन्हें नहीं पहचाना जा सका था. राहुल गांधी से जुड़े यह कडुआ सच का उनके जीवन का एक अभिन्न हिस्सा हैं. क्योंकि वहां उन्होंने अपने जीवन का तीन वर्ष बिताया. बाद में वह 2002 – 03 में मुंबई की एक आउटसोर्सिंग कंपनी के निदेशक मंडल में मेंबर बन गएँ.
राहुल गाँधी का राजनीतिक करियर (Rahul Gandhi Political Career)
राहुल गांधी के पिता और दादी राजनीति में थे साथ ही वे देश की एक राष्ट्रीय राजनीतिक पार्टी कांग्रेस को भी चलाते थे इसलिए राहुल गांधी का बचपन राजनीतिक माहौल में बीतना बिलकुल स्वाभाविक सा था. वह देश के एक ऐसे परिवार से आते है जहाँ राजनीति की बुनियाद तैयार की जाती रही है. पिता राजीव गांधी, दादी इंदिरा गांधी दोनों भारत के प्रधानमंत्री रह चुके है. बाद में उनकी माँ सोनिया गांधी भी राजनीति में आ गई और वह कांग्रेस की चेयर पर्सन (अध्यक्ष) भी बन गई. इतना ही नहीं कांग्रेस गांधी परिवार की पार्टी रही हैं. इसलिए राजनीति करना उनके खानदानी पेशा में से एक रहा हैं. परन्तु इतना होने के बाद भी शुरूआती दिनों में राहुल गांधी राजनीति से दूर रहे है. विद्यार्थी जीवन में वह न केवल राजनीति से बल्कि आम जनता से भी दुरी बना कर बिताया था. हालांकि कांग्रेस का कहना हैं कि सुरक्षा कारणों से राहुल गांधी ने आम जनता से दुरी बना कर जीवन बिताया. लेकिन बाद में राहुल गांधी सक्रिय राजनीति में प्रवेश कर गएँ.
वैसे तो राहुल गांधी जिस परिवार से आती है वहां राजनीति में आना एक सामान्य सी बात है. क्योंकि वह उस परिवार से है जिससे देश के बड़े बड़े नेता जुड़कर अपना करियर बनाते है. नाम कमाते है, धन अर्जित करते है, सांसद, विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक बनते रहें है. शुरू में वह अपनी माँ सोनिया गांधी के सहयोग करने के उद्देश्य से लोगो के बीच आना शुरू किया. मगर 2004 में वह उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट से आम चुनाव लड़कर अपनी राजनीतिक करियर की शुरुआत की. इसके बाद तो राहुल गांधी अमेठी से लगातार 3 बार (2004, 2009, 2014) सांसद चुने गए.
2014 – 2019 तक जब भाजपा का प्रभुत्व देश में हर जगह बढ़ गया था तब इसका असर राहुल गांधी की लोकसभा सीट अमेठी पर भी पड़ना स्वाभाविक था. इसलिए राहुल गांधी ने अमेठी के अलावा केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़ने का निर्णय लिया. क्योंकि अमेठी में उनका सामना भाजपा की लोकप्रिय नेत्री स्मृति ईरानी जी से था. परिणाम आया और उनका अनुमान सही निकला.
2019 में राहुल गांधी बीजेपी की नेत्री स्मृति ईरानी जी से 55,120 वोट से चुनाव हार गए. लेकिन केरल के वायनाड से वह चुनाव जीत गए. इस तरह 2019 में राहुल गांधी ने अपना पारम्परिक गढ़ जहाँ से वह तीन बार सांसद चुने जा चुके थे, जहाँ से कभी उनके स्वर्गीय पिता राजीव गांधी चुनाव लड़ा करते थे, वहां से वह पराजित हो गए.
वर्तमान में राहुल गांधी केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना करने के लिए देश – विदेश में जाने जाते है. इसके साथ ही राहुल गांधी केरल के वायनाड लोकसभा सीट से सांसद है और पूर्व में वह कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके है. वह कांग्रेस पार्टी के सर्वोच्च नेताओ में शामिल हैं और केंद्र की मोदी सरकार के कट्टर आलोचक हैं. इसके साथ ही वह विपक्ष की भूमिका की भूमिका निभा रहें हैं.
- 2004, 2009, 2014 – उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा से लगातार सांसद निर्वाचित
- 2019 – केरल के वायनाड लोकसभा से सांसद निर्वाचित
- 16 दिसंबर, 2017 – 3 अगस्त, 2019 – कांग्रेस का अध्यक्ष
राहुल गाँधी की संपत्ति (Rahul Gandhi Net Worth)
- खेती वाली जमीन – 1,32,48,284 (करोड़) रूपये
- गैर-खेती वाली जमीन – NIL
- कमर्शियल बिल्डिंग – 8,75,70,000 (करोड़) रूपये
- आवासीय भवन – NIL
- बैंक डिपॉजिट एवं अन्य जमा – 17,93,693 लाख रूपये
- कैश – 40,000 हजार रूपये
- बांड्स एवं शेयर – 5,19,44,682 (करोड़) रूपये
- ज्वेलरी – 2,91,367 लाख रूपये
- वाहन – NIL
- अन्य सम्पत्ति – NIL
- कुल संपत्ति – 15,88,77,063 (करोड़) रूपये
Note – संपत्ति की जानकारी उनके द्वारा दी गई 2019 के लोकसभा चुनाव के समय की है, जो फाइनेंसियल ईयर 2017-18 पर आधारित है.
- अजय माकन की जीवनी
- गोविन्द सिंह डोटासरा की जीवनी
- सी.पी. जोशी की जीवनी
- दिग्विजय सिंह की जीवनी
- शशि थरूर की जीवनी
- अशोक चांदना की जीवनी
इस लेख में हमने आपको कांग्रेस के सर्वोच्च नेता राहुल गाँधी की जीवनी (Rahul Gandhi Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.