अलका लांबा की जीवनी | Alka Lamba Biography in Hindi

alka lamba biography in hindi
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Alka Lamba Latest News – दिल्ली कांग्रेस में अलका लाम्बा दो दशक से भी ज्यादा समय से सक्रिय है. वह पहली बार वर्ष 2003 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में एक कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर खड़ी हुई थी. पर तब वह हार गई थी. इसके बाद वह 2015 में आप के टिकट पर जीतकर विधायक का पद प्राप्त कर चुकी है. तब वह दिल्ली की नामी सीट ‘चांदनी चौक’ से विधायक चुनी गई थी. पर जब वह फिर से कांग्रेस ज्यॉइन की है तब पार्टी ने उन्हें 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी से अपना उम्मदवार बनाया है. पर इस बार उन्हें और भी कड़े चुनौतियों का सामान करना होगा क्योकि उनके दोनों ही प्रतिद्वंदी लोकप्रिय नेताओ में आते है. अब देखना यह है कि इस बार का परिणाम अलका के पक्ष में आता है या विपक्ष में. इस लेख में हम आपको अलका लांबा की जीवनी (Alka Lamba Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

अलका लांबा की जीवनी (Alka Lamba Biography in Hindi)

पूरा नाम अलका लांबा
उम्र 49 साल
जन्म तारीख 21 सितंबर 1975
जन्म स्थान दिल्ली
शिक्षा बीएससी
कॉलेज बुंदेलखंड विश्वविद्यालय
वर्तमान पद कालकाजी विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार
व्यवसाय राजनीतिज्ञ, व्यापार
राजनीतिक दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
वैवाहिक स्थिति तलाकशुदा
पिता का नाम अमर नाथ लांबा
माता का नाम राज कुमारी
पति का नाम लोकेश कपूर
बच्चे एक बेटा
बेटें का नाम ऋतिक लांबा
बेटी का नाम
स्थाई पता दिल्ली
वर्तमान पता दिल्ली
फोन नंबर
ईमेल

अलका लांबा का जन्म और परिवार (Alka Lamba Birth & Family)

अलका लांबा का जन्म 21 सितंबर 1975 को नई दिल्ली में हुआ था. उनके पिता का नाम अमर नाथ लांबा है. अमर नाथ लांबा भारतीय सेना में एक सिविल इंजीनियर के पद पर तैनात थे. जबकि उनकी माता का नाम राज कुमारी है, जो एक सामान्य गृहणी है.

अलका लांबा छः भाई बहन है. अलका लांबा का विवाह लोकेश कपूर से हुआ था पर वह विवाह टिक नहीं पाया और दोनों का तलाक हो गया. फिलहाल मिसेज लांबा तलाकशुदा महिला है. उनका एक बेटा है जिसका नाम ऋतिक लांबा हैं.

अलका लांबा की शिक्षा (Alka Lamba Education)

अलका लांबा ने अपनी स्कूली शिक्षा गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल, दिल्ली से पूरी की थी. बाद में उन्होंने 1996 में दयाल सिंह कॉलेज, दिल्ली (दिल्ली विश्वविद्यालय) से बीएससी (BSc) की डिग्री प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश से रसायन विज्ञान में मास्टर डिग्री (MSc) हासिल की.

अलका लांबा का राजनीतिक करियर (Alka Lamba Political Career)

अलका लांबा मध्यम परिवार से आती है. पढाई के दौरान ही अलका लांबा ने राजनीति की दुनिया में कदम रख दिया था. जब वह उन्नीस वर्ष की थी और कॉलेज में बीएससी की छात्रा हुआ करती थी तभी वह कांग्रेस पार्टी की छात्र शाखा नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ़ इंडिया (एनएसयूआई) में शामिल हो गईं थी. इसके बाद छात्र संघ की ओर से उन्हें जल्द ही प्रोमोशन मिल गया और उन्हें दिल्ली राज्य छात्रा संयोजक की ज़िम्मेदारी दी गई.

इसी के एक वर्ष बाद 1995 में उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ा और भारी से जीत गई. इसके बाद अलका लांबा ने वर्ष ​​1996 में एनएसयूआई के लिए अखिल भारतीय छात्रा संयोजक के रूप में काम किया जबकि उसके एक वर्ष बाद 1997 में उन्हें एनएसयूआई का अध्यक्ष नियुक्त बना दिया गया.

कांग्रेस पार्टी में उन्हें दिल्ली की एक उभरती हुई युवा नेत्री के तौर पर देखा जाने लगा. इसी कारण अलका लांबा का कद बढ़ाते हुए पार्टी ने उन्हें वर्ष 2002 में अखिल भारतीय महिला कांग्रेस का महासचिव नियुक्त कर किया. और इसके बाद तो पार्टी में उनकी गिनती भाजपा के बड़े नेताओ से टक्कर लेने वाले नेताओ में होने लगी. इसी कारण 2003 में कांग्रेस ने उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनाव में खड़ा किया और और उन्हें मोती नगर से अपना उम्मीदवार बनाया जहाँ उनका मुकाबला भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मदन लाल खुराना से था. इस चुनाव में अलका लांबा की मदन लाल खुराना के हाथो बुरी तरह से पराजय हुई.

इस हार के बाद पार्टी में उन्हें लम्बे समय तक किसी चुनाव में खड़ा नहीं किया पर ​​2006 में उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की सदस्य अवश्य बना दिया. इसके बाद उन्हें दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महासचिव बना दिया गया. इसी के बाद अलका लाम्बा को भारत सरकार की एक स्वायत्त संस्था, जो महिला और बाल विकास मंत्रालय.के अधीन कार्य करती है और जिसका नाम ‘राष्ट्रीय सार्वजनिक सहयोग और बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी)’ है, का उपाध्यक्ष बना दिया गया.

इसके बाद अलका लाम्बा को कांग्रेस का सचिव बना दिया गया. वह वर्ष 2007 से लेकर वर्ष 2011 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की सचिव रहीं थी. इसके बाद अलका लाम्बा को कांग्रेस से मोह भंग हो गया क्योकि पार्टी उन्हें किसी भी चुनाव में खड़े होने के लिए टिकट नहीं दे रही थी परिणामतः अलका ने अपना हित देखते हुए वर्ष 2014 में कांग्रेस पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया और पार्टी छोड़कर अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई.

इसके बाद आम आदमी पार्टी ने 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्हें चांदनी चौक से अपना उम्मीदवार बनाया. इस चुनाव में अलका पहली बार जीत हासिल की. इस जीत के साथ ही अलका पहली बार विधायक बनी. उस चुनाव में अलका लाम्बा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के सुमन कुमार गुप्ता को 18,287 मतों के अंतर से हराया था.

पर चार वर्ष से भी कम समय में अलका का आम आदमी पार्टी से मोह भंग हो गया और वह सितंबर 2019 में आम आदमी पार्टी छोड़ दी और एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं.

इसके बाद कांग्रेस ने अलका लाम्बा को दिल्ली की 2025 की विधानसभा में दिल्ली की कालकाजी विधानसभा से अपना उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर उनका मुकाबला बीजेपी और आप दोनों के दग्गज नेताओ से है. जहां आप से यहां आतिशी उम्मीदवार है जो दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री है तो वही भाजपा से रमेश बिधूड़ी है. रमेश बिधूड़ी भाजपा के कई बार पूर्व एमपी व विधायक रह चुके है. इस कारण अलका के लिए यह चुनाव जीतना एक चुनौती से कम नहीं है क्योकि उनके दोनों ही प्रतिद्वंदी दिल्ली राजनीति के वरिष्ठ नेता माने जाते है.

अलका लांबा की संपत्ति (Alka Lamba Net Worth)

2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में पर्चा दाखिल करते समय अपने हलफनामे में अलका लांबा ने अपनी सम्पत्ति 3 करोड़ 41 लाख रूपये घोषित की है. हलफनामें के अनुसार उनके पास गुड़गांव में एक कमर्शियल फ्लैट है जबकि दक्षिण दिल्ली में एक रेजिडेंशियल फ्लैट है.

इस लेख में हमने आपको अलका लांबा की जीवनी (Alka Lamba Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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