mamata banerjee biography in hindi
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Mamata Banerjee Latest News – बंगाल की राजनीति में एकछत्र राज्य करने वाले यदि किसी नेता का आज के समय नाम लिया जाएँ तो वह नाम निश्चित रूप से ममता बनर्जी ही होगा. 1975 में बंगाल में महिला कांग्रेस (I) की जनरल सेक्रेटरी से अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत करने वाली ममता बनर्जी अब अपनी स्वयं की पार्टी तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो है. ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस का गठन 1998 में कांग्रेस पार्टी से अलग होने के बाद किया था. उन्हे जल्द ही इस क्षेत्रीय दल को लोगो का साथ मिलना शुरू हो गया और इसी का परिणाम था कि ममता बनर्जी ने मात्र 13 वर्ष बाद ही साल 2011 में बंगाल में एक शानदार जीत हासिल की. इस जीत के साथ ही राज्य में 34 वर्ष तक एकछत्र राज्य करने वाली वाम मोर्चा सरकार (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी – मार्क्सवादी) का प्रभुत्व समाप्त हो गया. कहा जाता था बंगाल में कम्युनिस्ट शासन का अंत आसान नहीं है, मगर ममता बनर्जी ने वह भी कर दिया. ममता बनर्जी साल 2011 से लेकर अब तक लगातार राज्य में तीन बार मुख्यमंत्री बन चुकी है.

इस लेख में हम आपको तृणमूल कांग्रेस  पार्टी (TMC) की चीफ व बंगाल की वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जीवनी (Mamata Banerjee Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

ममता बनर्जी की जीवनी (Mamata Banerjee Biography in Hindi)

नाम ममता बनर्जी
उम्र 68 साल
जन्म तारीख 5 जनवरी, 1955
जन्म स्थान कलकत्ता, पश्चिम बंगाल, भारत
शिक्षा बीए, एमए, बीएड, एलएलबी
कॉलेज कोलकाता विश्वविद्यालय
वर्तमान पद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री
व्यवसाय राजनेता
राजनीतिक दल अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस
वैवाहिक स्थिति अविवाहित
पिता का नाम प्रोमिलेश्वर बनर्जी
माता का नाम गायत्री देवी
भाई का नाम अमित बनर्जी, अजित बनर्जी, काली बनर्जी, बाबेन बनर्जी, गणेश बनर्जी, समीर बनर्जी
भतीजा का नाम अभिषेक बनर्जी
स्थाई पता आर/ओ 30बी, हरीश चटर्जी स्ट्रीट, कोलकाता – 700026
वर्तमान पता आर/ओ 30बी, हरीश चटर्जी स्ट्रीट, कोलकाता – 700026
ऑफिस का पता नबन्ना (14वीं मंजिल) 325, शरत चटर्जी रोड,  दिरतला, शिबपुर, हावड़ा -711102
फोन नंबर 033)2214-5555, 2214-3101
ईमेल cm@wb.gov.in

ममता बनर्जी का जन्म और परिवार (Mamata Banerjee Birth & Family)

ममता बनर्जी का जन्म 5 जनवरी, 1955 को बंगाल की राष्ट्रीय राजधानी कोलकाता के बंगाली परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम प्रोमिलेश्वर बनर्जी और माता का नाम गायत्री देवी था. उनके पिता प्रभु प्रोमिलेश्वर बनर्जी की मृत्यु चिकित्सा की कमी के कारण हो गई, उस समय ममता बनर्जी 17 वर्ष की थी. ममता बनर्जी की माँ की मृत्यु 2011 में 81 वर्ष की आयु में हुई.

ममता बनर्जी के छः भाई है – अमित बनर्जी, अजित बनर्जी, काली बनर्जी, बाबेन बनर्जी, गणेश बनर्जी, समीर बनर्जी.

ममता बनर्जी का एक भतीजा, अभिषेक बनर्जी राजनीति में सक्रिय है और वह ममता बनर्जी का अघोषित उत्तराधिकारी है. अभिषेक बनर्जी ममता के भाई अमित का बेटा है और वह कोलकाता के डायमंड हार्बर क्षेत्र से ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी के टिकट पर 16वीं लोकसभा के लिए चुना भी जा चुका है. ममता बनर्जी ने विवाह नहीं किया. वह अविवाहित है.

ममता बनर्जी की शिक्षा (Mamata Banerjee Education)

ममता बनर्जी की प्रारंभिक शिक्षा अपने ही शहर के आप पास हुई. उन्होंने 1970 में देशबंधु शिशु शिक्षालय से उच्च माध्यमिक बोर्ड परीक्षा पास की. बाद में उन्होंने दक्षिण कोलकाता स्थित जोगमाया देवी कॉलेज से इतिहास में ऑनर्स की. बाद में कोलकाता विश्वविद्यालय से इस्लामिक इतिहास में मास्टर की डिग्री ली. श्री शिक्षायतन कॉलेज से बीएड किया और वर्ष 1982 में उन्होंने कोलकाता विश्वविद्यालय जोगेश चंद्र चौधरी लॉ कॉलेज से एलएलबी (LLB) किया.

ममता बनर्जी का शुरूआती जीवन (Mamata Banerjee Early Life)

ममता बनर्जी पिता की मृत्यु के बाद आर्थिक समस्या से परेशान हो गई और बताया जाता है पैसे कमाने के लिए व अपने छोटे भाई बहनो के पालन पोषण के लिए उन्होंने शुरूआती दिनों में दूध बेचने का काम किया था. उस समय वह कॉलेज की छात्रा हुआ करती थी.

ममता बनर्जी के बारें में कम लोगो को पता है कि वह पेंटिंग भी करती है. समय मिलने पर वह अब भी पेंटिंग करती है. बताया जाता है साल 2012 में ममता बनर्जी की एक पेंटिंग ‘फ्लावर पावर’ न्यूयॉर्क में हुए नीलामी में 3000 डॉलर में बिकी थी.

ममता बनर्जी का राजनीतिक करियर (Mamata Banerjee Political Career)

ममता बनर्जी की राजनीतिक यात्रा की शुरुआत 15 वर्ष की कम आयु से हो गई थी. वह सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ़ इण्डिया (कम्युनिस्ट) से संबद्ध अखिल भारतीय लोकतान्त्रिक छात्र संघठन को हराकर कांग्रेस (आई) पार्टी की छात्र शाखा छत्र परीषद संघ की स्थापना की.

1984 में हुए आम चुनाव में बंगाल के जाधवपुर लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल की और उस समय तक भारत की सबसे कम आयु की सांसद कहलायी. इस चुनाव में ममता ने अनुभवी उम्मीदवार सोमनाथ चटर्जी को हराया था. परिणाम यह हुआ की जीत के बाद उन्हें भारतीय युवा कांग्रेस की सह सचिव बना दिया गया.

1991 में आम चुनाव में वह कलकत्ता दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से फिर चुनी गई और फिर वह साल 1996, 1998, 1999, 2004 और 2009 के आम चुनावों में इस सीट पर अपनी जीत को कायम रखा.

वह कई बार केंद्रीय मंत्री भी बन चुकी है. नरसिम्हा सरकार में उन्हें साल 1991 – 1996 तक मानव संसाधन, युवा मामले और खेल, महिला और बाल विकास राज्य मंत्री नियुक्त किया गया.

साल 1999 में वह भाजपा की नेतृत्व वाली एनडीए का हिस्सा बनकर अटल बिहारी सरकार में ममता बनर्जी रेल मंत्री बनी.

साल 2009 के आम चुनाव से ठीक पहले उनकी पार्टी टीएमसी ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) के साथ चुनाव लड़ा और जीत के बाद ममता बनर्जी एक बार फिर से रेल मंत्री बनी. इस तरह वह केंद्र में दो बार रेल मंत्री बन चुकी है, पहली बार भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए में तो दूसरी बार कांग्रेस नेतृत्व वाले यूपीए की सरकार में.

ममता बनर्जी साल 2009 में कांग्रेस की नेतृत्व वाले गठबंधन यूपीए की सरकार में रेल मंत्री बनी, मगर 2011 में बंगाल में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) को बेदखल कर सत्ता में आयी अपनी पार्टी टीएमसी की जीत के बाद रेल मंत्री के पद से त्यागपत्र दे दिया और पहली बार राज्य में मुख्यमंत्री बनी. इसके बाद 2016 में हुए राज्य के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने फिर से जीत हासिल की और जीत के बाद वह बंगाल में दूसरी बार मुख्यमंत्री बनी.

वर्ष 2021 में हुए राज्य के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी तो बहुमत लाने में सफल हो गई मगर वह अपनी स्वयं की सीट नंदीग्राम से बीजेपी के उम्मीदवार सुवेंदु अधिकारी के हाथो हार गई. लेकिन बाद में वह दूसरी जगह से जीत गई और 5 मई, 2021 को ममता बनर्जी तीसरी बार बंगाल की मुख्यमंत्री बनी.

वर्तमान में ममता बनर्जी बंगाल की मुख्यमंत्री है और इसके साथ ही वह अपनी पार्टी टीएमसी की सुप्रीमो भी है.

ममता बनर्जी की उपलब्धियां (Mamata Banerjee Political Achievements)

साल 1999 में भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए में रेल मंत्री रहते कुछ कार्य किये जिसमें रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट आईआरसीटीसी में सुधार किया. उसी सरकार में रेल मंत्री रहते वर्ष 2000 में अपना पहला रेल बजट पेश किया जिसमें उन्होंने वित्त वर्ष 2000 – 2001 के लिए रिकॉर्ड 19 नई ट्रेने चलाने की मंजूरी दी. इसके अलावे अपने गृह राज्य बंगाल के हित में रेलवे से संबंधित कई काम किये.

ममता बनर्जी की एक उपलब्धि यह भी है कि उन्होंने बंगाल की तीन दशक पुरानी वामपंथी सरकार को हरा दिया और वह राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी.

ममता बनर्जी की संपत्ति (Mamata Banerjee Net Worth)

  • खेती वाली जमीन – Nil
  • गैर-खेती वाली जमीन – Nil
  • कमर्शियल बिल्डिंग – Nil
  • आवासीय भवन – Nil
  • कैश – 69,255 हजार रूपये
  • बैंक डिपॉजिट एवं अन्य जमा – 13,53,356 लाख रूपये
  • बांड्स एवं शेयर – Nil
  • वाहन – Nil
  • ज्वेलरी – 43,837 हजार रूपये
  • अन्य सम्पत्ति – Nil
  • कुल संपत्ति – 16,72,352 लाख रूपये

Note – संपत्ति की जानकारी विधान सभा चुनाव 2021 के समय उनके द्वारा दी गई है.

इस लेख में हमने आपको पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जीवनी (Mamata Banerjee Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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