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सोनिया गांधी को ‘विष कन्या’ बताए जाने का फूटा सचिन पायलट का गुस्सा, दिया ये बड़ा बयान

sachin pilot
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कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को विष कन्या बताए जाने पर फूट पड़ा सचिन पायलट का गुस्सा, बीजेपी नेता के बयान पर जताई नाराजगी, बोले राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट – कद्दावर नेता हैं सोनिया गांधी, उनके लिए इस तरह की भाषा निंदनीय और शर्मनाक, चुनाव अपनी जगह है लेकिन नहीं गिरना चाहिए भाषा का स्तर, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में किया पार्टी की जीत का दावा, बोले पायलट – कर्नाटक चुनाव में हार को सामने देखकर बौखलाई बीजेपी, कर्नाटक के बीजेपी विधायक बासनगौड़ा ने एक जनसभा में सोनिया गांधी को कहा था विष कन्या, साथ ही साथ सोनिया गांधी को विदेश एजेंट बताते हुए पाक एवं चीन के साथ काम करने के लगाए थे गंभीर आरोप, कांग्रेस के दिग्गज नेता कर चुके हैं इस बयान की निंदा, फिलहाल बीजेपी के किसी बड़े नेता की अभी तक इस बयान पर नहीं आई है कोई टिप्पणी।

‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख अमृतपाल सिंह खडूर साहिब सीट से लड़ेंगे लोकसभा चुनाव

breaking news
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पंजाब की राजनीति से जुड़ी बड़ी खबर, असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक व वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह लड़ेंगे चुनाव, पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव, अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर ने की घोषणा, पत्रकारों से बातचीत में बलविंदर कौर ने कहा- अमृतपाल सिंह पर चुनाव लड़ने का बनाया जा रहा था दबाव, अब वह खडूर साहिब लोकसभा से शुरू करने जा रहा है अपनी राजनीतिक पारी, यह चुनाव वह नहीं लड़ेंगे किसी पार्टी के मंच पर, अमृतपाल सिंह पंजाब के मुद्दों को जानते हैं अच्छी तरह से, यह चुनाव लड़ा जाएगा उन्हीं मुद्दों पर

‘जो राम का नहीं, वो हमारे किसी काम का नहीं..’- स्मृति ईरानी का राहुल गांधी पर तंज

smriti irani on rahul gandhi
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केंद्रीय मंत्री व अमेठी से भाजपा की प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर कसा तंज, अमेठी लोकसभा क्षेत्र में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा- अभी तक हम लोग अमेठी में ढूंढ रहे थे मुद्दे, अब हम ढूंढ रहे हैं कांग्रेस का प्रत्याशी, लेकिन हमसे कहा गया है वायनाड में हो गया है चुनाव, इसके बाद कांग्रेस के प्रत्याशी आएंगे, लेकिन पहले राम मंदिर जाएंगे, निमंत्रण राम जी का ठुकरा दिए, अब मंदिर जाएंगे, क्योंकि उनको लगता है मंदिर जाने से मिलते हैं वोट, मतलब भगवान को भी देने जाएंगे धोखा, इसलिए आज कहती हूं जो इंसान को रिझाने के लिए भगवान से करते हैं छल, वह हम सब का क्या खाक कर पाएंगे, जो सच्चे मन से राम का नहीं, वह हमारे किसी काम का नहीं

तीन दशक बाद राजगढ़ संसदीय क्षेत्र में उतरे दिग्गी राजा पार लगा पाएंगे कांग्रेस की नैया?

digvijay singh
digvijay singh

MadhyaPradesh Politics: राजगढ़ लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र भारत के मध्य प्रदेश राज्य के 29 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है. यह लोकसभा सीट पूरे राजगढ़ जिले सहित गुना और आगर मालवा जिलों के कुछ हिस्सों को कवर करता है. वैसे देखा जाए तो राजगढ़ कांग्रेस का गढ़ रहा है. कांग्रेस ने यहां दशकों तक राज किया है. हालांकि पिछले दो चुनावों से यह सीट मोदी लहर में भारतीय जनता पार्टी के पाले में जा रही है. यहां फिर से पैर जमाने के लिए कांग्रेस ने अपने दिग्गज और मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को एक बार फिर मैदान में उतारा है. इससे पहले 1984-89 और 1991-94 तक वे यहां से सांसद रह चुके हैं.

दिग्गी वर्तमान में राज्यसभा से सांसद और पार्टी की सर्वोच्य निर्णायक संस्था कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य भी हैं. राजगढ़ में सात चरणों में होने वाले आम चुनावों के तीसरे चरण में 7 मई को मतदान होगा.

दिग्गी के सामने बीजेपी बेदम

अनुभवी दिग्विजय सिंह 33 साल बाद राजगढ़ से चुनाव लड़ रहे हैं. पिछली बार से 2014-2019 और 2019-2024 तक भारतीय जनता पार्टी के रोडमल नागर यहां से सांसद रहे हैं. बीजेपी ने जीत की हैट्रिक लगाने के लिए फिर से रोडमल नागर पर दांव खेला है. वहीं जिस तरह से दिग्गी राजा ने अपने क्षेत्र में धांसू प्रचार किया है, उससे ऐसा ही लग रहा है कि दिग्गी केवल और केवल जीतने के लिए ही यहां से उतरे हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में उन्हें भोपाल से चुनाव लड़ाया गया था, जहां उन्हें हार का स्वाद चखना पड़ा था. बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने उन्हें 3.6 लाख से अधिक के वोट मार्जिन से हराया था. दिग्गी के धूंआधार प्रचार और नागर के खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी का माहौल देखते हुए बीजेपी ने अपनी रणनीति बदली है. बीजेपी अब यहां पीएम मोदी की लोकप्रियता, राष्ट्रवाद, हिंदुत्व और राम मंदिर जैसे मुद्दों को आगे कर रही है.

केंद्रीय गृहमंत्री भी समर में उतरे

बीते दिन राजगढ़ लोकसभा के खिचलीपुर कस्बे में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी दिग्विजय सिंह पर जमकर हमला बोला था. शाह ने कहा, ‘शहजादे राहुल गांधी और दिग्गी राजा अध्योध्या में रामलला की मूर्ति अभिषेक में क्यों शामिल नहीं हुए क्योंकि वे आपके वोट बैंक से डरते हैं. उन्हें कभी माफ नहीं किया जाना चाहिए जिन्होंने अयोध्या में मूर्ति प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण अस्वीकार किया.’ इससे पहले 8 अप्रैल को ब्यावरा में विधायक रामेश्वर शर्मा भी कह चुके हैं कि ये चुनाव रोडमल नागर का नहीं है. यह चुनाव तो उन राम भक्तों का है, जो 500 वर्षों से प्रतीक्षा कर रहे थे. इस हमलों से बीजेपी दिग्विजय सिंह को हिंदू और राम मंदिर विरोधी बताने की कोशिश कर रही है.

यह भी पढ़ें: राजसमंद की नाटकीय परिस्थितियों में क्या बीजेपी पर पार पा सकेगी कांग्रेस?

बीजेपी के इन चुभनशील हमलों से कांग्रेस के दिग्गी आहत तो हैं लेकिन वे अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान यहां किए गए विकास कार्यों से उन घांवों पर मलहम लगाने का काम कर रहे हैं. दिग्विजय सिंह बीजेपी के हर उस मुद्दे का जवाब दे रहे हैं, जो वो उठा रही है. जैसे पदयात्रा निकाल कर दिग्गी यह साबित करना चाहते हैं कि 77 साल की उम्र में भी वे फिट हैं, क्योंकि बीजेपी समय-समय पर उनकी उम्र को लेकर सवाल उठाती रही है. दिग्विजय सिंह इमोशनल कार्ड भी खेल रहे हैं कि यह उनका आखिरी चुनाव है. ऐसे में स्थानीय नेता अपने राजनीतिक भविष्य के लिए इस चुनाव को गंभीरता से लेंगे. चूंकि बीजेपी के रोडमल नागर यहां कोई जाना पहचाना चेहरा नहीं है, ऐसे में दिग्गी राजा का कद उन पर भारी पड़ता दिख रहा है.

राजगढ़ का जातिगत समीकरण

राजगढ़ लोकसभा में कुल आठ विधानसभा आती हैं। इनमें से 6 पर बीजेपी और 2 पर कांग्रेस के विधायक हैं। इसके बाद भी राजगढ़ में जातिगत समीकरण काफी अहम है. राजगढ़ में करीब 15 लाख मतदाता हैं. खिचलीपुर​ विधायक हजारीलाल दांगी और प्रत्याशी रोडमल नागर (धाकड़) की वजह से 2 लाख दांगी और एक लाख धाकड़ वोटर्स का रुझान बीजेपी की तरफ है. वहीं करीब 1.5 लाख मीणा और सवा लाख राजपूत वोटर्स का रुझान कांग्रेस की तरफ माना जा रहा है. हालांकि गुना क्षेत्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया का उनके खिलाफ चुनावी प्रचार दिग्गी को परेशान कर रहा है.

राजगढ़ लोकसभा का सियासी समीकरण

दिग्गी राजा मध्यप्रदेश की राजनीति के एक स्तंभ रहे हैं. केंद्रीय राजनीति में भी उनके बाद प्रबल बाहुबल है लेकिन दिग्गी का ज्यादातर ध्यान मध्यप्रदेश की सियासत पर ही रहा. कमलनाथ और उनके बीच राजनीति संबंध में कभी अच्छे नहीं रहे. खासतौर पर कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के 15 महीने प्रदेश की राजनीति में काफी उथल पुथल भरे रहे. दिग्गी को ज्योतिरादित्य सिंधिया पर वरियत्ता देना भी सिंधिया को नागवार गुजरा और उसके बाद कमलनाथ की सीएम कुर्सी भी खिसक गयी. इसका जिम्मेवार भी कहीं न कहीं दिग्गी को माना गया. ऐसे में दिग्विजय सिंह इस जीत से केंद्रीय आलाकमान तक मैसेज देना चाहते हैं कि राजनीति में उनका सानी अभी तक मध्यप्रदेश में कोई नहीं है.

हालांकि राम मंदिर और रामलला प्राण प्र​तिष्ठा जैसे मुद्दों पर कांग्रेस के कदम से लोगों के मन में नाराजगी है. इसके बावजूद दिग्गी जोर शोर से दम लगा रहे हैं. ढलती उम्र में दिग्गी के जोश से बीजेपी खेमे में भी खलबली मची हुई है. ऐसे में बीजेपी के रोडमल नागर और दिग्गी राजा के बीच मुकाबला कांटे की टक्कर का होने जा रहा है.

‘अगर PM मोदी चाहेंगे तो CM की कुर्सी भी छोड़ दूंगा’ हिमंता बिस्वा सरमा का बड़ा बयान

Himanta Biswa Sarma
Himanta Biswa Sarma

अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने दिया बड़ा बयान, एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में सीएम हिमंता बिस्वा सरमा से जब सवाल पूछा गया कि अगर PM मोदी चाहेंगे तो आप पद छोड़ देंगे?, इसके जवाब में उन्होंने कहा- ये बोलने की भी नहीं है जरूरत, उससे पहले मैं छोड़ दूंगा, वही जब सीएम सरमा से पूछा गया कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री बदले गए क्योंकि वे पॉपुलर थे, आप भी पॉपुलर हैं, अगर BJP आपके साथ ऐसा करती है तो क्या करेंगे?, इस पर उन्होंने कहा- बहुत बढ़िया हो जाएगा, अगर मोदी जी बोलते हैं कि तुम मुख्यमंत्री न बनो, कार्यकर्ता बनो, मोदी जी हमें जिस काबिल समझेंगे, हमें वही करना है काम

गहलोत-पायलट के इस करीबी को कांग्रेस ने पार्टी से किया निष्कासित, देखें पूरी खबर

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राजस्थान कांग्रेस से जुड़ी बड़ी खबर, प्रदेश के दूसरे चरण के मतदान के बाद कांग्रेस ने लिया बदा फैसला, कांग्रेस ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायतों के बाद शेओ विधानसभा के पूर्व विधायक अमीन खान को 6 साल के लिए पार्टी से किया निलंबित, अमीन खान माने जाते है अशोक गहलोत के करीबी, तो वही इसके साथ ही जालौर सिरोही में वैभव गहलोत की शिकायत पर एंटी पार्टी गतिविधि के लिए बालेंदु शेखावत को भी किया गया 6 साल के दिए निष्कासित, राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने जारी किए आदेश

राजस्थान में सभी 25 लोकसभा सीटें जीतेगी भारतीय जनता पार्टी- भजनलाल शर्मा

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राजस्थान के 13 सीटों पर आज हुआ मतदान, प्रदेश में हुए मतदान के बाद बोले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पत्रकारों से बातचीत में कहा- आज का मतदान दिखा रहा है यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अद्भुत और मजबूत नेतृत्व में युवाओं, महिलाओं एवं बुजुर्गों के दृढ़ विश्वास को, प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सभी 25 लोकसभा सीटें पर जीत की हैट्रिक का बनाएगी इतिहास, विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए जनता जनार्दन ने अपने मत का किया है सदुपयोग, आमजन ने भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति करने वालों के खिलाफ किया है मतदान, दूसरे चरण में मतदान से देश का विकास, सीमा की सुरक्षा, हमारी विरासतों के संरक्षण, विकसित भारत और राष्ट्रहित में दृढ़ निर्णय लेने की क्षमता को मिलेगी मजबूती

एनडीए को मिल रहा अद्वितीय समर्थन विपक्ष को करने वाला है और भी निराश- नरेंद्र मोदी

modi
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देश के 13 राज्यों की 88 सीटों पर सम्पन्न हुआ दूसरे चरण का मतदान, दूसरे चरण के मतदान के बाद बोले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, एक्स पर पोस्ट कर कहा- दूसरा चरण रहा बहुत अच्छा, भारत भर के लोगों का आभार, जिन्होंने आज किया मतदान, एनडीए को मिल रहा अद्वितीय समर्थन विपक्ष को और भी करने वाला है निराश, मतदाता एनडीए का चाहते हैं सुशासन, युवा और महिला मतदाता एनडीए को दे रहे हैं मजबूत समर्थन

रविंद्र सिंह भाटी ने कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी पर माहौल बिगाड़ने का लगाया आरोप

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राजस्थान की 13 सीटों पर आज हुआ मतदान, मतदान के दौरान प्रदेश की सबसे हॉट सीट माने जाने वाली बाड़मेर-जैसलमेर सीट से आई झड़प की खबरें, इसके बाद बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी ने एक्स पर वीडियो जारी कर चुनाव आयोग से किया सवाल, इसके साथ ही भाटी ने बायतू विधायक हरीश चौधरी पर माहौल बिगाड़ने का लगाया आरोप, रविंद्र सिंह भाटी ने कहा- चुनाव आयोग जवाब दे कि बायतु विधायक हरीश चौधरी थुम्बली गांव क्यों पहुंचे, जो कि नहीं है उनका मतदान क्षेत्र, ना वो थे वहां के एजेंट, यहां माहौल खराब करने का था षडयंत्र, जिसे थुम्बली के लोगों ने कर दिया नाकाम, दरअसल मतदान के दौरान कांग्रेस के पोलिंग एजेंट और निर्दलीय प्रत्याशी रविन्द्र सिंह भाटी के समर्थकों के बीच हुई थी झड़प, इसके बाद कांग्रेस और बीजेपी के एजेंटों को खदेड़ दिया गया, जिससे गरमा गया माहौल, मामला बिगड़ता देख जोधपुर रेंज आईजी विकास कुमार मौके पर पहुंचे और ली मामले की पूरी जानकारी, कांग्रेस एजेंट से मारपीट के बाद बायतु विधायक हरीश चौधरी भी पहुंचे थे मौके पर, इस दौरान हरीश चौधरी ने प्रशासन पर पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर निर्दलीय समर्थकों द्वारा फर्जी वोटिंग कराने का लगाया आरोप, इसके साथ ही हरीश चौधरी कांग्रेस एजेंट के साथ पोलिंग बूथ के सामने सड़क पर ही बैठ गए थे धरने पर

13 राज्यों की 88 सीटों पर वोटिंग खत्म, त्रिपुरा-मणिपुर-बंगाल में 71% से ज्यादा मतदान, देखें पूरी खबर

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लोकतंत्र के महापर्व का दूसरा चरण आज, देश के 13 राज्यों की 88 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ खत्म, अब सिर्फ वे लोग जो वोट डाल सकेंगे जो लगे है लाइन में, शाम 5 बजे तक असम में 70.66 प्रतिशत, बिहार में 53.03 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 72.13 प्रतिशत, जम्मू एंड कश्मीर में 67.22 प्रतिशत, कर्नाटक में 63.90 प्रतिशत, केरल में 63.97 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में 54.83 प्रतिशत, महाराष्ट्र में 53.51 प्रतिशत, मणिपुर में 76.06 प्रतिशत, राजस्थान में 59.19 प्रतिशत, त्रिपुरा में 77.53 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में 52.74 प्रतिशत, वेस्ट बंगाल में 71.84 प्रतिशत हुआ मतदान

शाम 5 बजे तक बाड़मेर और बांसवाडा में हुआ सर्वाधिक मतदान, देखें पूरी खबर

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लोकतंत्र के महापर्व का दूसरा चरण आज, देश के 13 राज्यों की 88 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ खत्म, सिर्फ वे लोग जो लाइन में लगे हुए हैं, वे ही वोट डाल सकेंगे, राजस्थान की 13 लोकसभा सीटों पर शाम 5 बजे तक कुल 59.19 प्रतिशत हुआ मतदान, शाम 5 बजे तक अजमेर में 52.38 प्रतिशत, बांसवाड़ा में 68.71 प्रतिशत, बाड़मेर में 69.79 प्रतिशत, भीलवाड़ा में 54.67 प्रतिशत, चित्तौड़गढ़ में 61.81 प्रतिशत, जालौर में 57.75 प्रतिशत, झालावाड़-बारां में 65.23 प्रतिशत, जोधपुर में 58.35 प्रतिशत, कोटा में 65.38 प्रतिशत, पाली में 51.75 प्रतिशत, राजसमंद में 52.17 प्रतिशत, टोंक-सवाई माधोपुर में 51.92 प्रतिशत, उदयपुर में 59.54 प्रतिशत हुआ मतदान

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