जितिन प्रसाद की जीवनी | Jitin Prasada Biography in Hindi

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Jitin Prasada Latest News 2024 में जितिन प्रसाद ने 18वीं लोकसभा में उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से ही चुनाव लड़ा था और जीत गए थे. पीलीभीत से वह पहली बार खड़े हुए थे और उन्हें जीत मिली. जीत के बाद उन्हें मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाया गया है. इससे पहले जितिन प्रसाद उत्तर प्रदेश सरकार में भी मंत्री रह चुके है. पर उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा कांग्रेस से की थी और वह लंबे समय तक कांग्रेस में रह चुके है. उन्होंने मनमोहन सरकार में केंद्रीय मंत्रिमंडल में भी स्थान पाया था पर बाद की मिली लगातार असफलता के बाद उन्होंने वर्ष 2021 में कांग्रेस को अलविदा कह दिया और बीजेपी में शामिल हो गए. बीजेपी में शामिल होते ही उन्हें फिर से पहले की भांति विजयश्री मिलना शुरू हो गया और वर्तमान में जितिन प्रसाद मोदी मत्रिमंडल में है. इस लेख में हम आपको वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री सह इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राज्य मंत्री जितिन प्रसाद की जीवनी (Jitin Prasada Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

जितिन प्रसाद की जीवनी (Jitin Prasada Biography in Hindi)

पूरा नाम जितिन प्रसाद
उम्र 51 साल
जन्म तारीख 29 नवंबर 1973
जन्म स्थान शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश
शिक्षा एमबीए
कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय
वर्तमान पद वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री सह इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राज्य मंत्री
व्यवसाय राजनीतिज्ञ, व्यापार
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम जितेन्द्र प्रसाद
माता का नाम कांता प्रसाद
पत्नी का नाम नेहा प्रसाद
बच्चे
बेटें का नाम
बेटी का नाम
स्थाई पता लाल कोठी, प्रसाद भवन कंपाउंड खिरनी बाग शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश
वर्तमान पता बंगला नंबर 36, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड (टाइप-VIII), नई दिल्ली
फोन नंबर 09415062341
ईमेल prasada[dot]jitin[at]sansad[dot]nic[dot]in

जितिन प्रसाद का जन्म और परिवार (Jitin Prasada Birth & Family)

जितिन प्रसाद का जन्म 29 नवंबर 1973 को उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जिले में हुआ था.

उनके पिता का नाम जितेन्द्र प्रसाद तो उनकी माता का नाम श्रीमती कांता प्रसाद था. जितिन प्रसाद के पिता कांग्रेस के बड़े नेता थे.

जितिन प्रसाद का विवाह नेहा सेठ से 16 फरवरी,  2010 में हुआ.  उनके दो बच्चे है.  उनकी पत्नी पत्रकार रह चुकी है. जितिन प्रसाद हिन्दू है और वह जाति से ब्राह्मण है.

जितिन प्रसाद की शिक्षा (Jitin Prasada Education)

जितिन प्रसाद ने एमबीए किया है. उन्होंने देहरादून के दून स्कूल के बोर्डिंग स्कूल से पढ़ाई की, जहाँ वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के समकालीन थे. इसके बाद उन्होंने 1992-1995 में दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉमर्स कॉलेज से पढाई की और फिर इसके बाद उन्होंने 1995-1996 में इंटरनेशनल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली से एमबीए किया.

जितिन प्रसाद का राजनीतिक करियर (Jitin Prasada Political Career)

जितिन प्रसाद उत्तर प्रदेश के चर्चित राजनीतिक घराने से आते है. जितिन प्रसाद का रविंद्रनाथ टैगोर के परिवार से भी संबंध रहा है. जितिन प्रसाद के परदादा ज्याला प्रसाद अग्रेजो के समय में इम्पीरियल सिविल सर्विस अफसर थे और उनका विवाह पूर्णिमा देवी के साथ हुआ था. पूर्णिमा देवी रविंद्र नाथ टैगोर के भाई हेमेंद्र नाथ टैगोर की सबसे छोटी बहन की बेटी थी.

इसके साथ ही जितिन के दादा ज्योति प्रसाद कांग्रेस के सदस्य थे और विधान सभा एवं क्षेत्रीय राजनीति में जीत हासिल की थी. उनकी दादी पामेला प्रसाद कपूरथला, पंजाब के सिख परिवार से थी. जितिन प्रसाद के पिता जीतेन्द्र प्रसाद कांग्रेस के बड़े नेता थे और वह 1991 में राजीव गाँधी और फिर इसके बाद 1994 में पी वी नरसिम्हा राव के राजनीतिक सलाहकार रह चुके थे. यहाँ तक की 1995 में वह उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके है. साथ ही वह केंद्रीय स्तर पर भी वह उपाध्यक्ष रह चुके है.

पिता के बाद जितिन प्रसाद ने राजनीतिक क्षेत्र में इंट्री ली और अपने पिता के नाम पर अपनी राजनीतिक पहुंच को आगे बढ़ाया. चूँकि उन्हें राजनीति विरासत में मिली थी इसलिए उन्हें इस क्षेत्र में कोई ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ी और वह आसानी से पार्टी में पद पाने में सफल रहे. चूँकि कांग्रेस में भाई-भतीजावाद ही चली आ रही है इसलिए इन्हे कांग्रेस में आते ही पहले 2001 में कांग्रेस की युवा टीम में सचिव का पद मिला और फिर वर्ष 2004 में अपने गृह क्षेत्र शाहजहांपुर से लोकसभा सदस्य चुने गए. यह चुनाव उन्होंने बड़ी ही आसानी से जीत ली थी और पहली बार एमपी बनकर संसद भवन पहुंचे. इसी के बाद उन्हें वर्ष 2008 में मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री बनाया गया. इसी के बाद वर्ष 2009 में उन्होंने धौरहरा से चुनाव लड़ा और यहाँ से भी उन्हें आसान विजय मिल गई.

इसके बाद जितिन को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय में मंत्री पद मिल गया. इसके बाद उन्हें पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय भी संभालने का मौका मिला. इसके साथ ही 2014 के लोक सभा चुनाव से पहले के दो वर्षो में उन्हें मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय में केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया.

लेकिन इसके बाद जितिन प्रसाद के राजनीतिक भविष्य अंधकार में पड़ गए. वह चुनाव पे चुनाव हारते चले गए. पहले जीत दर्ज करने वाला अब हार ही हार देख रहा था. यूपी कांग्रेस अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रही थी. इसी के बाद तंग आकर जितिन प्रसाद ने 9 जून 2021 को कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी ज्यॉइन कर ली और फिर इसके बाद उन्हें उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री बनाया गया. इसके बाद उन्होंने 2024 का 18वीं लोकसभा चुनाव पीलीभीत से लड़ा और जीत गए. जीत के बाद उन्हें मोदी सरकार में मंत्री बनाया गया है.

उत्तर प्रदेश का पीलीभीत लोकसभा क्षेत्र भाजपा का गढ़ माना जाता है. यहाँ से दो दशक से भाजपा जीतती आ रही है. इसी सीट पर पहले वरुण गाँधी ने चुनाव लड़ा था. वरुण गाँधी यहाँ से दो बार के सांसद रह चुके है जबकि इसी सीट से वरुण गाँधी की माता मेनका गाँधी भी जीत चुकी है.

वर्तमान में, जितिन प्रसाद उत्तर प्रदेश के पीलीभीत लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद है और मोदी सरकार में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री सह इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राज्य मंत्री है.

जितिन प्रसाद की संपत्ति (Jitin Prasada Net Worth)

2024 के लोकसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार जितिन प्रसाद की कुल संपत्ति 29.89 करोड़ रूपये हैं. हालांकि उनपर कोई भी कर्ज नहीं है.

इस लेख में हमने आपको केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद की जीवनी (Jitin Prasada Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

 

 

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