Wednesday, January 15, 2025
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सोनिया गांधी को ‘विष कन्या’ बताए जाने का फूटा सचिन पायलट का गुस्सा, दिया ये बड़ा बयान

कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को विष कन्या बताए जाने पर फूट पड़ा सचिन पायलट का गुस्सा, बीजेपी नेता के बयान पर जताई नाराजगी, बोले राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट – कद्दावर नेता हैं सोनिया गांधी, उनके लिए इस तरह की भाषा निंदनीय और शर्मनाक, चुनाव अपनी जगह है लेकिन नहीं गिरना चाहिए भाषा का स्तर, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में किया पार्टी की जीत का दावा, बोले पायलट – कर्नाटक चुनाव में हार को सामने देखकर बौखलाई बीजेपी, कर्नाटक के बीजेपी विधायक बासनगौड़ा ने एक जनसभा में सोनिया गांधी को कहा था विष कन्या, साथ ही साथ सोनिया गांधी को विदेश एजेंट बताते हुए पाक एवं चीन के साथ काम करने के लगाए थे गंभीर आरोप, कांग्रेस के दिग्गज नेता कर चुके हैं इस बयान की निंदा, फिलहाल बीजेपी के किसी बड़े नेता की अभी तक इस बयान पर नहीं आई है कोई टिप्पणी।

‘निजी कम्पनियों की मनमर्जी अब नहीं चलने दी जाएगी’ – सांसद हनुमान बेनीवाल

प्रदेश की राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर, आरएलपी पार्टी के प्रमुख और नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने किसानों से किया वादा निभाया, आज JSW सीमेंट कंपनी की नीतियों के खिलाफ आंदोलित किसानों के साथ किया हनुमान बेनीवाल ने संवाद, ख़ुद बेनीवाल पहुचे थे धरना स्थल, वही किसानों से मुलाकात के बाद बेनीवाल ने दिया बड़ा बयान, कहा- सरासनी गांव की सरहद पर JSW सीमेंट कंपनी की नीतियों के खिलाफ आंदोलित किसानों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के बाद आज मौका स्थिति देखी और उपस्थित विभिन्न गांवों के लोगों से संवाद किया, निजी कम्पनियों की मनमर्जी अब नहीं चलने दी जाएगी, बता दें कुछ दिन पहले ही JSW के खिलाफ धरना दे रहे किसानों पर पुलिस ने किया था लाठीचार्ज, इसके बाद सांसद बेनीवाल ने प्रशासन और प्रदेश सरकार पर साधा था निशाना

कांग्रेस ने जारी की 16 नामों की तीसरी सूची, देखें चौकानें वाली लिस्ट

दिल्ली विधानसभा चुनाव से जुड़ी बड़ी ख़बर, कांग्रेस ने जारी की तीसरी सूची, लिस्ट में है 16 उम्मीदवारों के नाम, देखें पूरी सूची

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किरोड़ी मीणा पर भड़के हनुमान बेनीवाल, कहा-उनके साथ तो यही होना था जब उनको पता था कि…

राजस्थान की राजनीति से जुडी बड़ी खबर, नागौर से सांसद और RLP पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल ने मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को लेकर दिया बड़ा बयान, एक मीडिया चैनल से बात करते हुए बेनीवाल ने किरोड़ी मीणा पर कसा तंज, सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा- किरोड़ी लाल मीणा बीजेपी में गलत चले गए, उस समय मुझे छोड़कर क्यों गए उस वक्त इनको क्या जल्दबाजी हो गई बताओ, बना दिया क्या किरोड़ी मीणा को मुख्यमंत्री बन गए क्या सीएम…उनके साथ तो यही होना था जब उनको पता था कि भारतीय जनता पार्टी किसान विरोधी पार्टी है और जो लड़ाई किरोड़ी लाल मीणा ने 8 से 15 लड़ी राजस्थान में मुझे अकेला छोड़कर वह वापस बीजेपी में चले गए तो सही हो रहा है जो हो रहा है गलत क्या हो रहा है, उनके साथ तो यही होना है अगर मैं जाऊंगा तो मेरे साथ भी यही होगा मेरे साथ तो हुआ था मैं तो बाहर आ गया तो ठीक हुआ, बेनीवाल ने कहा- एनडीए को जब मैंने छोड़ा तब किसानों को शहादत दी मैंने, अगर सारे के सारे लोग यह सोच ले कि मुझे सत्ता में प्राप्ति करनी है तो फिर लड़ेगा कौन? जो किरोड़ी लाल मीणा ने अपने जीवन में सबसे बड़ी भूल करी है और जिस तरह 18 के अंदर गए थे मुझे छोड़कर वापस वापस जो वसुंधरा के पास चले गए मुझे अकेला छोड़कर वह खामियाजा उनको आगे तक भुगतना पड़ेगा, क्योंकि राजस्थान की जनता बार-बार यह चीज याद करती है कि किरोड़ी मीणा क्यों गए बीजेपी वालों के साथ? लोग इनको लड़ते हुए देखना चाहते है, इनके सत्ता भागी में नहीं लिखी है यह मंत्री तक बनेंगे और ज्यादा से ज्यादा यह प्रयास करे तो इनको राज्यपाल बना सकती है बीजेपी, बेनीवाल ने आगे कहा- मुझे नहीं लगता की इनको और कोई मौका राजस्थान में मिलेगा, इनको समय अब भी नहीं खराब करना चाहिए, क्यों की आदमी की उम्र नहीं होती, आदमी कभी भुड्डा भी नहीं होता मजबूत होता है, लड़ना चाहिए इसलिए मैं लड़ाई लड़ रहा हूँ, डॉक्टर साहब को भी मैं आग्रह करूँगा की उनको भी लड़ना चाहिए, रोज-रोज क्या भजनलाल को मैं नहीं मानता, कभी कुछ, कभी कुछ, बयान नहीं बदलने चाहिए, लोग इस बात को देखते है, डॉक्टर साहब बोल रहे है ना कि SI भर्ती रद्द करा दो, क्यों नहीं करवा रहे है? कह रहे है कि मैंने इस्तीफा दे दिया है, इस्तीफा दे दिया है तो दस्तख क्यों कर रहे है, क्यों ट्रांसफर कर रहे है, क्यों सारे काम कर रहे है? छोड़ देना चाहिए, इस्तीफा देने वाला आदमी एक मिनट में बाहर आ जाता है, ऐसा नहीं होता है कि इस्तीफा स्वीकार नहीं होता है

भजनलाल ने कांग्रेस के लोगों से मिलकर ही चुनाव जीते है, SI भर्ती को लेकर भी बेनीवाल ने दिया बड़ा बयान

राजस्थान की राजनीति से जुडी बड़ी खबर, नागौर से सांसद और RLP पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल ने SI भर्ती पर दिया बड़ा बयान, एक मीडिया चैनल से बात करते हुए बोले हनुमान बेनीवाल, कहा- SI भर्ती तो हम रद्द करवाएंगे, वर्तमान सरकार के दो मंत्री, CMO के अधिकारी और महिला मित्र के दबाव में नहीं कर रहे भर्ती परीक्षा रद्द, इसके साथ ही बेनीवाल ने यह भी कहा- कांग्रेस-बीजेपी का है आपसी गठजोड़, BJP पूर्ववर्ती सरकार में पेपरलीक में शामिल नेताओं को बचा रही है, वही जब बेनीवाल से यह सवाल पूछा कि SI भर्ती परीक्षा सरकार के हाथ में है मुख्यमंत्री के हाथ में है कि रद्द करे या नहीं, इस पर बेनीवाल ने कहा- मुख्यमंत्री इसलिए रद्द नहीं कर रहे है कि मुख्यमंत्री को हटा देते अगर उपचुनाव नहीं जीतती बीजेपी यहाँ पर तो भजनलाल को चेंज था, भजनलाल ने कांग्रेस के लोगों से मिलकर ही चुनाव जीते है, इसलिए कांग्रेस को यह कहाँ कि तुम्हे जेल में नहीं डालूंगा, SI भर्ती रद्द नहीं करूँगा, तुम्हारे ED CBI के केस वापस करवाऊंगा दिल्ली से, आ मेरी गोदी में बैठ जा, वह गोदी में बैठ गए सारे का सारे, सांसद बेनीवाल ने कहा- ज्यादातर नेता बीजेपी के नेताओं के सम्पर्क में है, लंच डिनर साथ लेते है, दिल्ली में मुलाकातें करते है, आधों के तो बिज़नेस पार्टनरशिप हैं, और यहाँ लोगों को उल्लू बनाने के लिए, कांग्रेस-बीजेपी, बीजेपी-कांग्रेस राजस्थान को बर्बाद करके रख दिया दोनों पार्टियों ने

बीजेपी को 240 सीटों पर समेटने वाला इंडिया अलायंस अब खत्म होने की कगार पर है!

विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन, जिसने आम चुनावों में 400 का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी को महज 240 सीटों पर समेट दिया. क्या अब इस गठबंधन के खत्म होने का वक्त आ गया है? कुछ मनमुटाव, कुछ टकराव के साथ साथ पहले कांग्रेस का अति आत्मविश्वास और उसके बाद चार राज्यों में पार्टी का प्रदर्शन, ये कुछ वजह हैं जिनकी वजह से अब यह गठबंधन शायद मृतप्राय हो चुका है. ममता बनर्जी की तृणमूल पार्टी और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी की तो पहले से ही कैट फाइट चल रही है. ममता ने कांग्रेस को बंगाल में आम चुनाव के दौरान सीटें देने से मना कर दिया था. ऐसे में कांग्रेस ने सभी सीटों पर सीपीआईएम के साथ मिलकर उम्मीदवार उतारे थे. यहीं से दोनों के बीच खटास आ गयी.

वहीं दिल्ली में गठबंधन करने वाली आप और कांग्रेस हरियाणा में एक दूसरे के खिलाफ चुनावी जंग में उतरे. यूपी में एक साथ चुनाव लड़ने वाली सपा ने महाराष्ट्र में कांग्रेस का साथ छोड़ चुकी है. अब उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने भी गठबंधन से हटने के संकेत दे दिए हैं. यही वजह है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस अलग थलग नजर आ रही है.

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दरअसल, इंडिया गठबंधन को नरेंद्र मोदी और बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए खड़ा किया गया था. बाद में इसमें व्यक्तिगत स्वार्थ निहीत होते गए और संगठन कमजोर होता गया. राज्यों के चुनावों में भी इस गठबंधन का बट्ठा बैठ गया. अब तो गठबंधन को लीड करने पर भी लड़ाई शुरू हो गयी है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्पष्ट कहा कि इंडिया गठबंधन मैंने बनाया है और आगे जरूरत पड़ी तो मैं इसे लीड भी करूंगी. लोकसभा चुनाव के बाद इंडिया गठबंधन की कोई बैठक न होना भी इसके टूटने की सबसे बड़ी वजह बनेगी. एक बड़ी वजह नीतीश कुमार भी हैं. वो इस गठबंधन के सूत्रधारों में से एक थे, लेकिन पाला बदलकर एनडीए के साथ चले जाने से गठब्ंधन पहले दोराहे पर ही कमजोर हो गया. अब नीतीश कुमार एनडीए की बैसाखी बनकर सरकार में खड़े हैं.

हालांकि जो लोग ये कहते हैं कि इंडिया गठब्ंधन शुरूआत से ही कमजोर स्थिति में था, तो यह सरासर गलत है. बीजेपी का दावा था कि वह 2019 के चुनाव से बेहतर प्रदर्शन करेगी और 400 सीटें जीतेगी. 2019 में बीजेपी ने 303 सीटें जीती थीं. 5 जून को जब चुनावी नतीजे आए, तो बीजेपी 240 सीटों पर सिमट गई. वहीं कांग्रेस 52 से 99 सीटों पर पहुंच गई. इसके पीछे सबसे बड़ा रोल INDIA अलायंस का था.

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अब लोकसभा के बाद देश में हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और झारखंड सहित चार राज्यों के विधानसभा चुनाव हुए. यहां कुल 554 विधानसभा सीटें हैं लेकिन कांग्रेस इनमें से सिर्फ 75 सीटें यानी करीब 13% सीटें ही जीत सकी. हरियाणा और महाराष्ट्र में तो कांग्रेस बुरी तरह से हारी है. झारखंड और जम्मू कश्मीर में भी स्थिति खराब है लेकिन संयुक्त सरकार में होने की वजह से कांग्रेस हल्की सी प्लस में है. अब महाराष्ट्र में शिवसेना गठबंधन से अलग होकर निकाय चुनाव में उतरने जा रही है. ऐसे में यहां भी गठबंधन टूटने की कमोबेश स्थिति में आ चुका है.

कांग्रेस इस बात को न माने, लेकिन सच यही है कि यह अलायंस सिर्फ लोकसभा चुनाव में NDA को हराने के लिए बनाया गया था. कांग्रेस पर इसका इम्पैक्ट बहुत बुरा हो सकता है. जिस अलायंस के दम पर कांग्रेस चर्चा में रहने लगी थी, उसके टूटने के बाद कांग्रेस की हालत पहले जैसी हो जाएगी. 2027 में यूपी चुनाव आने वाले हैं. इसमें जीत के लिए कांग्रेस को अलायंस का हिस्सा बने रहना बेहद जरूरी है. अगर अलायंस टूटता है तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को होगा. लोकसभा चुनाव में अलायंस ने बीजेपी को सीधी टक्कर दी थी. दरअसल, बीजेपी इतनी ताकतवर और मजबूत पार्टी बन चुकी है कि कोई भी पार्टी अकेले अपने दम पर उसे टक्कर नहीं दे सकती. ऐसे में अलायंस के टूटने से सबसे ज्यादा फायदा बीजेपी को ही होगा. अभी तो हालात ये है कि कांग्रेस चाहकर भी इस गठबंधन को टूटने से नहीं बचा पा रही है. अब देखना ये होगा कि राहुल गांधी या ​मल्लिकार्जुन खरगे या प्रियंका गांधी किस तरह से इंडिया ब्लॉक को टूटने से बचा पाते हैं.

गहलोत,पायलट, डोटासरा और टीकाराम जूली को लेकर मंत्री संजय शर्मा का बड़ा बयान

राजस्थान की राजनीति से जुडी बड़ी खबर, भजनलाल सरकार में मंत्री संजय शर्मा ने प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को लेकर दिया बड़ा बयान, अशोक गहलोत, सचिन पायलट, गोविन्द सिंह डोटासरा और टीकाराम जूली को लेकर बोले मंत्री संजय शर्मा, कहा- पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली खुद को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट करने की कर रहे हैं कोशिश, वहीं पूर्व सीएम अशोक गहलोत खुद को राज्य का मुख्यमंत्री मान चुके हैं और सचिन पायलट लगे हैं खुद को एक सशक्त नेता स्थापित करने में, मंत्री संजय शर्मा ने आगे कहा- अगर विपक्ष को सरकार के कामकाज में कोई कमी दिखाई देती है, तो उसे बताएं, अगर कांग्रेस का कोई बूथ स्तर का नेता भी सुझाव देगा, तो सरकार उसे स्वीकार करने के लिए है तैयार, राजस्थान में विपक्ष को सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए, मंत्री ने आगे कहा- कांग्रेस के नेता बार-बार यह कह रहे हैं कि राज्य में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी, जो काल्पनिक बातें हैं, क्योंकि चुनावों में अभी चार साल से अधिक का समय है

‘नाक रगड़कर माफी मांगें अमित शाह..’ जीतू पटवारी ने क्यों कही इतनी बड़ी बात

मध्यप्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने केंद्रीय गृहमंत्री मंत्री अमित शाह को नाक रगड़कर माफी मांगने की मांग की है. पटवारी ने शाह पर संविधान निर्मात्री भीमराव अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया है. कथित तौर पर शाह ने संसद में अंबेडकर के योगदान पर सवाल उठाए थे. पटवारी का दावा है कि शाह ने ऐसा जानबूझकर कर किया है. इसके लिए शाह को बाबा साहब अंबेडकर की प्रतिमा के सामने नाक रगड़कर माफी मांगनी चाहिए.

इस पर प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने पटवारी के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि राहुल गांधी और उनकी पार्टी ने बाबा साहब के लिए क्या किया है, क्योंकि उनके कार्यकाल में अंबेडकर के सम्मान में कोई काम नहीं हुआ.

अब अंबेडकर के सम्मान की होड़ –

बाबा साहेब भीमराम अंबेडकर के योगदान का सम्मान करने के लिए कांग्रेस 27 जनवरी को महू में एक विशाल रैली आयोजित करने जा रही है. कांग्रेस ने यह भी कहा कि भाजपा और RSS ने संविधान को बदलने की कई बार कोशिश की है, और इसलिए यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक अमित शाह इस्तीफा नहीं दे देते. वहीं इसके प्रतिउत्तर में भारतीय जनता पार्टी ने भी संविधान गौरव अभियान शुरू किया है, जो 25 जनवरी तक चलेगा.

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संविधान के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में बीजेपी ने ‘संविधान गौरव अभियान’ शुरू किया है. 11 जनवरी से संचालित इस 15 दिवसीय अभियान के तहत प्रदेशभर में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. अभियान के तहत प्रदेशभर में गोष्टियां और संवाद कार्यक्रम आयोजित होंगे. इस अभियान का उद्देश्य भारतीय संविधान के मूल्यों और सिद्धांतों को बढ़ावा देना है. अनुसूचित जाति, बुद्धिजीवी वर्ग, महिलाएं, युवा, हॉस्टल और कॉलेज विद्यार्थी इस अहम अभियान का हिस्सा बनेंगे. साथ ही साथ संविधान के शिल्पकार बाबा साहेब डॉ.भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित करना है. अभियान में संविधान की प्रतियों का वितरण होगा और संविधान के महत्व, मौलिक अधिकारों एवं कर्तव्यों पर चर्चा की जाएगी.

युवा महोत्सव में 11 युवाओं को ‘यूथ आइकन अवॉर्ड’ से सम्मानित किया मुख्यमंत्री ने

सवाई मानसिंह स्टेडियम में आयोजित पांच दिवसीय राज्य स्तरीय युवा महोत्सव का रविवार को हुआ भव्य समापन, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, युवा मामले एवं खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ और उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण कुमार विश्नोई ने की शिरकत, समारोह में राज्य स्तरीय विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित किया, शिक्षा, नवाचार, उद्यमिता, कला, पर्यावरण, और महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 11 युवाओं को ‘यूथ आइकन अवॉर्ड’ से नवाजा गया, मुख्यमंत्री ने ‘युवा साथी केंद्र’ का भी किया वर्चुअल उद्घाटन, कौशल विकास, शिक्षा, और रोजगार के क्षेत्र में युवाओं के लिए मददगार बताया।

पंकज चौधरी की जीवनी | Pankaj Chaudhary Biography in Hindi

Pankaj Chaudhary Latest News – पंकज चौधरी पूर्वांचल से बीजेपी के वरिष्ठतम नेता माने जाते है. वह 7 बार के सांसद है. वह मोदी सरकार के द्वितीय कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रह चुके है. 2024 के आम चुनाव में भी उनकी विजयी हुई है. वह महाराजगंज से संसद सदस्य है. वह बीजेपी के ओबीसी वोटर्स का भी प्रतिनिधित्व करते है. वह नब्बे के दशक में राजनीति में आये थे और फिर कभी हार कभी जीत के साथ वह लगातार पूर्वांचल की राजनीति में बने हुए है. जब प्रधानमंत्री मोदी ने तीसरी बार सत्ता संभाली तब पंकज चौधरी को भी अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया और उन्हें राज्य मंत्री का पद दिया. पंकज चौधरी ने जून 2024 में वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री के तौर पर पद भार को संभाला. इस लेख में हम आपको मोदी सरकार 3.0 में राज्य मंत्री के पद पर आसीन यूपी के पूर्वांचल क्षेत्र में आने वाले महाराजगंज के एमपी श्री पंकज चौधरी की जीवनी (Pankaj Chaudhary Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

पंकज चौधरी की जीवनी (Pankaj Chaudhary Biography in Hindi)

पूरा नाम पंकज चौधरी
उम्र 60 साल
जन्म तारीख 20 नवंबर 1964
जन्म स्थान गोरखपुर, उत्तर प्रदेश
शिक्षा बीए
कॉलेज गोरखपुर विश्वविद्यालय
वर्तमान पद महाराजगंज के एमपी
व्यवसाय राजनीतिज्ञ, व्यापार
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम भगवती प्रसाद चौधरी
माता का नाम उज्ज्वला देवी
पत्नी का नाम भाग्य श्री
बच्चे एक बेटा और एक बेटी
बेटें का नाम
बेटी का नाम
स्थाई पता हरबंस गली शेषपुर, पी.ओ. गीता प्रेस गोरखपुर उत्तरप्रदेश
वर्तमान पता बंगला नंबर 20,पं. रविशंकर शुक्ल लेन कस्तूरबा गांधी मार्ग, दिल्ली
फोन नंबर 09868180565, 09415008246
ईमेल pankaj[dot]chowdhary[at]sansad[dot]nic[dot]in

पंकज चौधरी का जन्म और परिवार (Pankaj Chaudhary Birth & Family)

पंकज चौधरी का जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में 20 नवंबर 1964 को हुआ था. उनके पिता का नाम भगवती प्रसाद चौधरी जबकि माता का नाम उज्ज्वला देवी था. पंकज चौधरी की शादी 1990 को भाग्य श्री से हुई है. पंकज चौधरी के दो बच्चे है. उन्हें 1 बेटी और 1 बेटा है.

पंकज चौधरी हिन्दू है. वह जाति से कुर्मी है. उनपर कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है.

पंकज चौधरी की शिक्षा (Pankaj Chaudhary Education)

पंकज चौधरी की प्रारंभिक शिक्षा महाराजगंज जिले से हुई थी. बाद में पंकज चौधरी ने गोरखपुर विश्वविद्यालय से स्नातक (बीए) किया.

पंकज चौधरी का शुरूआती जीवन (Pankaj Chaudhary Early Life)

पंकज चौधरी जमींदार परिवार से आते है. ग्रामीण पृष्ठभूमि में पले-बढे होने के कारण पंकज चौधरी जमीनी स्तर से लोगो से जुड़े हुए है. उत्तर प्रदेश और बिहार में कुर्मी वोटर्स की संख्या बहुत अधिक है और यह सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है. पंकज चौधरी कुर्मी जाति से ही आते है इसलिए बीजेपी के लिए पूर्वांचल में सीटों की संख्या को बढ़ाने के लिए पंकज चौधरी महत्वपूर्ण माने जाते है.

पंकज चौधरी का राजनीतिक करियर (Pankaj Chaudhary Political Career)

पंकज चौधरी की राजनीतिक यात्रा 1991 में शुरु हुई जब भाजपा के टिकट पर महाराजगंज से 10वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे. जीत के बाद वह पहली बार वह संसद सदस्य बने थे. हालांकि इससे पहले ही वह वर्ष 1990 से लेकर 1991 तक गोरखपुर नगर निगम में उप महापौर रह चुके थे.

पंकज चौधरी 1996 में 11वीं लोकसभा और 1998 में 12वीं लोकसभा के लिए भी महाराजगंज चुने गए. पर 13वीं लोकसभा पंकज चौधरी की पराजय हुई थी. 1999 के आम चुनाव में वह सपा के अखिलेश सिंह से हार गए थे. इसके बाद पंकज चौधरी 14वीं लोकसभा जिसका गठन वर्ष 2004 में हुई थी में जीत गए थे पर अगले बार जब आम चुनाव हुआ तब वह फिर से एक बार पराजित हुए. 2009 में हुए आम चुनाव में पंकज चौधरी कांग्रेस के उम्मीदवार हर्षवर्धन से पराजित हो गए थे. लेकिन जब 2014 में मोदी लहर थी तब वह पुनः जीत दर्ज करने में सफल रहे और वह 2014 में जीतकर एक बार फिर से अपनी पुरानी सीट महाराजगंज से 16वीं लोकसभा के सदस्य बने.

2019 में जब आम चुनाव हुए तब पंकज चौधरी 17वीं लोकसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए. यह उनकी छठी बार की जीत थी. जीत के बाद उन्हें 2021 में मोदी मंत्रिमंडल में भी शामिल किया गया. वह 7 जुलाई, 2021 से लेकर 9 जून 2024 तक वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री पद पर रहे थे.

इसके बाद जब देश में 18वीं लोकसभा के चुनाव 2024 में हुआ तब वह सातवीं बार उत्तर प्रदेश के महाराजगंज से जीत दर्ज की. जीत के बाद पंकज चौधरी को मोदी कैबिनेट में फिर से शामिल किया गया और उन्हें फिर से वही पुराना मंत्रालय दिया गया.

पंकज चौधरी समय समय पर कई महत्वपूर्ण समितियों में सदस्य रह चुके है. वह रेल संबंधी समिति, सार्वजनिक उद्यमों संबंधी समिति, विज्ञान व प्रौद्योगिकी, पर्यावरण और वन संबंधी स्थायी समिति, परामर्शदात्री समिति, ग्रामीण विकास, पंचायती राज एवं पेज जल व स्वच्छता मंत्रालय की समिति तथा रसायन व उर्वरक संबंधी स्थायी समिति के सदस्य रह चुके है.

वर्तमान में पंकज चौधरी यूपी के महाराजगंज से लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद है और मोदी सरकार में वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं.

पंकज चौधरी की संपत्ति (Pankaj Chaudhary Net Worth)

2024 के लोकसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार पंकज चौधरी की सम्पत्ति 41.90 करोड़ हैं. इसके साथ ही उनके ऊपर 3 करोड़ का कर्ज भी है.

इस लेख में हमने आपको महाराजगंज के एमपी पंकज चौधरी की जीवनी (Pankaj Chaudhary Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

दिल्ली में कांग्रेस का युवाओं के लिए बड़ा ऐलान, हर महीने मिलेंगे इतने रुपये, सचिन पायलट ने की घोषणा

दिल्ली की राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर, विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने एक और योजना की घोषणा की, दिल्ली के युवाओं को लेकर कांग्रेस ने किया बड़ा ऐलान, इसका नाम ‘युवा उड़ान योजना’ है, कांग्रेस ने घोषणा की है कि वह सरकार बनने पर बेरोजगार युवाओं को एप्रेंटेसशिप के तौर पर 8500 रुपये प्रति महीने देगी, इसकी घोषणा राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस नेता सचिन पायलट राजधानी दिल्ली में की, वहीं कांग्रेस ने सबसे पहले महिलाओं के लिए सम्मान राशि की घोषणा की थी, जिसमें सरकार बनने पर ‘प्यारी दीदी योजना’ के तहत महिलाओं को महीने 2500 रुपये देने की कही है बात