राजस्थान की राजनीति से जुडी बड़ी खबर, राजस्थान उपचुनाव के दौरान हुए ‘थप्पड़ कांड’ के आरोपी नरेश मीणा से मिली बामनवास से कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा, कल से शुरू हो रहा है विधानसभा का बजट सत्र, सत्र के शुरू से पहले आज बामनवास से कांग्रेस विधायक इंदिरा मीणा टोंक जिला कारागृह पहुंची जहाँ उन्होंने नरेश मीणा से काफी देर तक की मुलाक़ात, वही मुलाकात के बाद मीडिया से की बात, इस दौरान उन्होंने समरावता में पुलिस पर बर्बरता के आरोप लगाते हुए समरावता काण्ड की तुलना मणिपुर में हो रही हिंसक घटनाओं से कर डाली, वही विधायक इंदिरा मीणा ने किरोड़ीलाल मीणा के विधानसभा सत्र से एब्सेंट रहने के सवाल का जवाब देते हुए कहा- कांग्रेस सरकार के सामने किरोड़ीलाल मीणा ने विपक्ष की भूमिका निभाई थी, लेकिन अब उन्हें सरकार साइड लाइन और कर रही हैं इग्नोर, इसलिए किरोड़ीलाल मीणा ने सत्र से एब्सेंट रहने की मांगी हैं अनुमति, इंदिरा मीणा ने आगे कहा- वो समरावता प्रकरण को लेकर सत्र में सवाल पूछेंगी साथ ही कहा की देखते हैं सरकार सवालों का जवाब देगी या फिर पहले की तरह सवालों को रखा जाएगा पेंडिंग
राहुल गांधी की टिप्पणी से मचा सियासी बवाल! सिंधिया के जवाब पर कांग्रेस ने किया धांसू पलटवार
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा राजा महाराजाओं पर की गयी एक तीखी टिप्पणी पर अब सियासी बवाल मच रहा है. कांग्रेस के राज में केंद्रीय मंत्री रह चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस पर पलटवार करते हुए राहुल गांधी को इतिहास पढ़ने की नसीयत दे दी. इस पर कांग्रेस ने सिंधिया पर बड़ा हमला करते हुए ग्वालियर राजघराने को निशाने पर ले लिया. साथ ही ये भी कहा कि नेहरू और पटेल द्वारा राजे-रजवाड़ों पर दबाव बना कर लोकतंत्र की लगाम आम नागरिकों को सौंपे जाने की टीस अब तक कुछ राजपरिवारों में बाकी है. खैर, इस विवाद पर ठंडी पानी के बौछारे होना अब मुश्किल दिख रहा है.
अंग्रेजों से प्रेम आप शायद भूल गए
कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर पलटवार करते हुए कहा, ‘इतिहास आपकी ओर अंगुली उठाकर रोता है योर हाइनेस. अगर संविधान का 26 वाँ संशोधन ना हुआ होता तो आज भी भारत सरकार की तरफ़ से ग्वालियर राजघराने को करोड़ों रुपए टैक्स फ्री दिए जा रहे होते (सन 1950 में 25,00,000) भारत में विलय की यह क़ीमत लेते रहे आप, सन 71 तक.
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पवन खेड़ा ने आगे कहा कि राजघरानों की गद्दारी उनका अंग्रेज़ों से प्रेम आप शायद भूल गए हम सब नहीं भूल पाते. इतिहास गवाह हैं कि एक राजघराने की पिस्तौल का इस्तेमाल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या में हुआ था. अनेक राजघरानों के कुकर्मों की सूची को चंद राजाओं की नेकी से नहीं ढ़ंका जा सकता. नेहरू और पटेल द्वारा राजे-रजवाड़ों पर दबाव बना कर लोकतंत्र की लगाम आम नागरिकों को सौंपे जाने की टीस अब तक कुछ राजपरिवारों में बाकी है.’
कांग्रेस से बीजेपी की ओट में जाने वाले सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पवन खेड़ा ने झांसी की रानी पर सुभद्रा कुमारी चौहान की एक प्रसिद्ध कविता ‘बुंदेले हरबोलों के मुंह…ख़ूब लड़ी मर्दानी, वह तो झांसी वाली रानी थी’ कही. इस कविता में सिंधिया को अंग्रेजों का मित्र बताया गया है.
राहुल गांधी पहले इतिहास पढ़ें
इससे पहले सिंधिया ने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि सत्ता और पद की भूख में वह भूल गए हैं कि इन राजघरानों ने ही सालों पहले भारत में समानता और समावेशी विकास की नींव रखी थी. सिंधिया ने आगे लिखा, ‘वह भूल गए हैं कि बड़ौदा महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ ने हमारे संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर को शिक्षा प्राप्त करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की थी. छत्रपति शाहूजी महाराज ने 1902 में देश के बहुजनों को पहली बार अपने शासन में 50 प्रतिशत आरक्षण देकर सामाजिक न्याय की नींव रखी थी. पिछड़े वर्गों को शैक्षणिक रूप से सशक्त बनाने के लिए ग्वालियर के माधव महाराज प्रथम ने पूरे ग्वालियर-चंबल में शिक्षा और रोजगार केंद्र खोले थे.’
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केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ही तानाशाही विचारधारा को जन्म दिया और दलितों, वंचितों और पिछड़े वर्गों के अधिकारों पर हमला करने का काम किया. सिंधिया ने ये भी कहा कि राहुल गांधी पहले इतिहास पढ़ लें, फिर बयानबाजी करें.
राजा महाराजाओं के पास ही थे अधिकार
दरअसल, मध्यप्रदेश के महू में आयोजित जय बापू जय भीम जय संविधान रैली में राहुल गांधी ने कहा कि आजादी से पहले दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को कोई अधिकार नहीं थे, जब केवल महाराजाओं और राजाओं को ही अधिकार प्राप्त थे. स्वतंत्रता के साथ ही बदलाव आया. आपको जमीन और अधिकार मिले. भाजपा-आरएसएस स्वतंत्रता-पूर्व का भारत चाहते हैं, जहां आम लोगों के पास कोई अधिकार नहीं थे और केवल अडानी और अंबानी जैसों के पास अधिकार थे. वे चाहते हैं कि गरीब चुपचाप कष्ट सहें और सपने न देखें, जबकि देश अरबपतियों द्वारा चलाया जा रहा है.
दिल्ली चुनाव से पहले CM भगवंत मान के घर EC की रेड, देखें पूरी खबर
पंजाब की राजनीति से जुडी बड़ी खबर, दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले पंजाब CM भगवंत मान के निवास पर EC की रेड, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली वाले कपूरथला हाउस में चुनाव आयोग की रेड, कपूरथला हाउस में तलाशी लेने पहुंची EC की टीम
कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर के निलंबन को लेकर विधानसभा स्पीकर देवनानी का बड़ा फैसला
राजस्थान की राजनीति से जुडी बड़ी खबर, कल से राजस्थान विधानसभा का शुरू होगा बजट सत्र, कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर का निलंबन हुआ निरस्त, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस के विधायक मुकेश भाकर को 6 अगस्त 2024 को छह महीने के लिए सदन से किया था निलंबित, मुकेश भाकर के निलंबन पर बनी सहमति, आज दिन में स्पीकर वासुदेव देवनानी से भी कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर ने की थी मुलाकात, ऐसे में अब कल राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन थोड़ी देर के लिए होगा स्थगित, इसके बाद विधायक भाकर के निलंबन रद्द का लाया जाएगा प्रस्ताव, वही आज विधानसभा बजट सत्र को लेकर कांग्रेस विधायक दल की हुई बैठक, विधानसभा में ना पक्ष लॉबी में हुई बैठक, बैठक में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, टीकाराम जूली सहित कांग्रेस के विधायक रहे मौजूद…
इसलिए भाकर हुए थे निलंबित-
राजेश गुप्ता की जीवनी | Rajesh Gupta Biography in Hindi
Rajesh Gupta Latest News – दिल्ली का वजीरपुर विधानसभ क्षेत्र से इस बार फिर से राजेश गुप्ता आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार है. इस बार यहां इनका मुकाबला दोनों ही महिला प्रत्याशियों से है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही इस बार यहां से महिला उम्मीदवार खड़े किये है. इसलिए यहां का मुकाबला रोचक है क्योकि राजेश गुप्ता यहां से पिछले दो बार के विधायक है पर इस बार उन्हें कड़ी टक्कड़ मिल रही है. इस लेख में हम आपको श्री राजेश गुप्ता की जीवनी (Rajesh Gupta Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
राजेश गुप्ता की जीवनी (Rajesh Gupta Biography in Hindi)
पूरा नाम | राजेश गुप्ता |
उम्र | 46 साल |
जन्म तारीख | 02 नवंबर 1978 |
जन्म स्थान | दिल्ली |
शिक्षा | 12वीं |
कॉलेज | – |
वर्तमान पद | दिल्ली के वजीरपुर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ, व्यापार |
राजनीतिक दल | आम आदमी पार्टी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | दामोदर प्रसाद गुप्ता |
माता का नाम | – |
पत्नी का नाम | – |
बच्चे | – |
बेटें का नाम | – |
बेटी का नाम | – |
स्थाई पता | दिल्ली |
वर्तमान पता | दिल्ली |
फोन नंबर | – |
ईमेल | – |
राजेश गुप्ता का जन्म और परिवार (Rajesh Gupta Birth & Family)
राजेश गुप्ता का जन्म 2 नवंबर 1978 को दिल्ली में हुआ था. उनके पिता का नाम दामोदर प्रसाद गुप्ता था.
राजेश गुप्ता धर्म से हिन्दू है और जाति से वैश्य है. राजेश गुप्ता पर एक आपराधिक मामला दर्ज है.
राजेश गुप्ता की शिक्षा (Rajesh Gupta Education)
राजेश गुप्ता की प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के त्यागी पब्लिक स्कूल से हुई थी. उन्होंने वर्ष 1997 में 12वीं की है.
राजेश गुप्ता का शुरूआती जीवन (Rajesh Gupta Early Life)
राजेश गुप्ता मध्यमवर्गीय परिवार से आते है. राजेश गुप्ता शुरूआती दिनों में किशोरावस्था में थिएटर कला में रुचि रखते थे और नुक्कड़ नाटक किया करते थे. उनका शुरूआती जीवन किसी राजनीतिक पार्टियों के लिए काम करने में नहीं गुजरा है. वह मूल रूप से कला क्षेत्र से थे और एक कलाकार थे जो अपना करियर एक अभिनेता के तौर पर बनाना चाहता था.
पर बाद में जब अन्ना हजारे के नेतृत्व में लोकपाल आंदोलन हुए तब उनके साथ अरिवंद केजरीवाल भी जुड़ गए और इंडिया अगेंस्ट करप्सशन के लिए मुहीम चलाया. इन्ही में अन्य लोगो की भांति राजेश गुप्ता भी जुड़ गए और फिर यही से इनकी राजनैतिक यात्रा शुरू हुई. बताया जाता है कि गुप्ता ने भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान आम आदमी पार्टी में शामिल होने के लिए अपने परिवार के जूते के व्यवसाय और नाट्य कला में संभावित करियर का भी त्याग कर दिया.
राजेश गुप्ता का राजनीतिक करियर (Rajesh Gupta Political Career)
राजेश गुप्ता ने अपनी राजनीतिक यात्रा वर्ष 2011 में शुरु कि थी. आम आदमी पार्टी के स्थापना के समय गुप्ता केजरीवाल के साथ हुआ करते थे. गुप्ता का राजनीति में आने का उद्देश्य राजनीति में अपना करियर बनाना था और शासन प्रशासन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना था. अपने इस महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए गुप्ता आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए और एक व्यवसायी से नेता बन गए.
इसके बाद राजेश गुप्ता 2011 में अन्ना हजारे के नेतृत्व में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में सक्रिय रूप से भाग लेने के बाद पहली बार वर्ष 2015 में दिल्ली के वजीरपुर विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा. इस चुनाव में उनका मुकाबला भाजपा के विधायक महेंद्र नागपाल से था. राजेश गुप्ता ने इस चुनाव में विधायक महेंद्र नागपाल को 22,044 वोटों के अंतर से पराजित किया. इस चुनाव में गुप्ता को 61,208 वोट पड़े थे.
और जब 2020 दिल्ली विधान सभा चुनाव आया तब दूसरी बार आम आदमी पार्टी ने उन्हें वजीरपुर से अपना उम्मीदार बनाया. इस बार भी उन्होंने जीत दर्ज की. पिछले चुनाव की भांति इस बार भी उनका मुकाबला भाजपा के महेन्द्र नागपाल से था. पर इस चुनाव में उन्होंने महेन्द्र नागपाल को लगभग 11 हजार वोटो के अंतराल से पराजित किया. इस जीत के साथ राजेश गुप्ता दिल्ली विधानसभा में दूसरी बार जीतकर विधायक बने. जीत के बाद उन्हें सरकारी उपक्रमों की समिति और अनुमान समिति के सदस्य (2022-2023) बनाया गया था
इस बार जब 2025 में दिल्ली में विधानसभा के चुनाव हो रहे है तब भी आप ने तीसरी बार राजेश गुप्ता को दिल्ली के वजीरपुर विधानसभा से अपना उम्मीदवार बनाया है. इस बार भाजपा ने पिछले उम्मीदवार में बदलाव कर दिया है और महेन्द्र नागपाल के बदले पूनम शर्मा को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस से रागिनी नायक है. इस तरह इस बार राजेश गुप्ता के दोनों ही बड़े प्रतिद्वंदी स्त्रियां है. क्योकि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां ने वजीरपुर से महिला उम्मीदवार खड़े किये है.
वर्तमान में राजेश गुप्ता आम आदमी पार्टी के विधायक है और दिल्ली के वजीरपुर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भी है.
दिल्ली का वजीरपुर विधानसभा क्षेत्र
वजीरपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र दिल्ली के 70 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रो में से एक है. वजीरपुर विधानसभा सीट दिल्ली के उत्तरी जिले में पड़ता है. इस निर्वाचन क्षेत्र की संख्या 17 है. वजीरपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र चांदनी चौक लोकसभा का एक हिस्सा है. वजीरपुर को दिल्ली का इंडस्ट्रियल एरिया भी कहा जाता है. यहां कंप्यूटर सॉप्टवेयर की कई दुकाने भी है. इसके साथ ही यहां कप्यूटर और लैपटॉप की रिपेयरिंग की भी अनेक दुकाने है. इसे ‘आईटी हार्डवेयर मार्केट’ के नाम से भी जाना जाता है. दिल्ली में नेहरू प्लेस के बाद वजीरपुर में ही कम्प्यूटर व लैपटॉप का सबसे बड़ा मार्केट है. वैसे नेहरू प्लेस के सामने यह बहुत छोटा है.
वजीरपुर की गिनती दिल्ली के ऐसे क्षेत्रो में आती जहां महानगर की करीब करीब सब सुख सुविधाएं मौजूद है. यहां व्यस्त सड़को का जाल सा है. इसके साथ ही यहां मेट्रो भी है, जिससे लोग आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर आ-जा सकते है. वजीरपुर से ही दिल्ली की रिंग रोड भी गुजरती है. कुल मिलाकर वजीरपुर की गिनती दिल्ली के विकसित क्षेत्रो में होती है और यह राजधानी की पहचान को बरक़रार रखे हुए है.
राजेश गुप्ता की संपत्ति (Rajesh Gupta Net Worth)
2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव के समय अपने दिए गए हलफनामें में राजेश गुप्ता ने अपनी सम्पत्ति 2 करोड़ 80 लाख रूपये घोषित की है जबकि उन पर 9 लाख का कर्ज भी है.
इस लेख में हमने आपको राजेश गुप्ता की जीवनी (Rajesh Gupta Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.
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क्या ‘यमुना का पानी’ मुद्दे पर कमजोर पड़ रहे हैं केजरीवाल! मोदी-राहुल ने मिलकर घेरा
दिल्ली विधानसभा चुनाव के समर में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एंट्री भी हो गयी है. राहुल गांधी ने भी कांग्रेस की ओर से मोर्चा संभाल लिया है. वहीं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के यमुना में जहर वाले बयान पर राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों मिलकर केजरीवाल को इस मुद्दे पर घेरने का प्रयास कर रहे हैं. एक तरफ दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा का भेजा यही पानी दिल्ली में हमारे सारे जज, जस्टिस, सम्मानित सदस्य पीते हैं. आपका प्रधानमंत्री भी यही पानी पीता है. क्या कोई सोच सकता है कि मोदी को जहर देने के लिए हरियाणा ने जहर दिया होगा.
वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बवाना में आयोजित चुनावी रैली में कहा कि पांच साल पहले केजरीवाल ने वादा किया था कि वो यमुना के पानी में नहाएंगे और उसका पानी पिएंगे. पांच साल गुजर गए हैं, लेकिन केजरीवाल ने ये करके नहीं दिखाया. दिल्ली की जनता को गंदा पानी पीना पड़ता है, लेकिन केजरीवाल करोड़ों रुपए के शीशमहल में रहते हैं और आपसे झूठ बोलते हैं.
हरियाणा सीएम यमुना पहुंचे तो आप ने दिया जवाब
पीएम के संबोधन के बाद शाम को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने राज्य के बॉर्डर पर पहुंचकर यमुना नदी से पानी पीकर दिखाया. उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर लिखा, ‘मैंने बेहिचक और बेझिझक पवित्र यमुना के जल का आचमन किया. आतिशी जी तो आई नहीं. कोई नया झूठ रच रही होंगी. झूठ के पांव नहीं होते. इसलिए आप-दा का झूठ चल नहीं पा रहा.’
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नायब सैनी के इस पोस्ट को लेकर केजरीवाल ने भी सोशल मीडिया पर कहा , ‘नायब सिंह सैनी जी ने यमुना का पानी पीने का ढोंग किया… और फिर वही पानी वापस यमुना में थूक दिया. जिस जहरीले पानी को ये खुद नहीं पी सकते, वही पानी दिल्ली की जनता को पिलाना चाहते हैं. मैं ऐसा हरगिज नहीं होने दूंगा.’
क्या है असल मुद्दा
दरअसल, चुनाव आयोग को भेजे एक जवाब में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को हरियाणा से पानी मिलता है, जो काफी जहरीला है. इसमें प्रदूषण इतना ज्यादा है कि दिल्ली में इस पानी का ट्रीटमेंट करने वाले प्लांट भी बंद हो जाते हैं. इससे दिल्ली में पानी की कमी हो रही है. यह इतना जहरीला है कि अगर लोगों को इसे पीने की अनुमति दी जाए तो स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है. यहां तक कि मृत्यु तक हो सकती है. केजरीवाल ने ये भी दावा किया कि इसमें दिल्ली की कोई भूमिका नहीं है, क्योंकि पानी ऊपर हरियाणा से आ रहा है. अब इस पर सियासत शुरू हो गयी है.
70 सीटों पर 699 उम्मीदवार मैदान में
दिल्ली में 5 फरवरी को सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे. 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 699 उम्मीदवार मैदान में हैं. विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है. अंतिम चरण में चुनाव प्रचार तेज हो चला है. सभी पार्टियां आखिरी दिनों में प्रचार कार्यों में जमकर पसीना बहा रही हैं.
‘किरोड़ी मीणा टूट जाएंगे लेकिन…’ -‘साडू’ को लेकर गोविंद सिंह डोटासरा का बड़ा बयान
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को लेकर दिया बड़ा बयान, आज जयपुर में प्रेस वार्ता करते हुए बोले डोटासरा, कहा- किरोड़ी लाल मीणा के साथ ये लोग कर रहे है गलत, दौसा में गलत किया, SI भर्ती में गलत किया, अभी डिपार्टमेंट में गलत किया, अब कब बम फूटता है वह देखते हैं… डोटासरा ने आगे कहा- देखो वह आदमी झुकाने वाला नहीं है यह तो मैं कह सकता हूं झुकेंगे नहीं टूट जाएंगे लेकिन किरोड़ी झुकेंगे नहीं यह मैं जानता हूं उनको, वसुंधरा राजे के सामने हमने देखें हैं उनके तेवर, अब भजनलाल जी क्या है जो वसुंधरा जी को नहीं बक्शा उन्होंने अब देखते हैं क्या होता है आगे, वही जब डोटासरा से सवाल पूछा कि क्या किरोड़ी लाल मीणा को कमजोर और घेरने की हो रही है कोशिश? इस पर डोटासरा ने कहा- लगता क्या है यह तो प्रमाणित ही हो गया उन्हीं को पूछ लो अलग से… वह मीडिया के सामने तो अभी आ नहीं रहे हैं, जब से दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की है उसके बाद हुई होगी कोई बात इसलिए नहीं कह रहे है कुछ, लेकिन वास्तव में उनके साथ बीजेपी गलत कर रही है, डोटासरा ने आगे कहा- हार जीत चलती रहती है, मंत्रालय के टुकड़े-टुकड़े कर दिए वह तक तो ठीक था, बाकि सम्मान तो होना चाहिए,वरिष्ठ नेता है कोई भी किसी भी पार्टी का है, हम दूसरी पार्टी के नेताओं का सम्मान करते है, जैसे राजेंद्र राठौड़ है, किरोड़ी मीणा जी है, व्यक्तिगत रूप से, और बीजेपी के लोग नहीं करते है, वसुंधरा राजे का हम करते है सम्मान व्यक्तिगत रूप से, लेकिन ये लोग नहीं करते है, क्यों कि इनके तो पर्ची आती है कि इसका सम्मान करना है तो करना है, नहीं करना तो नहीं करना
प्रयागराज हादसा: क्या VIP मूवमेंट को प्राथमिकता देना है दुखद घटना की वजह?
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के संगम क्षेत्र में हुई भगदड़ में 40 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हो गयी और कई घायल हुए हैं. भले ही महाकुंभ में योगी सरकार हालात नियंत्रण में होने का दावा कर रही हो लेकिन विपक्ष लगातार 12 सालों में एक बार आयोजित होने वाले महाकुंभ में सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाता रहा है. उसके बाद भी इस घटना का घटित होना कहीं न कहीं राज्य सरकार की व्यवस्थाओं में ढिलाई की ओर इशारा करता है. अब इस पर यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित अन्य नेताओं का गुस्सा फूटा है. इन सभी ने वीआईपी मूवमेंट को प्राथमिकता दिए जाने को इस दुखद घटना का जिम्मेदार बताया है.
वीआईपी कल्चर समाप्त करने से बदलेगी तस्वीर
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने वीआईपी कल्चर को समाप्त करने की अपील की है. कांग्रेस नेता ने कहा, ‘प्रयागराज से आई खबर दिल दहला देने वाली है. खराब प्रबंधन और आम तीर्थयात्रियों की तुलना में वीआईपी मूवमेंट को प्राथमिकता देना इस दुखद घटना के लिए जिम्मेदार है. वीआईपी (कल्चर) संस्कृति पर रोक लगनी चाहिए और ऐसी घटना फिर ना घटे, इसके लिए तीर्थयात्रियों के लिए उचित एवं बेहतर व्यवस्था की जानी चाहिए.’
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कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी इस बात का समर्थन किया है. उन्होंने कहा, ‘आधी-अधूरी तैयारियां, वीआईपी मूवमेंट और प्रबंधन के बजाय आत्म-प्रचार पर ध्यान की वजह से ऐसी घटना घटी. हजारों करोड़ रुपये खर्च करने के बावजूद ऐसी तैयारियां निंदनीय हैं. तीर्थयात्रियों के ठहरने तथा प्राथमिक उपचार की सुविधाओं का विस्तार किया जाना चाहिए तथा वीआईपी की आवाजाही पर रोक लगाई जानी चाहिए. हमारे संत भी यही चाहते हैं.’
सरकार-प्रशासन की तैयारियों पर उठ रहे सवाल
यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भगदड़ की घटना पर चिंता जाहिर करते हुए व्यवस्था को सेना को सौंपने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि विश्व स्तरीय व्यवस्था के दावों के पीछे की सच्चाई सामने आ गई है. जो लोग ऐसे दावे कर रहे थे, उन्हें नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए. आज की घटना के बाद श्रद्धालुओं का विश्वास बहाल करने के लिए महाकुंभ की व्यवस्था सेना को सौंप देनी चाहिए.
इस तरह से मची आयोजन में भगदड़
महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या से तुरंत पहले प्रयागराज के संगम क्षेत्र में मंगलवार देर रात अचानक भगदड़ मच गई थी. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अखाड़ों का स्नान देखने के लिए श्रद्धालु संगम किनारे रूके रहे और भीड़ बढ़ती गयी. भीड़ इतनी बढ़ गई कि श्रद्धालुओं की अनियंत्रित भीड़ बैरिकेडिंग तोड़कर सो रहे श्रद्धालुओं पर चढ़ गयी और इधर उधर भागने लगी. गए. घटना और लगातार भीड़ बढ़ने के बाद, प्रशासन ने अखाड़ों से अपने अनुष्ठान स्नान को अस्थायी रूप से स्थगित करने का अनुरोध किया है. योगी सरकार ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा दिए जाने की घोषणा की है. साथ ही साथ वीआईपी प्रोटोकोल पर भी रोक लगाई लगी है.