Thursday, February 6, 2025
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महाकुंभ पर टिप्पणी कर फिर से ‘सॉफ्ट हिन्दूत्व’ के फेर में फंस गयी है कांग्रेस!

malikarjun kharge and rahul gandhi
malikarjun kharge and rahul gandhi

कांग्रेस पर ‘सॉफ्ट हिन्दूत्व’ को लेकर हमेशा सवाल उठते रहते हैं. भारतीय जनता पार्टी भी चुनावी माहौल में कांग्रेस की इस कमी को भुनाते हुए फ्रंट फुट पर खेलती है. यूपी में सीएम योगी हो या फिर केंद्र में अमित शाह, सभी ने कांग्रेस को इस मुद्दे पर बैक फुट पर धकेला है. अभी दिल्ली में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं. इस बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की महाकुंभ पर की गयी टिप्पणी ने नया विवाद ​छेड़ दिया है. इसका सीधा असर दिल्ली चुनावों में देखने को भी मिल सकता है. वहीं बीजेपी ने इसे हिंदूओं से नफरत करार देकर मौके को भुनाने की कोशिश की है.

यह भी पढ़ें: ‘महाकुंभ को खेल का आयोजन न बनाएं..’ अखिलेश ने किसपर साधा ये तीखा निशाना

दरअसल, मध्य प्रदेश के महू में कांग्रेस की ओर से ‘जय बापू जय भीम जय संविधान’ रैली का आयोजन किया गया था. इस दौरान खड़गे ने संविधान और बाबा साहब को लेकर बीजेपी पर हमला किया. उन्होंने कहा कि मनुवाद पर चलने से गरीबों का सत्यानाश हो जाएगा. इसी दौरान उन्होंने महाकुंभ पर भी टिप्पणी कर दी. मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रयागराज में महाकुंभ के बीच खरगे ने सवाल उठाया कि क्या गंगा में डुबकी लेने से गरीबी दूर होती है, खाना मिलता है?

हाथ जोड़कर माफी भी मांगी

विवाद बढ़ने पर उन्होंने हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए कहा कि वह किसी की आस्था को ठेस नहीं पहुंचाना चाहते हैं. हालांकि उन्होंने यह कहते हुए एक बहस छेड़ दी कि अगर बच्चा भूखा मर रहा है, स्कूल नहीं जा रहा है, मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है, तो ये लोग जाकर हजारों रुपए खर्च कर रहे हैं, कंपटीशन में डुबकी मार रहे हैं. जब तक टीवी में अच्छा नहीं आता है, तब तक डुबकी मारते रहते हैं. ऐसे लोगों से देश की भलाई होने वाली नहीं है.

नई मुस्लिम लीग बन चुकी कांग्रेस

खड़गे के बयान के बाद बीजेपी कांग्रेस पर आक्रमक हो गयी. बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नई मुस्लिम लीग बन चुकी है. बीजेपी के आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने खरगे के बयान का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘बोल खरगे जी रहे हैं, पर शब्द गांधी परिवार के हैं. आखिर कांग्रेस को हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों है? 144 साल में एक बार महाकुंभ आता है, लेकिन कांग्रेस के नेता इस तरह बौखला गए हैं कि हिंदुओं को कोस रहे हैं. पहले कांग्रेस के हुसैन दलवी ने कुंभ को बुरा-भला कहा, और अब स्वयं कांग्रेस अध्यक्ष ने मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस अब नई मुस्लिम लीग बन गई है. यह पार्टी देश के लिए नासूर बन चुकी है. इसका लुप्त होना ही सभी के हित में है.’

महाकुंभ का मजाक उड़ा रहे खड़गे

वहीं बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कहा कि महाकुंभ करोड़ों वर्षों सनातन आस्था का प्रतीक है, कांग्रेस पार्टी और उसके अध्यक्ष इसका मजाक और माखौल उड़ा रही है. महाकुंभ स्नान को लेकर मल्लिकाकार्जुन खड़गे जी का बयान अत्यंत शर्मनाक है. उन्होंने पूछा कि क्या इफ्तार पार्टी और हज यात्रा के लिए भी कांग्रेस पार्टी यही शर्मनाक बयान दे सकती है? संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी को इस पर सफाई देनी चाहिए.

दिल्ली चुनाव: मनीष सिसोदिया को लेकर केजरीवाल ने कर दिया ये बड़ा ऐलान

arvind kejriwal and manish sisodia
arvind kejriwal and manish sisodia

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आप नेता मनीष सिसोदिया के लिए एक बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने मनीष सिसोदिया को एक बार फिर से राज्य का उप मुख्यमंत्री बनाने का ऐलान करते हुए कहा कि मनीष सिसोदिया आगामी सरकार में डिप्टी सीएम बनने वाले हैं. सिसोदिया इस बार जंगपुरा से चुनाव लड़ रहे हैं. एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि आज पूरी दिल्ली में यह चर्चा है कि आम आदमी पार्टी की सरकार फिर से बनने जा रही है. हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि हो सकता है कि कुछ सीटों में ‘थोड़ा ऊपर-नीचे हो, लेकिन यह तय है कि आम आदमी पार्टी की ही सरकार बनेगी. केजरीवाल के साथ सिसोदिया ने भी माना कि इस बार आप की सीटें कम हो सकती हैं.

केजरीवाल ने आगे कहा कि मनीष सिसोदिया, जो आगामी सरकार में डिप्टी सीएम बनने वाले हैं, आपकी विधानसभा के विधायक होंगे. जब डिप्टी सीएम आपकी विधानसभा से होगा, तो हर अधिकारी आपके फोन पर काम करने के लिए मजबूर होगा. कोई अधिकारी यह हिम्मत नहीं करेगा कि आपके फोन का जवाब न दे. उन्होंने जंगपुरा में विपक्षी उम्मीदवार पर ‘गुंडागर्दी और दूसरों की ‘प्रॉपर्टी पर कब्जा करने का आरोप भी लगाया.

बीजेपी वालों राजनीति छोड़ो..

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ‘मैंने बार-बार बीजेपी वालों से कहा, राजनीति छोड़ो, जनता के लिए काम करो. मैंने कहा, मोहल्ला क्लिनिक बनवा देता हूं, लेकिन उन्होंने नहीं बनने दिए. मैंने कहा, सीसीटीवी कैमरे लगवा देता हूं, लेकिन नहीं लगने दिए. मैंने कहा, सड़कें बनवा देता हूं, पर वह भी नहीं बनने दीं. मैंने कहा, सफाई करवा देता हूं, लेकिन उन्होंने वह भी नहीं किया. मैंने कहा, पानी की समस्या हल कर देता हूं, लेकिन उन्होंने वह भी नहीं किया.’

यह भी पढ़ें: अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से क्यों मांगी माफी, बीजेपी को बताया कीचड़

आप सुप्रीमो ने दावा किया कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में मौजूदा समय में भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं, वहां की हालत बहुत खराब हो गई है. उन्होंने कहा कि पिछली बार दिल्ली के लोगों ने आम आदमी पार्टी को 70 में से 62 सीटें दी थीं और आठ सीटें बीजेपी ने जीत ली थीं. आप देख सकते हैं कि उन विधानसभाओं का क्या हाल है, जैसे – गांधीनगर, विश्वास नगर, रोहिणी, करावल नगर. सड़कों पर गंदगी फैली है, सीवर का पानी बह रहा है, हर जगह गंदगी ही गंदगी है. इन आठ सीटों पर जो विधायक थे, उन्होंने पांच साल तक सिर्फ मेरे खिलाफ लड़ाई की, कोई काम नहीं किया.

दिल्ली में बन रही आप’की सरकार

चुनावी सभा को आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में हमारी सरकार बन रही है, यह बात बीजेपी के कार्यकर्ता भी कहते हैं. वे कहते हैं कि सरकार आम आदमी पार्टी की बनेगी पर सीटें कम हो जाएंगी. मैं कहता हूं कि सरकार तो बन रही है. पूरी दिल्ली मिलकर अरविंद केजरीवाल की सरकार बना रही है.

अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से क्यों मांगी माफी, बीजेपी को बताया कीचड़

arvind kejriwal apologize from delhi
arvind kejriwal apologize from delhi

दिल्ली विधानसभा चुनाव की जंग अब अपने अंतिम दौर में आ चुकी है. बीजेपी और आम आदमी पार्टी में वार प्रतिवार का दौर भी तेज हो चला है. इसी बीच दिल्ली के पूर्व सीएम और आप पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रदेश की जनता से माफी मांगी है. साथ ही साथ बीजेपी को कीचड़ बताया. यहां उन्होंने दिल्लीवासियों के बीच पार्टी का मेनिफेस्टो जारी करते हुए जनता को 15 गारंटियां भी दी है. हालांकि जनता से माफी मांगना उनके लिए चुनाव के बीच एक टर्निंग पॉइंट माना जा रहा है.

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यमुना की सफाई पर माफी मांगी

अरविंद केजरीवाल ने 2020 दिल्ली चुनाव में जनता के बीच किए यमुना की सफाई, यूरोप की तरह दिल्ली सड़कें और पानी की सप्लाई का वादा पूरा नहीं कर पाने पर माफी भी मांगी. उन्होंने कहा, ‘आज कबूल कर रहा हूं कि पिछले 5 साल में ये वादे पूरे नहीं कर पाए. ढाई साल कोरोना चला, इसके बाद उन्होंने (केंद्र सरकार) जेल-जेल का खेल खेला. मेरी सारी टीम बिखर गई. लेकिन अब हम सारे जेल से बाहर आ गए हैं. मेरा सपना है कि दिल्ली में तीनों काम हों. अगले 5 साल में ये काम हम पूरे करेंगे. हमारे पास फंड भी है और इसके लिए प्लान भी है.’

कमल का बटन दबाया तो..

केजरीवाल ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि अगर कमल का बटन दबाया तो चारों तरफ कीचड़ ही कीचड़ होगा. 25 हजार रुपए हर महीने अतिरिक्त खर्च होगा. इतनी बचत हमारी सरकार की वजह से हो रही है. उन्होंने कहा कि मैं नहीं समझता कि गरीब आदमी 25 हजार रुपए बोझ उठाने में सक्षम है. कई लोगों को दिल्ली छोड़कर जाना पड़ेगा, जबकि आप सरकार में दिल्ली में 24 घंटे मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त शिक्षा, बुजुर्गों के लिए मुफ्त तीर्थ यात्रा, महिलाओं की मुफ्त बस यात्रा, अस्पतालों-मोहल्ला क्लिनिक में मुफ्त इलाज जारी रहेगा.

जनता के लिए आप की गारंटियां

  1. हर महिला को हर माह 2100 रुपए
  2. संजीवनी योजना के तहत बुजुर्गों का मुफ्त इलाज
  3. गलत चढ़े पानी के बिल होंगे माफ
  4. साल डेढ़ साल के भीतर सीवर की लाइनें होंगी चेंज, ब्लॉक साइन 15 दिन में होंगी सही
  5. अंबेडकर स्कॉलरशिप योजना के तहत स्कॉलरशिप, विदेशों में पढ़ाई का खर्चा भी शामिल, छात्रों को फ्री बस की सुविधा और दिल्ली मेट्रो में 50 फीसदी कंसेशन
  6. पुजारी-ग्रंथी हर हर महीने 18-18 हजार रुपए
  7. बिजली-पानी के जीरो बिल की गांरटी
  8. राशनकार्ड की गारंटी
  9. हेल्थ इंश्योरेंस की गांरटी

10 ऑटो रिक्शा, ई-रिक्शा वालों की बेटियों की शादी पर एक लाख रुपए, बच्चों को कोचिंग, 10 लाख का लाइफ इंश्योरेंस और परिवार के लिए 5 लाख का हेल्थ इश्योरेंस.

दिल्ली में 5 को मतदान

दिल्ली की 70 सीटों पर 5 फरवरी को मतदान होगा, जबकि 8 फरवरी को परिणाम आएंगे. इस बार के चुनाव में कुल 699 उम्मीदवार 70 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. नई दिल्ली सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता अरविंद केजरीवाल के खिलाफ 22 उम्मीदवार अपनी किस्‍मत आजमा रहे हैं. दिल्ली में 1.55 करोड़ वोटर रजिस्ट्रर्ड हैं, जिनमें 83.49 लाख पुरूष एवं 71.74 लाख महिला मतदाता शामिल हैं.

अलका लांबा की जीवनी | Alka Lamba Biography in Hindi

alka lamba biography in hindi
alka lamba biography in hindi

Alka Lamba Latest News – दिल्ली कांग्रेस में अलका लाम्बा दो दशक से भी ज्यादा समय से सक्रिय है. वह पहली बार वर्ष 2003 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर खड़ी हुई थी. पर तब वह हार गई थी. इसके बाद वह 2015 में आप के टिकट पर जीतकर विधायक का पद प्राप्त कर चुकी है. तब वह दिल्ली की नामी सीट ‘चांदनी चौक’ से विधायक चुनी गई थी. पर जब वह फिर से कांग्रेस ज्यॉइन की है तब पार्टी ने उन्हें 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी से अपना उम्मदवार बनाया है. पर इस बार उन्हें और भी कड़े चुनौतियों का सामान करना होगा क्योकि उनके दोनों ही प्रतिद्वंदी लोकप्रिय नेताओ में आते है. अब देखना यह है कि इस बार का परिणाम अलका के पक्ष में आता है या विपक्ष में. इस लेख में हम आपको अलका लांबा की जीवनी (Alka Lamba Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

अलका लांबा की जीवनी (Alka Lamba Biography in Hindi)

पूरा नाम अलका लांबा
उम्र 49 साल
जन्म तारीख 21 सितंबर 1975
जन्म स्थान दिल्ली
शिक्षा बीएससी
कॉलेज बुंदेलखंड विश्वविद्यालय
वर्तमान पद कालकाजी विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार
व्यवसाय राजनीतिज्ञ, व्यापार
राजनीतिक दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
वैवाहिक स्थिति तलाकशुदा
पिता का नाम अमर नाथ लांबा
माता का नाम राज कुमारी
पति का नाम लोकेश कपूर
बच्चे एक बेटा
बेटें का नाम ऋतिक लांबा
बेटी का नाम
स्थाई पता दिल्ली
वर्तमान पता दिल्ली
फोन नंबर
ईमेल

अलका लांबा का जन्म और परिवार (Alka Lamba Birth & Family)

अलका लांबा का जन्म 21 सितंबर 1975 को नई दिल्ली में हुआ था. उनके पिता का नाम अमर नाथ लांबा है. अमर नाथ लांबा भारतीय सेना में एक सिविल इंजीनियर के पद पर तैनात थे. जबकि उनकी माता का नाम राज कुमारी है, जो एक सामान्य गृहणी है.

अलका लांबा छः भाई बहन है. अलका लांबा का विवाह लोकेश कपूर से हुआ था पर वह विवाह टिक नहीं पाया और दोनों का तलाक हो गया. फिलहाल मिसेज लांबा तलाकशुदा महिला है. उनका एक बेटा है जिसका नाम ऋतिक लांबा हैं.

अलका लांबा की शिक्षा (Alka Lamba Education)

अलका लांबा ने अपनी स्कूली शिक्षा गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, दिल्ली से पूरी की थी. बाद में उन्होंने 1996 में दयाल सिंह कॉलेज, दिल्ली (दिल्ली विश्वविद्यालय) से बीएससी (BSc) की डिग्री प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश से रसायन विज्ञान में मास्टर डिग्री (MSc) हासिल की.

अलका लांबा का राजनीतिक करियर (Alka Lamba Political Career)

अलका लांबा मध्यम परिवार से आती है. पढाई के दौरान ही अलका लांबा ने राजनीति की दुनिया में कदम रख दिया था. जब वह उन्नीस वर्ष की थी और कॉलेज में बीएससी की छात्रा हुआ करती थी तभी वह कांग्रेस पार्टी की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ़ इंडिया (एनएसयूआई) में शामिल हो गईं थी. इसके बाद छात्र संघ की ओर से उन्हें जल्द ही प्रोमोशन मिल गया और उन्हें दिल्ली राज्य छात्रा संयोजक की ज़िम्मेदारी दी गई.

इसी के एक वर्ष बाद 1995 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा और भारी से जीत गई. इसके बाद अलका लांबा ने वर्ष ​​1996 में एनएसयूआई के लिए अखिल भारतीय छात्रा संयोजक के रूप में काम किया जबकि उसके एक वर्ष बाद 1997 में उन्हें एनएसयूआई का अध्यक्ष नियुक्त बना दिया गया.

कांग्रेस पार्टी में उन्हें दिल्ली की एक उभरती हुई युवा नेत्री के तौर पर देखा जाने लगा. इसी कारण अलका लांबा का कद बढ़ाते हुए पार्टी ने उन्हें वर्ष 2002 में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस का महासचिव नियुक्त कर किया. और इसके बाद तो पार्टी में उनकी गिनती भाजपा के बड़े नेताओ से टक्कर लेने वाले नेताओ में होने लगी. इसी कारण 2003 में कांग्रेस ने उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनाव में खड़ा किया और और उन्हें मोती नगर से अपना उम्मीदवार बनाया जहाँ उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मदन लाल खुराना से था. इस चुनाव में अलका लांबा की मदन लाल खुराना के हाथो बुरी तरह से पराजय हुई.

इस हार के बाद पार्टी में उन्हें लम्बे समय तक किसी चुनाव में खड़ा नहीं किया पर ​​2006 में उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की सदस्य अवश्य बना दिया. इसके बाद उन्हें दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महासचिव बना दिया गया. इसी के बाद अलका लाम्बा को भारत सरकार की एक स्वायत्त संस्था, जो महिला और बाल विकास मंत्रालय.के अधीन कार्य करती है और जिसका नाम ‘राष्ट्रीय सार्वजनिक सहयोग और बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी)’ है, का उपाध्यक्ष बना दिया गया.

इसके बाद अलका लाम्बा को कांग्रेस का सचिव बना दिया गया. वह वर्ष 2007 से लेकर वर्ष 2011 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की सचिव रहीं थी. इसके बाद अलका लाम्बा को कांग्रेस से मोह भंग हो गया क्योकि पार्टी उन्हें किसी भी चुनाव में खड़े होने के लिए टिकट नहीं दे रही थी परिणामतः अलका ने अपना हित देखते हुए वर्ष 2014 में कांग्रेस पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया और पार्टी छोड़कर अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई.

इसके बाद आम आदमी पार्टी ने 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्हें चांदनी चौक से अपना उम्मीदवार बनाया. इस चुनाव में अलका पहली बार जीत हासिल की. इस जीत के साथ ही अलका पहली बार विधायक बनी. उस चुनाव में अलका लाम्बा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के सुमन कुमार गुप्ता को 18,287 मतों के अंतर से हराया था.

पर चार वर्ष से भी कम समय में अलका का आम आदमी पार्टी से मोह भंग हो गया और वह सितंबर 2019 में आम आदमी पार्टी छोड़ दी और एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं.

इसके बाद कांग्रेस ने अलका लाम्बा को दिल्ली की 2025 की विधानसभा में दिल्ली की कालकाजी विधानसभा से अपना उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर उनका मुकाबला बीजेपी और आप दोनों के दग्गज नेताओ से है. जहां आप से यहां आतिशी उम्मीदवार है जो दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री है तो वही भाजपा से रमेश बिधूड़ी है. रमेश बिधूड़ी भाजपा के कई बार पूर्व एमपी व विधायक रह चुके है. इस कारण अलका के लिए यह चुनाव जीतना एक चुनौती से कम नहीं है क्योकि उनके दोनों ही प्रतिद्वंदी दिल्ली राजनीति के वरिष्ठ नेता माने जाते है.

अलका लांबा की संपत्ति (Alka Lamba Net Worth)

2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में पर्चा दाखिल करते समय अपने हलफनामे में अलका लांबा ने अपनी सम्पत्ति 3 करोड़ 41 लाख रूपये घोषित की है. हलफनामें के अनुसार उनके पास गुड़गांव में एक कमर्शियल फ्लैट है जबकि दक्षिण दिल्ली में एक रेजिडेंशियल फ्लैट है.

इस लेख में हमने आपको अलका लांबा की जीवनी (Alka Lamba Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

‘सुशासन बाबू’ को भारत रत्न देने की मांग पर सुलगने लगी बिहार की सियासत

bihar cm nitish kumar
bihar cm nitish kumar

बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) सुप्रीमो नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है. अब इस मांग पर राज्य की सियासत भी उबाल मारने लगी है. इस पर राजद और जदयू के साथ साथ बीजेपी भी आमने सामने हो गयी है. जहां बीजेपी और जदयू नीतीश को बिहार में विकासात्मक बदलाव के जननायक बताते हुए सुशासन बाबू को भारत रत्न देने की पैरवी कर रही है. वहीं जदयू की ओर से लालू प्रसाद यादव को राजनीति का गुरू बताते हुए उन्हें पुरस्कार की जा रही है.

दरअसल, जदयू नेताओं के बाद केंद्रीय मंत्री एवं हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के सुप्रीमो जीतनराम मांझी ने नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग की है. इसके बाद इस मुद्दे पर एक बार फिर से बहस तेज हो चली है. 76वे गणतंत्र दिवस के मौके पर जीतनराम मांझी ने कहा कि विघ्न बाधाओं के बीच नीतीश कुमार ने बिहार का नाम रोशन किया. उन पर किसी प्रकार के वित्तीय अनियमितता या भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है. उन्होंने बिहार के विकास को गति दी. नीतीश कुमार के लिए भारत रत्न या उसके समान पुरस्कार की मांग रखते हुए इस राजनीतिक बहस को तेज कर दिया है.

राजद और जदयू हुए आमने-सामने

इस मांग पर राजद और जदयू आमने सामने हो गए हैं. राजद के पार्टी प्रवक्ता एज्या यादव ने कहा है कि जीतनराम मांझी की मांग का अभिप्राय कुछ और है. वे मांग नहीं रहे बल्कि अपनी राजनीति चमकाने की कवायद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शायद वे भूल रहे हैं कि नीतीश कुमार, सुशील कुमार मोदी, रविशंकर सिन्हा ये सब लालू प्रसाद यादव की यूनिवर्सिटी के प्रॉडक्ट हैं. गुरु तो लालू प्रसाद ही हैं, इसलिए मांझी जी को अगर भारत रत्न मांगना है तो लालू प्रसाद यादव के लिए मांगें.

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इस पर जेडीयू की तीखी प्रतिक्रिया आई है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि नीतीश कुमार का व्यक्तित्व इतना भारी है कि पुरस्कार उनके पीछे दौड़ता है. उन्हें ग्लोबल थिंकर की उपाधि मिली है. यूएनओ के राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस में उन्हें क्लाइमेट लीडर बताया गया. उनके बारे में पीएम का भी मन्तव्य है कि राम मनोहर लोहिया और जॉर्ज फर्नांडिस के बाद देश में परिवारवादी राजनीति के खिलाफ समाजवादी मूल्यों की राजनीति की है उनका नाम नीतीश कुमार हैं. ऐसे में जीतनराम मांझी को ऐसी मांग करने का अधिकार है. जदयू ने ये भी कहा कि पुरस्कार नीतीश कुमार के पीछे दौड़ता है.

इधर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता दानिश इकबाल ने कहा है कि नीतीश कुमार बिहार में विकासात्मक बदलाव के जननायक हैं. उनकी इमानदार छवि वाले ईमानदार नेता हैं. उन्होंने बिहार में जिस प्रकार से सुशासन स्थापित किया इसके लिए वे भारत रत्न के हकदार हैं. समय आने पर भारत रत्न जैसा पुरस्कार उन्हें जरूर दिया जाएगा. गौरतलब है कि जदयू मोदी सरकार में साझेदार हैं. ऐसे में देखना होगा कि क्या केंद्र की एनडीए सरकार इस मांग पर अमल करती है या फिर बिहार में इस मांग पर राजनीति और तेज होती है.

अपनी ही सरकार से नाराज है विजय बैंसला! सचिन पायलट को लेकर फिर दिया ये बड़ा बयान

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प्रदेश की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर, बीजेपी नेता विजय बैंसला अपनी ही सरकार से चल रहे है नाराज, दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में कई मुद्दों को लेकर बोले विजय बैंसला, भजनलाल सरकार में एक भी गुर्जर कैबिनेट मंत्री नहीं होने पर बोले विजय बैंसला, कहा- यह बात समाज के लोगों से आई थी, समाज के लोग ही कह रहे हैं कि हमारा एक भी मंत्री कैबिनेट में नहीं है, मजा नहीं आ रहा है कुछ तो करना पड़ेगा, बीजेपी नेता विजय बैंसला ने कहा- समझौता होने के बावजूद पिछले सवा साल में सरकार ने गुर्जर आरक्षण आंदोलन से जुड़ा एक मुकदमा वापस नहीं लिया, समाज के लोगों की है पीड़ा, कब तक दबाकर रखेंगे, इसमें देरी ठीक नहीं है, एमबीसी आरक्षण को नौवीं अनुसूची में डालने के लिए कई बार लिखा जा चुका है, वही जब बीजेपी नेता से सवाल पूछा कि आपको क्या लगता है वापस पटरी पर बैठने की आ सकती है नौबत? इस पर विजय बैंसला ने कहा- यह तो समाज करता है तय, अगर चीज जैसी है, वैसी रही तो जो समाज के पटेल जो बोलेंगे उसके हिसाब से करना पड़ेगा काम, हमें पटरी पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, ऐसी उम्मीद है, हम भी बीजेपी में हैं सीएम साहब हमारे क्षेत्र के हैं, हम सब मिलकर कोशिश करेंगे कि समाधान हो, वही कुछ दिन पहले कांग्रेस नेता सचिन पायलट की तारीफ करने पर विजय बैंसला ने कहा- हम एक-दूसरे से नहीं है दूर, समाज के लोग एक साथ बैठ सकते हैं, कोई रोक थोड़े ही है, समाज हित का संगम था, उसमें साथ बैठे, यह अच्छी बात है, बाकी मैं सारी बातें आज ही थोड़े ही बता दूंगा, कुछ दिन पहले पायलट को लेकर विजय बैंसला ने कहा था कि हम भी सचिन पायलट साहब के साथ ही हैं आप चिंता मत करो

बंदूक लेकर विधायक को मारने पहुंचा बीजेपी का ये पूर्व MLA! और हो गया ये कांड…

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उत्तराखंड की राजनीति से जुड़ी बढ़ी ख़बर, कल गणतंत के दिन खानपुर से बीजेपी के पूर्व विधायक प्रणव चैंपियन ने अपने कट्टर विरोधी और मौजूदा निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के ऑफिस पर जो कुछ किया उसे पूरा देश रह गया सन्न, सोशल मीडिया पर चल रही बहस के कारण रविवार को कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन अपने समर्थकों के साथ निर्दलीय एमएलए उमेश कुमार के कार्यालय पर पहुंचे और की अंधाधुंध फायरिंग, वही इसके बाद पूर्व विधायक की गोलीबारी करने के बाद उमेश शर्मा भी हाथ में पिस्टल लेकर आक्रोश में दिखे और विधायक को मारने के लिए दौड़ पड़े थे जैसे तैसे पुलिस प्रशासन ने रोका, वही पूरे दिन चले इस कांड के बाद पुलिस ने भाजपा के पूर्व विधायक चैंपियन और मौजूदा विधायक उमेश शर्मा को किया है गिरफ्तार, बता दें कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन और उमेश कुमार के बीच शनिवार को एक-दूसरे के खिलाफ अपशब्द कहने के बाद तनातनी बढ़ गई थी बहुत ज्यादा, इसके बाद शनिवार देर रात को उमेश कुमार अपने समर्थकों के साथ कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के कैंप कार्यालय और लंढौरा महल के बाहर पहुंचे थे और इस दौरान हुआ था जमकर हंगामा, उमेश कुमार ने कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को चुनौती दी थी कि वे उनके सामने आएं

मिस्टर परफेक्शनिस्ट ने गणतंत्र दिवस पर की पीएम मोदी की तारीफ, वीडियो वायरल..

aamir khan on 76th republic day
aamir khan on 76th republic day

आज देश 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. देशभर में देशभक्ति एवं एकता की भावना की बयार बहर रही है. इस खास मौके पर बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान गुजरात के एकता नगर स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचे. यहां उन्होंने आजादी के आंदोलन और देश के स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन की तारीफ करते हुए उन्हें असाधारण व्यक्तित्व का धनी बताया. अब उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

आमिर खान ने मीडिया के समक्ष कहा, ‘मुझे यहां आकर स्वतंत्रता संग्राम के महानायकों, खासतौर पर गांधीजी और मेरे परदादा मौलाना आजाद, के संघर्ष को याद करने का मौका मिला. यह मेरे लिए बेहद खास दिन था. यह स्थान वास्तव में पीएम मोदी की सोच और प्रयासों का एक असाधारण उदाहरण है. मैं सभी लोगों से आग्रह करता हूं कि वे यहां जरूर आएं.’

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वैसे आमिर खान के लिए साल 2025 बेहद खास रहने वाला है. इस साल आमिर लाहौर: 1947 एवं और सितारे जमीन पर जैसी कई बड़े बजट की फिल्मों में नजर आने वाले हैं. मिस्टर परफेक्शनिस्ट राजकुमार संतोषी के डायरेक्शन में एक फिल्म भी कर रहे हैं, जिसमें सनी देओल लीड हीरो हैं. आमिर इस फिल्म को प्रोड्यूस भी कर रहे हैं.

बात करें स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, तो 182 मीटर की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है, सरदार वल्लभभाई पटेल को समर्पित है. इसे नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर डैम के पास स्थापित किया गया है और यह भारत के एकीकरण में पटेल के ऐतिहासिक योगदान को दिखाता है. स्टैच्यू बनाने का काम 2013 में शुरू हुआ था और इसे 31 अक्टूबर 2018 को सरदार पटेल की 143वीं जयंती पर उद्घाटित किया गया.

‘महाकुंभ को खेल का आयोजन न बनाएं..’ अखिलेश ने किसपर साधा ये तीखा निशाना

akhilesh yadav in makhumbh 2025
akhilesh yadav in makhumbh 2025

‘कुंभ या प्रयागराज वह स्थान नहीं है, जहां राजनीति या राजनीतिक निर्णय लेने चाहिए. लोगों को इस आयोजन को खेल का मैदान नहीं बनाना चाहिए.’ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव के ये वचन किसी पर तीखा निशाना साधते प्रतीत हो रहे हैं. सपा प्रमुख ने महाकुंभ में पहुंच संगम स्नान कर ये तीखे वार किए. वहीं पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ 144 साल बाद देखने को मिल रहा है. परंपरा के अनुसार, संगम में 11 डूबकी लगाने का पावन अवसर मिला है. उन्होंने सदभाव एवं सहिष्णुता का संकल्प लेने की बात भी कही.

दरअसल, अखिलेश यादव रविवार को संगम स्नान के लिए महाकुंभ पहुंचे थे. उन्होंने यहां पवित्र 11 डुबकी लगाकर पवित्र स्थान किया. उसके तुरंत बाद सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि लोग अपनी निजी आस्था लेकर यहां आते हैं. ऐसे में सरकार में बैठे लोगों को इस पवित्र महाकुंभ को खेल का आयोजन नहीं बनाना चाहिए.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव महाकुंभ में सीएम योगी द्वारा आयोजित कैबिनेट मीटिंग की आलोचना कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कुंभ या प्रयागराज वह स्थान नहीं है जहां राजनीति या राजनीतिक निर्णय लिए जाने चाहिए. कुंभ में कैबिनेट की बैठक आयोजित करना राजनीतिक है. हममें से कई (सपा के लोग) पवित्र स्नान करने गए होंगे, लेकिन उन्होंने न तो तस्वीर पोस्ट की और न ही किसी को बताया.

कुंभ की आलोचना पर योगी ने बोला था हमला

इससे पहले सपा प्रमुख द्वारा महाकुंभ की आलोचना करने पर सीएम योगी ने अखिलेश पर जोरदार हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि यूपी के पूर्व सीएम भारत के लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. उन्होंने कहा आज समाजवादियों को संपत्ति की अधिक चिंता है. जब पूरा देश और दुनिया महाकुंभ के लिए प्रयागराज की प्रशंसा कर रही थी, तब यूपी के पूर्व सीएम (अखिलेश यादव) हर दिन महाकुंभ की आलोचना कर रहे थे और भारत के लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे थे.

यह भी पढ़ें: ‘आपका वोट कट गया है..’ कहीं आरोपों के भंवर में ‘प्रवेश’ तो नहीं कर रहे अरविंद केजरीवाल!

दरअसल, अखिलेश यादव महाकुंभ में योगी सरकार द्वारा की गयी व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं. इधर, बीजेपी भी सपा प्रमुख के महाकुंभ में जाने को लेकर घेर चुकी है. सपा प्रमुख के महाकुंभ में जाने को लेकर बीते कुछ दिनों से चर्चा चल रही थी. 23 जनवरी को उनका दौरा निश्चित था लेकिन अपरिहाय कारणों से वह स्थगित हो गया. उसके बाद से ही योगी सरकार सपा की घेराबंदी कर रही थी.

इससे पूर्व सपा प्रमुख ने कहा था कि वह हमेशा धार्मिक समागम में जाते रहे हैं. कुछ लोग पुण्य पाने के लिए गंगा में स्नान करने जाते हैं, कुछ लोग दान देने जाते हैं और कुछ लोग अपने पाप धोने जाते हैं. हम पुण्य और दान दोनों के लिए जाएंगे. अब चूंकि अखिलेश यादव संगम नदी में डुबकी लगा चुके हैं. अब देखना होगा कि महाकुंभ की राजनीतिक जंग में किस तरह का जुबानी वार देखने को मिलेगा.

‘आपका वोट कट गया है..’ कहीं आरोपों के भंवर में ‘प्रवेश’ तो नहीं कर रहे अरविंद केजरीवाल!

arvind kejriwal vs pravesh sharma in navi delhi assembly elections 2025
arvind kejriwal vs pravesh sharma in navi delhi assembly elections 2025

दिल्ली विधानसभा चुनाव की जंग का अंतिम दौर शुरू हो गया है. राजनीतिक विश्लेषक इस बार आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच कांटे की टक्कर बता रहे हैं. आप के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल भी जीत की हैट्रिक लगाने के लिए पसीना बहा रहे हैं. वहीं उनके सामने चुनौती बनकर खड़े प्रवेश शर्मा प्रचार प्रसार के साथ साथ आरोपों के भंवर में केजरीवाल को फंसाने के लिए अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं. इस बार उन्होंने केजरीवाल और सत्तारूढ़ दल पर जनता के बीच पैसे बांटने और फर्जी कॉल करवाने का आरोप लगाया है.

मतदाता का रिकॉर्ड कहां से मिला

नई दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि अरविंद केजरीवाल इस कदर बौखला गए हैं कि अब लोगों को फर्जी कॉल किए जा रहे हैं. प्रवेश वर्मा के अनुसार, ‘आप पार्टी द्वारा एक कॉल तो यह किया जा रहा है कि बीजेपी की सरकार बनते ही सभी सुविधाएं बंद कर दी जाएंगी. इसके अलावा एक कॉल खास तौर से नई दिल्ली विधानसभा सीट पर किया जा रहा है, जहां लोगों से कहा जा रहा है कि बीजेपी ने आपका वोट कटवा दिया है लेकिन अरविंद केजरीवाल उसे जुड़वा देंगे.’

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बीजेपी के उम्मीदवार ने यह सवाल भी उठाया है कि अरविंद केजरीवाल को सभी मतदाताओं का रिकॉर्ड मिल कहां से रहा है. उन्होंने कहा कि यह लोग नई दिल्ली सीट पर मतदाताओं को कॉल कर रहे हैं और कह रहे हैं कि यहां से बीजेपी के उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने आपका वोट कटवा दिया है. वह कहते हैं कि मैं केजरीवाल के ऑफिस से बोल रहा हूं और केजरीवाल ने कहा है कि आपके लिए चुनाव आयोग में बात करें, लिस्ट भेजे और आपके वोट को जुड़वाएं. इसके बाद शाम को फिर फोन करते हैं कि आपका वोट अरविंद केजरीवाल ने जुड़वा दिया है.

प्रवेश वर्मा ने कहा कि हर वोटर को उसका वोटर कार्ड नंबर बताया जा रहा है, उसका मोबाइल नंबर और नाम भी बताया जा रहा है. जो चुनाव आयोग के अलावा किसी के पास नहीं हो सकता, चाहे वो कोई भी एजेंसी हो. अरविंद केजरीवाल के पास ये डेटा कहां से आया, इसकी भी जांच होनी चाहिए. उन्होंने लोगों से अपील की है कि अगर ऐसी कोई कॉल आए तो नजरअंदाज करें.

कैलेंडर में छिपाकर 500-500 रुपए बांट रही आप

दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पर बड़ा आरोप लगाया है. पार्टी ने अरविंद केजरीवाल पर फर्जी कॉल करवाने और कैलेंडर में छिपाकर 500-500 रुपए बांटने का आरोप लगाया है. प्रवेश वर्मा ने कहा है कि आप आदमी पार्टी 800-800 रुपए में कुछ लोगों को बाहर से लाया गया है, जो लोगों में कैलेंडर में छिपाकर 500 रुपए बांट रहे हैं. उन्होंने चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस से इसकी शिकायत भी है.

गौरतलब है कि इस बार अरविंद केजरीवाल और प्रवेश शर्मा के बीच नई दिल्ली में कांटे की टक्कर है. दिल्ली की पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता स्वं शीला दीक्षित के सुपुत्र एवं पूर्व सांसद संदीप ​दीक्षित मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं. अब देखते हैं कि अरविंद केजरीवाल बीजेपी द्वारा बनाए गए आरोपों के चक्रव्यूह से बाहर निकल पाते हैं या फिर इस भंवर में फंसकर रह जाएंगे.

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