Sonia Gandhi Latest News – सोनिया गांधी भारत की राजनीति का एक जाना माना नाम है. इसका कारण है, उनका गांधी परिवार का हिस्सा होना. सोनिया गांधी जिस समय राजीव गांधी से विवाह करके भारत आयी थी, तब वह राजनीति से दूर रहने का मन बनाया था और ऐसा हुआ भी. वह इंदिरा गांधी के रहते कभी भी, किसी भी जनसभा में लोगो के सामने नहीं आयी थी मगर यह आश्चर्य की बात है कि राजनीति से दूर रहने की इच्छा रखने वाली सोनिया गांधी कांग्रेस की सबसे अधिक समय तक अध्यक्ष रहने का रिकॉर्ड बनाया है. इतना ही नहीं पार्टी में शामिल होने के बाद वह लम्बे समय तक कांग्रेस की बागडोर प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से संभालती रही है.
इस लेख में हम आपको कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की जीवनी (Sonia Gandhi Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
सोनिया गांधी की जीवनी (Sonia Gandhi Biography in Hindi)
असली नाम | एंटोनिया एडविज अल्बिना माइनो |
उम्र | 76 साल |
जन्म तारीख | 9 दिसम्बर 1946 |
जन्म स्थान | लूसियाना, वेनेटो, इटली |
शिक्षा | – |
कॉलेज | कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, बेल एजुकेशनल ट्रस्ट |
पद | कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष |
व्यवसाय | राजनेता |
राजनीतिक दल | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
वैवाहिक स्थिति | – |
पिता का नाम | स्टेफानो माइनो |
माता का नाम | पाओला माइनो |
पति का नाम | राजीव गांधी |
बच्चे | एक बेटा और एक बेटी |
बेटी का नाम | प्रियंका गांधी |
बेटे का नाम | राहुल गांधी |
दामाद का नाम | प्रियंका गांधी वाड्रा |
स्थाई पता | 10, जनपथ, नई दिल्ली – 110011 |
वर्तमान पता | 10, जनपथ, नई दिल्ली – 110011 |
फोन नंबर | (011) 23014481 |
ईमेल | soniagandhi@sansad.nic.in |
सोनिया गांधी का जन्म और परिवार (Sonia Gandhi Birth & Family)
सोनिया गांधी का जन्म 9 दिसंबर, 1946 को इटली के वैनेतो के एक छोटे से गांव लुसियाना में हुआ था, जो विसेंजा के करीब है. सोनिया गांधी का वास्तविक नाम अन्टोनिया एडवीज अल्बिना मायनो है. वह एक रोमन कैथोलिक परिवार से है. अन्टोनिया एडवीज अल्बिना मायनो उर्फ सोनिया गांधी के पिता का नाम स्टेफिनो था और माता का नाम पाओला मायनो था. सोनिया गांधी के पिता स्टेफिनो पूर्व फासिस्ट सिपाही थे. उन्होंने द्वितीय विश्वयुद्ध में सेना के सिपाही के रूप में काम किया था और सोवियत सेना के विरुद्ध लड़ाई लड़ी थी. वह मुसोलिनी के समर्थक थे. बाद में उन्होंने भवन निर्माण ठेकेदार का काम आरम्भ कर दिया. सोनिया गांधी की दो बहने है.
बाद में पढाई के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बड़े बेटे राजीव गांधी से उनकी मित्रता हो गई और फिर बाद में उन दोनों ने विवाह कर लिया. राजीव गांधी से प्रेम विवाह करके भारत में बस गई और भारतीय नागरिकता को ग्रहण कर लिया. सोनिया गांधी की सास इंदिरा गांधी और पति राजीव गांधी दोनों भारत के प्रधानमंत्री व कांग्रेस के सर्वेसर्वा रह चुके है.
सोनिया गांधी की दो संतान है, एक बेटा और एक बेटी. बेटी का नाम प्रियंका गांधी है और बेटे का नाम राहुल गांधी है. अभी दोनों सक्रीय राजनीति में छाये हुए है और तत्कालीन मोदी सरकार के धुर विरोधी है. सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी, वाड्रा परिवार में विवाह के बाद प्रियंका वाड्रा के नाम से जानी जाती है.
सोनिया गांधी मूल रूप से ईशाई है और वह राजीव गांधी से प्रेम विवाह के बाद भी ईशाई धर्म ही मानती है.
सोनिया गांधी की शिक्षा (Sonia Gandhi Education)
सोनिया गांधी का शुरूआती जीवन इटली के ट्यूरिन के पास ओवरबसनो में बीता. सोनिया गांधी के मायके के परिवार अभी भी वही रहते है. सोनिया गांधी चूँकि एक विदेशी ईशाई थी इसलिए उसकी प्रारम्भिक शिक्षा भी कैथोलिक स्कूल में ही हुई. 1964 में वह उच्च शिक्षा के लिए लंदन के कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय गई जहाँ वह भाषा विद्यालय के स्माल लैंग्वेज कॉलेज में अंग्रेजी भाषा का अध्ययन करने लगी. पढाई के दौरान ही सोनिया गांधी अपना खर्च निकालने के लिए उसी यूनिवर्सिटी के एक रेस्त्रो वार्सिटी में एक वेट्रेस का काम करने लगी. विवाह के 17 वर्षो के बाद 1983 में सोनिया गांधी ने भारतीय नागरिकता को स्वीकार किया और इटली को अपना पासपोर्ट सौप दिया.
सोनिया गांधी का राजनीतिक करियर (Sonia Gandhi Political Career)
वैसे तो सोनिया गांधी का जिस परिवार में विवाह हुआ था वहां राजनीति में आना एक सामान्य सी बात है. क्योंकि वह उस परिवार से है, जिससे देश के बड़े बड़े नेता जुड़कर अपना करियर बनाते रहे है. नाम कमाते है, धन अर्जित करते है, सांसद, विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक बनते है. जहाँ राजनीति की बुनियाद तैयार की जाती रही है. लेकिन इसके बावजूद सोनिया गांधी ने राजीव गांधी से विवाह के बाद भी लम्बे समय तक कांग्रेस पार्टी व राजनीति से दुरी बनाये रखी. उन्होंने न कोई चुनाव लड़ा और न ही अपनी सास के साथ कभी किसी राजनीतिक रैली, भाषण या दूसरे देशो के नेताओ के साथ कभी कही दिखी. इसका कारण था सोनिया गांधी का राजनीति को नापसंद करना. अब यही कारण था कि सोनिया गांधी का राजीव गांधी के साथ विवाह के बाद भी राजीव गांधी का सक्रिय राजनीति से दुरी रखना, मगर संजय गांधी की हवाई दुर्घटना में हुई मृत्यु के बाद राजीव गांधी माता इंदिरा गांधी का साथ देने के लिए सक्रिय राजनीति में आ गए.
- अजय माकन की जीवनी
- मल्लिकार्जुन खड़गे की जीवनी
- ग़ुलाम नबी आज़ाद की जीवनी
- ममता बनर्जी की जीवनी
- पी. चिदंबरम की जीवनी
- अशोक गहलोत की जीवनी
- सचिन पायलट की जीवनी
- दिग्विजय सिंह की जीवनी
- कमल नाथ की जीवनी
- शशि थरूर की जीवनी
इंदिरा गांधी की हत्या होने के बाद राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री बने और उसी के बाद सोनिया गांधी उनके साथ जनसभाओं में, रैलियों में और विभिन्न दौरों में दिखाई पड़ने लगी लेकिन इसके बावजूद वह उस समय तक भी न तो कांग्रेस पार्टी में शामिल हुई थी और न ही आधिकारिक तौर से सक्रिय राजनीति में आयी थी. सोनिया गांधी ने तब तक न कोई चुनाव नहीं लड़ा और न ही पार्टी में कोई पद ग्रहण नहीं किया था. वह अपने पति राजीव गांधी की पत्नी के तौर पर उनके साथ रहा करती थी.
सोनिया गांधी का सक्रिय राजनीति में आना राजीव गांधी की हत्या के 7 वर्षो के बाद 1997 में हुआ था. सोनिया गांधी ने उसी वर्ष कोलकाता के प्लेनेटो सेशन में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ले ली.
सोनिया गांधी ने अपने जीवन का पहला चुनाव 1999 में लड़ा. वह एक साथ दो सीटों पर चुनाव लड़ा. एक कर्णाटक के बेल्लारी से तो दूसरा उत्तर प्रदेश की अमेठी से. उस समय कर्णाटक के बेल्लारी पर सुषमा स्वराज भी चुनाव लड़ रही थी. वह सुषमा स्वराज थी जो बाद में मोदी सरकार में विदेश मंत्री बनी और अब वह हमारे बीच नहीं रही है.
1999 में सोनिया गांधी ने दोनों ही सीटों पर जीत गई और सुषमा स्वराज को हार का सामना करना पड़ा. बाद में सोनिया गांधी ने बेल्लारी से त्यागपत्र दे दिया और अमेठी वाली सीट पर वह सांसद बनी रही.
राजनीति से दुरी रखने की इच्छा लिए भारत आने वाली सोनिया गांधी लम्बे समय तक कांग्रेस की अध्यक्ष रही है. सोनिया गांधी ने दिसंबर 2017 में कांग्रेस अध्यक्ष के अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दिया. जिसके बाद सोनिया के बेटे राहुल ने कांग्रेस पद को संभाला मगर बेटे के त्यागपत्र के बाद वह एक बार फिर से 2019 में कांग्रेस का अंतरिम अध्यक्ष बन गई. हालांकि वर्तमान में वह अभी इस पद पर नहीं है.
सोनिया गांधी की उपलब्धियां (Sonia Gandhi Political Achievements)
- 1997 – कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता ली.
- 1999 – कर्णाटक के बेल्लारी और उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और दोनों ही सीटों पर जीत गई.
- 1999 – अटल बिहारी वाजपेयी की भाजपा नेतृत्व वाली राष्ट्रीय राजनीतिक गठबंधन (राजग) सरकार के कार्यकाल की अवधि में लोकसभा में विपक्ष की नेत्री चुनी गई.
- 2004 – आम चनाव में अटल बिहारी नेतृत्व वाली भाजपा के ‘इंडिया शाइनिंग’ के नारे के बदले ‘आम आदमी’ के नारे के साथ देशव्यापी अभियान का नेतृत्व किया.
- 2004-14 – यूपीए सरकार का गठन किया और मनमोहन का सरकार का नेतृत्व किया.
- 2004-19 – उत्तर प्रदेश के रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से लगातार जीत.
सोनिया गांधी की संपत्ति (Sonia Gandhi Net Worth)
- खेती वाली जमीन – 7,29,61,793 करोड़ रूपये
- गैर-खेती वाली जमीन – NIL
- कमर्शियल बिल्डिंग – NIL
- आवासीय भवन – 0 रूपये
- कैश – 60,000 हजार रूपये
- बैंक डिपॉजिट एवं अन्य जमा – 16,59,883 लाख रूपये
- बांड्स एवं शेयर – 2,75,39,505 करोड़ रूपये
- वाहन – NIL
- ज्वेलरी – 59,97,211 लाख रूपये
- अन्य सम्पत्ति – 23,20,110 लाख रूपये
- कुल संपत्ति – 11,82,63,916 करोड़ रूपये
Note – संपत्ति की जानकारी उनके द्वारा 2019 के लोकसभा चुनाव के समय दी गई है.
इस लेख में हमने कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की जीवनी (Sonia Gandhi Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.