Navjot Singh Sidhu Latest News – नवजोत सिंह सिद्धू पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस के नेता है. सिद्धू देश के ऐसे व्यक्तित्व के स्वामी माने जाते है, जो प्रायः अपने विवादों के कारण राष्ट्रीय मीडिया की हेड लाइन में छाये रहे है. अब चाहे उनके पाकिस्तान प्रेम वाले मुद्दे को लेकर हो या फिर पुलवामा हमला और बालाकोट हवाई हमला के समय में राष्ट्र विरोधी बयान देकर चर्चा में बने रहने वाले मुद्दे हो, वे किसी न किसी तरह से विवादों से घिरे रहे है. इतने विवादों के बाद भी वे कांग्रेस के प्रिय पात्र बने रहे है, हालांकि 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद वर्तमान में, वे किसी भी सदन के सदस्य नहीं है. अपने दो दशक के राजनैतिक करियर में नवजोत सिंह सिद्धू तीन बार के लोकसभा, एक बार के राज्यसभा सांसद और एक बार के पंजाब विधानसभा के सदस्य रह चुके है. उन्हें राज्य में मंत्री पद पाने का भी गौरव प्राप्त है. इस लेख में हम आपको नवजोत सिंह सिद्धू की जीवनी (Navjot Singh Sidhu Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
नवजोत सिंह सिद्धू की जीवनी (Navjot Singh Sidhu Biography in Hindi)
| नाम | नवजोत सिंह सिद्धू |
| उम्र | 62 साल |
| जन्म तारीख | 20 अक्टूबर 1963 |
| जन्म स्थान | पटियाला, पंजाब, भारत |
| शिक्षा | बी.ए. |
| कॉलेज | एचआर कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स, मोहिंद्रा कॉलेज, पंजाब विश्वविद्यालय |
| वर्तमान पद | – |
| व्यवसाय | राजनेता, पूर्व क्रिकेटर, कमेंटेटर और मीडिया पर्सनालिटी |
| राजनीतिक दल | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी |
| वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
| पिता का नाम | स्वर्गीय सरदार भगवंत सिंह |
| माता का नाम | स्वर्गीय निर्मल सिद्धू |
| पत्नी का नाम | नवजोत कौर सिद्धू |
| बच्चे | एक बेटा और एक बेटी |
| बेटी का नाम | राबिया सिद्धू |
| बेटे का नाम | करण सिद्धू |
| स्थाई पता | 110, होली सिटी, अमृतसर, पंजाब, भारत |
| वर्तमान पता | सी-1/20, हुमायूं रोड, नई दिल्ली 110003, भारत |
| संपर्क नंबर | – |
| ईमेल आईडी | sidhunavjotsingh@gmail.com |
नवजोत सिंह सिद्धू का जन्म और परिवार (Navjot Singh Sidhu Birth & Family)
20 अक्टूबर, 1963 नवजोत सिंह सिधु का जन्म पंजाब के पटियाला जिले में हुआ. उनके पिता का नाम भगवंत सिंह सिधु और माता का नाम निर्मल सिधु है. उनके पिता एक क्रिकेटर थे. नवजोत सिंह के पिता का सपना था कि उसका बेटा भी बड़ा क्रिकेटर बने. उनकी पत्नी का नाम नवजोत कौर सिधु है जबकि उनके दो बच्चे है. एक लड़का एक लड़की. लड़के का नाम करण सिधु है जबकि बेटी का नाम राबिया सिधु है.
नवजोत सिंह सिधु की पत्नी सक्रिय राजनीति में है वह पंजाब विधानसभा की सदस्य भी रह चुकी है. नवजोत सिंह सिधु मीडिया की ग्लैमगर भरी दुनिया में है मगर उनकी बेटी भी कोई पीछे नहीं है, वह फैशन डिजाइनर है. वह मुंबई में रहती है, जबकि वह फैशन डिजाइनिंग के लिए विदेश भी जा चुकी है.
नवजोत सिंह सिधु को अपने गृह राज्य पंजाब से अधिक लगाव रहा है. यही से उन्होंने राजनीतिक क्षेत्र में सफलता पाई और आज पंजाब के कांग्रेस के एक बड़ा चेहरा के रूप में जाने जाते है.
नवजोत सिंह सिधु सिख धर्म से है. नवजोत सिंह सिधु के करीब से जानने वाले उन्हें ‘शैरी’ , ‘पा जी’ उपनाम से भी पुकारते है .
नवजोत सिंह सिद्धू की शिक्षा (Navjot Singh Sidhu Education)
नवजोत सिंह सिद्धू ने प्रारंभिक पढाई यादवेंद्र पब्लिक स्कूल, पटियाला से की. बाद में, उन्होंने मुंबई में एचआर कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से पढ़ाई की.
नवजोत सिंह सिद्धू का शुरूआती जीवन (Navjot Singh Sidhu Early Life)
शुरूआती दिनों में सिधु पेशेवर क्रिकेटर हुआ करते थे, सिधु ने कॉलेज के दिनों में ही खेल से नाता जोड़ लिया था और उस क्षेत्र में वह लगातार आगे भी बढ़ते जा रहे थे. नवजोत सिंह सिधु वर्ष 1983 से 1999 तक भारतीय क्रिकेट के सदस्य के रूप में टीम इंडिया में शामिल थे. सिधु ने वेस्टइंडीज के विरुद्ध पहला मैच खेला था. सिधु ने कुल 51 टेस्ट मैच और 136 वनडे मैच खेला है उसने टेस्ट में 3202 और वनडे में 4413 रन बनाया है.
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बाद में 1996 में इंग्लैंड के दौरे पर गए सिधु का उस समय के तात्कालिक कप्तान अजरुद्दीन के साथ विवाद बहुत गहरा गया था. विवाद इतना बढ़ गया कि सिधु बिना खेले ही बीच दौरे में वापस स्वदेश लौट आये थे. अपने जीवन के 17 वर्ष क्रिकेट में बिताने के बाद वर्ष 1999 में सिधु ने क्रिकेट से सन्यास ले लिया और फिर सिधु ने 2001 में भारत से गए श्रीलंका दौरे में कॉमेंटेटर की भूमिका निभाई. इसके बाद वे और भी कई मैचों में कॉमेंटेटर का काम किया.
बाद में सिधु टेलीविजन की दुनिया में अपना करियर बनाने में लग गए. उन्होंने उस दौर के कई टेलीविजन कार्यक्रमों में भाग लिया, जिसमे द ग्रेट लॉफ्टर चैलेंज, कपिल शर्मा की कॉमेडी शो आदि थे. वे द ग्रेट लॉफ्टर चैलेंज में जज के रूप में लोगो को दिखाई दिया तो कपिल शर्मा के शो में ठहाके लगाकर लोगो के बीच अपनी हंसमुख पहचान बनाई, मगर कम लोगो को ही पता है कि पा जी उर्फ नवजोत सिंह सिधु बड़े विद्रोही प्रवृति के है, हालांकि उनका यह रूप राजनीति में कई बार देखने को मिलता रहा है लेकिन इसके साथ साथ वे उसी बीच राजनीति में भी अपनी पहचान बनाने में भी लगे थे.
नवजोत सिंह सिद्धू का राजनीतिक करियर (Navjot Singh Sidhu Political Career)
नवजोत सिंह सिद्धू का क्रिकेट की दुनिया से राजनीति में आने का सफर दो दशक से भी पहले शुरू हुआ था. पहली बार सिद्धू वर्ष 2004 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर अमृतसर से लोकसभा के लिए चुने गए. इस प्रकार सिद्धू 14वीं लोकसभा के चुनाव में निर्वाचित हुए और पहली बार एमपी बने. बाद में 2006 में दोषी ठहराए जाने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनकी दोषसिद्धि पर रोक लगाने के बाद, उन्होंने अमृतसर लोकसभा सीट से उस उपचुनाव को लड़ा, जो उन्ही के त्यागपत्र देने के कारण खाली हुई थी. 2007 के उपचुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी, राज्य के वित्त मंत्री सुरिंदर सिंगला को 77,626 मतों से हराया.
इसके बाद, सिद्धू तीसरी बार भाजपा के टिकट पर 2009 में हुए आम चुनाव में अमृतसर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से खड़े हुए और जीत गए. इस जीत के साथ सिद्धू 15वीं लोकसभा के लिए चुने गए और तीसरी बार सांसद बने. लेकिन 2014 के आम चुनावों में अमृतसर से भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया और वहां से पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को टिकट दिया गया. इससे सिद्धू असहज हो गए और उन्होंने दूसरे अन्य क्षेत्रो से चुनाव न लड़ने का निर्णय लिया. हालांकि उन्होंने सार्वजनिक बयान में कहा था कि वे स्वयं को अरुण जेटली का अनुयायी मानते हैं इसलिए वे उनसे नाराज नहीं है पर वे दूसरी सीट से चुनाव भी नहीं लड़ेंगे.
बाद में, भाजपा के लिए यह मंथन का बिषय बन गया क्योकि सिद्धू पंजाब में एक जाना-माना चेहरा थे और अगर वे दूसरी पार्टी विशेषकर आम आदमी पार्टी में चले गए तो राज्य में पार्टी के जनाधार को ठेस पहुंच सकती थी. इसी को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने उन्हें राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया. बाद में, भाजपा के टिकट पर नवजोत सिंह सिद्धू ने 28 अप्रैल 2016 को राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ली. पर एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद उन्होंने मात्र तीन महीने से पहले ही यानि 18 जुलाई 2016 को राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया और 2 सितंबर 2016 को एक नया राजनीतिक मोर्चा, जिसका नाम आवाज़-ए-पंजाब था, को बनाया और पंजाब के खिलाफ काम करने वालों के खिलाफ लड़ने का बयान दिया.
लेकिन उनकी वह पार्टी अधिक समय तक कायम नहीं रह पायी और अंत में जनवरी 2017 में, सिद्धू कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए. 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर पहली बार अमृतसर पूर्व से चुनाव लड़ा और जीत गए. चुनाव में उन्होंने भाजपा के राकेश कुमार हनी को 42,809 मतों के अंतर से हराया. बाद में, कांग्रेस की सरकार जब बनी तो सिद्दू राज्य के कैबिनेट मंत्री बनाये गए.
सिद्धू अब पंजाब के मंत्री बन गए थे पर उनके कारनामे देश विरोधी थे. वे पाकिस्तान और वहां के नेताओ से निकटता रख रहे थे. इसी कड़ी में सिद्धू ने 2018 में, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने पाकिस्तान तक चले गए. और इतना ही नहीं उन्होंने उस समारोह में पाकिस्तानी सेना प्रमुख क़मर जावेद बाजवा को गले लगाया. सिद्धू के देश विरोधी कृत्य देश की आम जनता को ठेस पहुंचाने वाली थी इसी के परिणामस्वरूप राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उनके इस कदम की आलोचना की और फिर जून 2019 में सिद्धू को स्थानीय निकाय मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय से बर्खास्त कर दिया.
कैप्टन अमरिंदर सिंह भले ही सिद्धू के कारनामे से परेशान थे पर कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को सिद्धू के कारनामें से कोई ऐतराज नहीं था. कांग्रेस पार्टी सिद्धू को खोना नहीं चाहती थी. इसी कड़ी में 18 जुलाई 2021 को सिद्धू को सुनील जाखड़ की जगह पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. लेकिन 28 सितंबर 2021 को सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. सिद्धू ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना त्यागपत्र भेजा, लेकिन सोनिया गाँधी ने उनका इस्तीफा अस्वीकार कर दिया. इस तरह से सिद्धू कांग्रेस के साथ बने रहे. सिद्धू को 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अमृतसर पूर्व सीट से टिकट दिया पर सिद्धू आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार जीवन ज्योत कौर से हार गए.
नवजोत सिंह सिद्धू की उपलब्धियां (Navjot Singh Sidhu Political Achievements)
- 2004 – पहली बार राजनीति में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए पंजाब से भाजपा के सांसद बने
- 2004-14 – भाजपा के सांसद बने रहे
- 2016 – भाजपा की ओर से राज्य सभा सांसद बनाये गए
- 2017 – कांग्रेस में शामिल हो गए
- 2021 – पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष बनाये गए
नवजोत सिंह सिद्धू की संपत्ति (Navjot Singh Sidhu Net Worth)
2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार नवजोत सिंह सिद्धू की कुल संपत्ति 44 करोड़ रूपये हैं जबकि उनपर कोई कर्ज नहीं है.
इस लेख में हमने आपको भारत के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी नवजोत सिंह सिद्धू की जीवनी (Navjot Singh Sidhu Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.



























