दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी चाहती है कि कांग्रेस को आम आदमी पार्टी कमजोर करे. जितना मजबूत कांग्रेस या आप आदमी पार्टी होगी, उतनी ही बीजेपी में मजबूती आएगी. अब ऐसी कुछ सोच कांग्रेस भी रखने लगी है. कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा है कि आप ही बीजेपी को जीतवाती है. आम आदमी पार्टी का काम सिर्फ कांग्रेस का नुकसान करना है. यह कहना है कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित का, नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल के सामने चुनाव लड़ रहे हैं. पूर्व सांसद संदीप दीक्षित कांग्रेस की तरफ से सबसे बड़ा चेहरा हैं और पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे हैं.
कांग्रेस नेता ने दावा किया है कि दिल्ली में चुनाव से पहले कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल से बात करने की कोशिश की थी. इसके विपरीत आप ऐसी सीटें मांगने लगे कि नेगोशिएशन न हो पाए. इसके तुरंत बाद केजरीवाल ने सभी 70 सीटों पर कैंडिडेट उतार दिए. दीक्षित ने विगत कुछ चुनावों में कांग्रेस की हार का ठीकरा भी आप पार्टी पर फौड़ा. उन्होंने ये भी कहा कि हरियाणा में भी ऐसा ही हुआ था. वे कांग्रेस को हराने के लिए हरियाणा गए थे. साफ है, कांग्रेस को हराओगे तो बीजेपी जीतेगी. इसी तरह उन्होंने गुजरात, उत्तराखंड और गोवा में भी बीजेपी को जितवाया. आम आदमी पार्टी का काम सिर्फ कांग्रेस का नुकसान करना है.
दो बार के सांसद हैं संदीप दीक्षित
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित 2004 और 2009 में पूर्वी दिल्ली सीट से सांसद चुने गए थे. 2004 में उन्होंने बीजेपी के लाल बिहारी तिवारी को 2 लाख 29 हजार 779 वोटों से हराया. इसी तरह 2009 में उन्होंने 4 लाख 90 हजार 307 मतों से मात दी. दीक्षित ने कहा कि किसी के पास कुछ कहने को नहीं होता. ये लोग ऐसे आरोप लगाते हैं. आम आदमी पार्टी इस सेटिंग की खुद सबसे बड़ी उदाहरण है. हम तो बार-बार गठबंधन के बारे में पूछते हैं. दीक्षित ने ये भी कहा कि अगर दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनती है तो हमारा काम दिल्ली को वापस उस आयाम तक पहुंचाना होगा, जहां शीला जी ने पहुंचाया था. बेहतर दिल्ली बनानी है और हमारे लिए यह बड़ी चुनौती है.
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गौरतलब है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले ही आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से गठबंधन की कोशिश की थी. हालांकि बात न बनने पर 90 में से 88 सीटों पर उम्मीदवार उतारे. केजरीवाल के धांसू प्रचार के बावजूद आप के 88 में से 87 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गयी थी लेकिन उन्होंने कांग्रेस का भारी नुकसान किया. जो वोट आप पार्टी को मिले, वो सभी कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाकर प्राप्त हुए थे.