प्रदेश की सियासत से जुडी बड़ी खबर, पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा ने प्रदेश की भजनलाल सरकार पर साधा निशाना, मामले को लेकर हाई कोर्ट ने ABVP की याचिका की निरस्त, इस मामले को लेकर बोले डोटासरा, भजनलाल सरकार पर हमला करते हुए कांग्रेस नेता डोटासरा ने कहा- सच में दोगलापन का पर्याय बन चुकी है भाजपा! रीट पेपर लीक मामले में विपक्ष रहते भाजपा ने गला फाड़-फाड़कर CBI जांच की मांग की, धरने-प्रदर्शन किए और अपने छात्रसंघ संगठन ABVP से हाईकोर्ट में याचिका दायर करवाई, लेकिन भाजपा का दोहरा चरित्र देखिए.. आज ये लोग जब सत्ता में हैं, तो भाजपा सरकार हाईकोर्ट में कहती है कि “रीट पेपर लीक मामले में CBI जांच की जरूरत नहीं है।” और कोर्ट सीबीआई की जांच की मांग को ख़ारिज कर देता है, पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा- आज भाजपा की डबल इंजन की सरकार है, प्रदेश में डेढ साल से ये लोग सत्ता में हैं.. फिर ‘मगरमच्छ’ पकड़ने से मुख्यमंत्री का हाथ कौन पकड़ रहा है? वास्तविकता ये है कि भाजपा का उद्देश्य कभी भी युवाओं को न्याय दिलाने का था ही नहीं, बल्कि सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक था, भाजपा के नेताओं ने सत्ता हथियाने के लिए सियासी स्वार्थ में षड्यंत्र रचा और छवि धूमिल करने के लिए राजनीतिक दुर्भावना से किया दुष्प्रचार, जबकि कांग्रेस सरकार ने युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए इस मामले में गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ निर्णय किया, लेवल-2 की परीक्षा रद्द की, SOG से जांच कराई, सख्त कार्रवाई करते हुए नकल गिरोह को पकड़कर जेल में डाला और कड़े कानून बनाए, कांग्रेस नेता ने आगे कहा- लेकिन हैरानी इस बात की है कि विपक्ष में रहते जो लोग SOG की जांच पर सवाल उठा रहे थे, आज वो SOG की जांच से संतुष्ट हैं, भाजपा के दोहरे चरित्र वाले नेताओं को अब CBI जांच की दरकार नहीं है, भाजपा की कथनी और करनी में अंतर एवं इनका दोहरा चरित्र सबके सामने हैं