‘महाकुंभ को खेल का आयोजन न बनाएं..’ अखिलेश ने किसपर साधा ये तीखा निशाना

संगम स्नान करने को पहुंचे पूर्व सीएम अखिलेश यादव, सदभाव एवं सहिष्णुता का लिया संकल्प, महाकुंभ में पहुंचने पर आलोचना झेल चुके थे ​सपा सुप्रीमो

akhilesh yadav in makhumbh 2025
akhilesh yadav in makhumbh 2025

‘कुंभ या प्रयागराज वह स्थान नहीं है, जहां राजनीति या राजनीतिक निर्णय लेने चाहिए. लोगों को इस आयोजन को खेल का मैदान नहीं बनाना चाहिए.’ उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव के ये वचन किसी पर तीखा निशाना साधते प्रतीत हो रहे हैं. सपा प्रमुख ने महाकुंभ में पहुंच संगम स्नान कर ये तीखे वार किए. वहीं पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ 144 साल बाद देखने को मिल रहा है. परंपरा के अनुसार, संगम में 11 डूबकी लगाने का पावन अवसर मिला है. उन्होंने सदभाव एवं सहिष्णुता का संकल्प लेने की बात भी कही.

दरअसल, अखिलेश यादव रविवार को संगम स्नान के लिए महाकुंभ पहुंचे थे. उन्होंने यहां पवित्र 11 डुबकी लगाकर पवित्र स्थान किया. उसके तुरंत बाद सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि लोग अपनी निजी आस्था लेकर यहां आते हैं. ऐसे में सरकार में बैठे लोगों को इस पवित्र महाकुंभ को खेल का आयोजन नहीं बनाना चाहिए.

सपा प्रमुख अखिलेश यादव महाकुंभ में सीएम योगी द्वारा आयोजित कैबिनेट मीटिंग की आलोचना कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कुंभ या प्रयागराज वह स्थान नहीं है जहां राजनीति या राजनीतिक निर्णय लिए जाने चाहिए. कुंभ में कैबिनेट की बैठक आयोजित करना राजनीतिक है. हममें से कई (सपा के लोग) पवित्र स्नान करने गए होंगे, लेकिन उन्होंने न तो तस्वीर पोस्ट की और न ही किसी को बताया.

कुंभ की आलोचना पर योगी ने बोला था हमला

इससे पहले सपा प्रमुख द्वारा महाकुंभ की आलोचना करने पर सीएम योगी ने अखिलेश पर जोरदार हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि यूपी के पूर्व सीएम भारत के लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. उन्होंने कहा आज समाजवादियों को संपत्ति की अधिक चिंता है. जब पूरा देश और दुनिया महाकुंभ के लिए प्रयागराज की प्रशंसा कर रही थी, तब यूपी के पूर्व सीएम (अखिलेश यादव) हर दिन महाकुंभ की आलोचना कर रहे थे और भारत के लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे थे.

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दरअसल, अखिलेश यादव महाकुंभ में योगी सरकार द्वारा की गयी व्यवस्था को लेकर सवाल उठा रहे हैं. इधर, बीजेपी भी सपा प्रमुख के महाकुंभ में जाने को लेकर घेर चुकी है. सपा प्रमुख के महाकुंभ में जाने को लेकर बीते कुछ दिनों से चर्चा चल रही थी. 23 जनवरी को उनका दौरा निश्चित था लेकिन अपरिहाय कारणों से वह स्थगित हो गया. उसके बाद से ही योगी सरकार सपा की घेराबंदी कर रही थी.

इससे पूर्व सपा प्रमुख ने कहा था कि वह हमेशा धार्मिक समागम में जाते रहे हैं. कुछ लोग पुण्य पाने के लिए गंगा में स्नान करने जाते हैं, कुछ लोग दान देने जाते हैं और कुछ लोग अपने पाप धोने जाते हैं. हम पुण्य और दान दोनों के लिए जाएंगे. अब चूंकि अखिलेश यादव संगम नदी में डुबकी लगा चुके हैं. अब देखना होगा कि महाकुंभ की राजनीतिक जंग में किस तरह का जुबानी वार देखने को मिलेगा.

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