ghulam nabi azad biography in hindi
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Ghulam Nabi Azad Latest News – गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस पार्टी का दशकों से एक बड़ा चेहरा माना जाता रहा है. इसका एक कारण यह था कि वह गांधी परिवार के विशेष करीबी माने जाते रहे है मगर अचानक से इसमें बदलाव आया क्योकि उन्होंने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया और जम्मू कश्मीर में स्वयं की एक नई पार्टी बना डाली. वैसे इतना तो तय है कि गुलाम नबी आजाद भले ही कांग्रेस के आज सदस्य नहीं है मगर इस सच्चाई से इंकार नहीं किया जा सकता है कि उन्हें जम्मू कश्मीर विशेषकर मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र कश्मीर में अच्छी खासी पकड़ है और वहां के वोटर्स उन्हें अपना नेता मानते है. इसलिए उनकी राजनीति जम्मू कश्मीर में महत्पूर्ण भूमिका निभाती है और वे वहां के एक वरिष्ठ नेता माने जाते है.

इस लेख में हम आपको कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता एवं कश्मीर के नवनर्मित राजनीतिक पार्टी ‘डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी’ प्रमुख ग़ुलाम नबी आज़ाद की जीवनी (Ghulam Nabi Azad Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

ग़ुलाम नबी आज़ाद की जीवनी (Ghulam Nabi Azad Biography in Hindi)

नाम ग़ुलाम नबी आज़ाद
उम्र 75 साल
जन्म तारीख 7 मार्च, 1949
जन्म स्थान भलेसा, डोडा जम्मू कश्मीर, भारत
शिक्षा एमएससी
कॉलेज कश्मीर विश्वविद्यालय
वर्तमान पद डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी प्रमुख
व्यवसाय राजनेता
राजनीतिक दल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम रहमतुल्लाह बट्ट
माता का नाम बसा बेगम
पत्नी का नाम शमीम देव आजाद
बच्चे एक बेटा और एक बेटी
बेटे का नाम सद्दाम नबी आजाद
बेटी का नाम सोफिया नबी आजाद
स्थायी पता बावा वाली गली, शहीदी चौक, जम्मू
वर्तमान का पता 5, साउथ एवेन्यू लेन, नई दिल्ली
संपर्क नंबर 011-23792052, 23792944
ईमेल आईडी

ग़ुलाम नबी आज़ाद का जन्म और परिवार (Ghulam Nabi Azad Birth & Family)

गुलाम नबी आजाद का जन्म 7 मार्च, 1949 को जम्मू कश्मीर राज्य के डोडा जिले के भलेसा में हुआ था. यह वह समय था जब देश को नई नई आजादी मिली थी और जम्मू कश्मीर भी देश का एक अभिन्न अंग बना था इसलिए उस समय देश में राजनीतिक हलचल जोरो पर थी.

गुलाम नबी आजाद के पिता का नाम रहमतुल्लाह बट्ट और माँ का नाम बसा बेगम था. गुलाम नबी आजाद की पत्नी का नाम शमीम देव आजाद है. वह कश्मीर की गायिक है. शमीम देव को पद्मश्री पुरस्कार दिया जा चुका है. गुलाम नबी आजाद का विवाह पारिवारिक सहमति से 1980 में हुआ था. बताया जाता है दोनों ही एक दूसरे को बहुत दिनों से जानते थे. एक इंटरव्यू में उनकी पत्नी ने कहा था कि गुनाम नबी आजाद भी शायर है.

गुलाम नबी आजाद के एक बेटा और एक बेटी है. उनके बेटे का नाम, सद्दाम नबी आजाद और बेटी का नाम सोफिया नबी आजाद है. गुलाम नबी आजाद मुस्लिम धर्म से है.

ग़ुलाम नबी आज़ाद की शिक्षा (Ghulam Nabi Azad Education)

गुलाम नबी आजाद ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के आस-पास के क्षेत्रों से पूरी की. बाद में वे उच्च शिक्षा के लिए जम्मू चले गए और 1970 में गांधी मेमोरियल साइंस कॉलेज से विज्ञान में स्नातक की और फिर इसके बाद 1973 में कश्मीर विश्वविद्यालय, श्रीनगर से जूलॉजी में एमएससी (Post Graduate) की डिग्री प्राप्त की.

बताया जाता है कि गुलाम नबी आजाद पढाई के तुरंत बाद ही दिल्ली आ गए और और फिर उनकी रूचि राजनीति में हो गई. बाद में दिल्ली में रहकर ही उनकी राजनीतिक यात्रा की नींव पड़ी और दिल्ली की राजनीति से ही वे आगे बढे.

ग़ुलाम नबी आज़ाद का राजनीतिक करियर (Ghulam Nabi Azad Political Career)

गुलाम नबी आजाद की राजनीतिक यात्रा की शुरुआत सत्तर के दशक से आरंभ हो गई थी. वे कश्मीर में पढाई के दौरान ही कांग्रेस के सम्पर्क में आ गए थे. गुलाम नबी आजाद ने पहली बार 1973 मे भालेसा में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के सचिव के तौर पर काम किया. इसके बाद 1975 में जम्मू कश्मीर प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के तौर पर काम किया. बाद में वे दिल्ली आ गए. दिल्ली आने पर उन्हें 1980 में अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बना दिया गया. इस प्रकार गुलाम नबी आजाद उस समय कांग्रेस पार्टी को जॉइन करके इतनी तेजी से आगे बढ़ने लगे जितनी उस दौर में एक सामान्य व्यक्ति के लिए आगे बढ़ना लगभग असम्भव सा था.

गुलाम नबी आजाद यही नहीं रुके, उसी वर्ष यानि 1980 में कांग्रेस पार्टी ने जम्मू कश्मीर से नहीं बल्कि वहां से हजारो किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के वासिम लोकसभा से उम्मीदवार बनाया और गुलाम नबी आजाद को पहली बार में जीत हासिल हुई. इस प्रकार अस्सी के दशक से गुलाम नबी आजाद का देश की मुख्यधारे की राजनीति में प्रवेश हो चुका था क्योकि 1980 में 7वीं लोकसभा में जीतकर अब वे सांसद बन चुके थे.

इसके बाद गुलाम नबी आजाद लगातार आगे ही बढ़ते रहें. जीत के बाद 1982 में उन्हें केंद्र की इंदिरा सरकार में मंत्री बना दिया गया और उन्हें कानून, न्याय और कम्पनी मामले का मंत्रालय दिया गया .

1985 में वे दूसरी बार आठवीं लोकसभा के लिए चुने गए. इसके बाद वे 1990 से 1996 तक महाराष्ट्र से राज्यसभा के सदस्य रहें. उस समय वे केंद्र की नरसिम्हा सरकार में मंत्री भी रह चुके है. उस समय वे संसदीय मामले और नागरिक उड्डयन मंत्री रहें. इसके बाद 1996 से 2002 तक वे जम्मू कश्मीर से राज्यसभा के सदस्य रहे.

गुलाम नबी आजाद वर्ष  2005 में पहली बार जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री बने. लेकिन पीडीपी के समर्थन वापस लेने के कारण तीन वर्ष में ही सरकार गिर गई और उन्हें  2008 को मुख्यमंत्री के पद से त्यागपत्र देना पड़ा.

जम्मू कश्मीर की सरकार गिरने के बाद एक बार फिर दिल्ली की राजनीति में सक्रीय होने के लिए दिल्ली आ गए और मनमोहन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने. बाद में वर्ष 2014 में वे कांग्रेस के टिकट पर राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता बनाये गए. वर्ष 2021 में उनका राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त हो गया.

26 अगस्त, 2022 को गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया और सितम्बर, 2022 में उन्होंने राज्य में स्वय की एक पार्टी बना डाली जिसका नाम उन्होंने ‘पार्टी डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी’ रखा. लेकिन 27 दिसंबर, 2022 को उन्होंने अपनी पार्टी का नाम बदलकर ‘डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी’ कर दिया.

गुलाम नबी आजाद को बीजेपी की मोदी सरकार में सार्वजनिक मामलो के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा वर्ष 2022 में भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था.

गुलाम नबी आजाद ने वर्ष अप्रैल 2023 में अपने जीवन की अब तक की यात्रा पर आधारित एक पुस्तक प्रकाशित की, जिसका नाम उन्होंने आजाद रखा है. इसमें वे अपने जीवन की कहानी को शामिल किया है.

ग़ुलाम नबी आज़ाद की उपलब्धियां (Ghulam Nabi Azad Political Achievements)

  • 1973 – कांग्रेस पार्टी की सदस्यता प्राप्त की
  • 1975 – जम्मू कश्मीर प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष नियुक्त
  • 1980 – अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष नियुक्त
  • 1980 – महाराष्ट्र के वासिम लोकसभा के सदस्य के तौर पर चुने गए
  • 1985 – दोबारा से लोकसभा के लिए चुने गए
  • 1990-96 – महाराष्ट्र से राजयसभा के सदस्य रहें
  • 1996-02 – जम्मू कश्मीर से राज्यसभा के सदस्य रहे
  • 2 नवंबर, 2005 – पहली बार जम्मू कश्मीर का मुख्यमंत्री पद मिला (भूतपूर्व)

ग़ुलाम नबी आज़ाद की संपत्ति (Ghulam Nabi Azad Net Worth)

  • खेती वाली जमीन – Nil
  • गैर-खेती वाली जमीन – NIL
  • कमर्शियल बिल्डिंग – NIL
  • आवासीय भवन – Nil
  • कैश – 35,000 हजार रूपये
  • बैंक डिपॉजिट एवं अन्य जमा – 81,85,676 लाख रूपये
  • बांड्स एवं शेयर – Nil
  • वाहन – Nil
  • ज्वेलरी – 4,20,000 लाख रूपये
  • अन्य सम्पत्ति – Nil
  • कुल संपत्ति – 85,80,676 लाख रूपये

Note – संपत्ति की जानकारी उनके द्वारा चुनाव के समय दी गई है.

इस लेख में हमने आपको जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ग़ुलाम नबी आज़ाद की जीवनी (Ghulam Nabi Azad Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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