Arvinder Singh Lovely Latest News – दिल्ली में 5 फ़रवरी को विधानसभा के चुनाव होने है. परिणाम 8 फ़रवरी को घोषित होगा. इस बार बीजेपी भी पूरी तैयारी में है और इसी कारण वह आम आदमी पार्टी को मात देने के लिए हर वह कदम उठा रही जो पार्टी को सही लग रहा है. इसी कड़ी में पार्टी ने मौजूदा विधायक अनिल कुमार बाजपेयी का दिल्ली के गांधी नगर विधान सभा सीट से टिकट काटकर अरविंदर सिंह लवली को अपना उम्मीदवार बनाया. लवली लोक सभा चुनाव से पहले कांग्रेस में थे. वह शीला दीक्षित सरकार में शिक्षा व शहरी विकास मंत्री भी रह चुके है पर वर्तमान में वह भाजपा के नेता है और पार्टी ने उन्हें गांधीनगर विधान सभा सीट खड़ा किया है. इस लेख में हम आपको श्री अरविंदर सिंह लवली की जीवनी (Arvinder Singh Lovely Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
अरविंदर सिंह लवली की जीवनी (Arvinder Singh Lovely Biography in Hindi)
पूरा नाम | अरविंदर सिंह लवली |
उम्र | 56 साल |
जन्म तारीख | 11 दिसंबर 1968 |
जन्म स्थान | दिल्ली |
शिक्षा | बीए |
कॉलेज | दिल्ली विश्वविद्यालय |
वर्तमान पद | दिल्ली के गांधी नगर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ, व्यापार |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | बलविंदर सिंह |
माता का नाम | – |
पत्नी का नाम | गुरवीन कौर |
बच्चे | एक बेटा और एक बेटी |
बेटें का नाम | नवजोत सिंह |
बेटी का नाम | परमिंदर सिंह |
स्थाई पता | दिल्ली |
वर्तमान पता | दिल्ली |
फोन नंबर | – |
ईमेल | – |
अरविंदर सिंह लवली का जन्म और परिवार (Arvinder Singh Lovely Birth & Family)
अरविंदर सिंह लवली का जन्म 11 दिसंबर 1968 को दिल्ली के गांधीनगर में हुआ था. उनके पिता का नाम बलविंदर सिंह है. अरविंदर सिंह लवली की पत्नी नाम गुरवीन कौर है.
अरविंदर सिंह लवली के दो बच्चे है. एक का नाम नवजोत सिंह है तो दूसरे का नाम परमिंदर सिंह है. अरविंदर सिंह लवली पंजाबी है और वह जाति से सरदार है.
अरविंदर सिंह लवली की शिक्षा (Arvinder Singh Lovely Education)
अरविंदर सिंह लवली ने दिल्ली विश्वविद्यालय के एसजीटीबी खालसा कॉलेज से 1989-1990 में राजनीति विज्ञान में बीए (ऑनर्स) किया है.
अरविंदर सिंह लवली का शुरूआती जीवन (Arvinder Singh Lovely Early Life)
अरविंदर सिंह लवली का शुरूआती जीवन दिल्ली के गांधीनगर, कृष्णानगर ईलाके में बीता. लवली को छोटी आयु से ही सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों में गहरी रुचि विकसित हो गई थी. बाद में अरविंदर सिंह लवली कॉलेज के छात्र संघ के लिए चुने गए और विभिन्न सामाजिक व शैक्षणिक संगठनों के साथ सक्रिय रूप से जुड़े गए. उसी के बाद लवली दिल्ली के भीमराव अंबेडकर कॉलेज के अध्यक्ष भी चुने गए थे. उसी के बाद वह फिर वर्ष 1992 से लेकर वर्ष 1996 के बीच नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ़ इंडिया (NSUI) के महासचिव के रूप में भी काम किया.
अरविंदर सिंह लवली का राजनीतिक करियर (Arvinder Singh Lovely Political Career)
अरविंदर सिंह लवली की राजनीतिक यात्रा नब्बे के दशक से शुरु हुई थी. लवली कम उम्र से ही छात्र राजनीति में सक्रिय थे. उन्होंने 1990 में दिल्ली युवा कांग्रेस के महासचिव के रूप में कार्य किया. लवली 1992 से 1996 तक नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) में महासचिव का पद पर रहे.
लवली पहली बार कांग्रेस के टिकट पर 1998 में गांधी नगर निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए विधायक बने. उन्होंने भाजपा के सविंदरजीत सिंह बाजवा को 6,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया. उस समय लवली 30 वर्ष के थे. इस कारण उनकी गिनती उस समय दिल्ली विधानसभा के लिए चुने गए सबसे कम उम्र के विधायक के रूप में हुई थी.
इसके बाद लवली फिर 2003, 2008 और 2013 में लगातार गांधी नगर निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर चुने गए. इसी बीच जब दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनी तब वह दिल्ली की शीला दीक्षित सरकार में शहरी विकास, राजस्व, शिक्षा, परिवहन, पर्यटन, भाषा, गुरुद्वारा चुनाव, स्थानीय निकाय और गुरुद्वारा प्रशासन मंत्री बनाये गए.
इसी बीच एक नाटकीय घटनाक्रम में अरविंदर सिंह लवली अप्रैल 2017 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए. उनके इस कार्य को लेकर दिल्ली पूर्व मुख्यमंत्री रही शीला दीक्षित ने उन पर पार्टी को धोखा देने का आरोप लगाया था. लेकिन लवली फरवरी 2018 में फिर से कांग्रेस में वापस आ गए. उस समय वह राहुल गांधी से मिलकर पुराने गीले शिकवे पार्टी के साथ साझा किया और कहा कि उनका भाजपा के साथ विचार नहीं मिलता है उन्होंने पार्टी छोड़ने का कारण ‘स्वयं की उपेक्षा और दिल्ली में माकन का दिल्ली इकाई के प्रमुख बनना’ बताया था.
इसके बाद वह फिर कई वर्षो तक कांग्रेस के साथ बने रहे और इसके बाद कांग्रेस उन्हें 2019 का लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली से अपना उम्मीदवार बनाया. उस चुनाव में उनका मुकाबला भाजपा के गौतम गंभीर और आप की आतिशी से था. उस चुनाव में लवली भाजपा नेता सह क्रिकेटर रहे गौतम गंभीर से 3.9 लाख से अधिक मतों के भारी अंतर से हार गए.
इसी के बाद एक बार फिर से लवली का कांग्रेस से मोह भंग हो गया और अरविंदर सिंह लवली ठीक 2024 के लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले कांग्रेस छोड़ दी. इस बार उन्होंने इसका कारण कांग्रेस पार्टी का आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करना बताया. इसी के बाद लवली ने 04 मई 2024 को फिर से भाजपा में शामिल हो गए.
इसके बाद जब 2025 का दिल्ली विधानसभा चुनाव में टिकट बटबारें की बात आयी तब भाजपा ने गांधी नगर निर्वाचन क्षेत्र से मौजूदा विधायक रहे अनिल कुमार बाजपेयी को टिकट न देकर वहां से अरविंदर सिंह लवली को अपना उम्मीदवार बनाया. इसका एक प्रमुख कारण यह भी रहा है कि गांधी नगर लवली का जन्म स्थल भी है और वहां से वह पहले से जीतते भी रहे है. इसी कारण भाजपा ने सोचा कि गांधी नगर से लवली ही अधिक उपयुक्त उम्मीदवार है. .
वर्तमान में अरविंदर सिंह लवली दिल्ली के गांधी नगर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार भी है.
अरविंदर सिंह लवली की संपत्ति (Arvinder Singh Lovely Net Worth)
चुनाव में पर्चा दाखिल करते समय अपने हलफनामे में अरविंदर सिंह लवली ने अपनी सम्पत्ति 5 करोड़ रूपये घोषित की है जबकि उनपर कोई कर्ज नहीं है.
इस लेख में हमने आपको दिल्ली के गांधी नगर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अरविंदर सिंह लवली की जीवनी (Arvinder Singh Lovely Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.