दिल्ली विधानसभा चुनाव के समर में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एंट्री भी हो गयी है. राहुल गांधी ने भी कांग्रेस की ओर से मोर्चा संभाल लिया है. वहीं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के यमुना में जहर वाले बयान पर राजनीति गरमा गई है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों मिलकर केजरीवाल को इस मुद्दे पर घेरने का प्रयास कर रहे हैं. एक तरफ दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा का भेजा यही पानी दिल्ली में हमारे सारे जज, जस्टिस, सम्मानित सदस्य पीते हैं. आपका प्रधानमंत्री भी यही पानी पीता है. क्या कोई सोच सकता है कि मोदी को जहर देने के लिए हरियाणा ने जहर दिया होगा.
वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बवाना में आयोजित चुनावी रैली में कहा कि पांच साल पहले केजरीवाल ने वादा किया था कि वो यमुना के पानी में नहाएंगे और उसका पानी पिएंगे. पांच साल गुजर गए हैं, लेकिन केजरीवाल ने ये करके नहीं दिखाया. दिल्ली की जनता को गंदा पानी पीना पड़ता है, लेकिन केजरीवाल करोड़ों रुपए के शीशमहल में रहते हैं और आपसे झूठ बोलते हैं.
हरियाणा सीएम यमुना पहुंचे तो आप ने दिया जवाब
पीएम के संबोधन के बाद शाम को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने राज्य के बॉर्डर पर पहुंचकर यमुना नदी से पानी पीकर दिखाया. उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर लिखा, ‘मैंने बेहिचक और बेझिझक पवित्र यमुना के जल का आचमन किया. आतिशी जी तो आई नहीं. कोई नया झूठ रच रही होंगी. झूठ के पांव नहीं होते. इसलिए आप-दा का झूठ चल नहीं पा रहा.’
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नायब सैनी के इस पोस्ट को लेकर केजरीवाल ने भी सोशल मीडिया पर कहा , ‘नायब सिंह सैनी जी ने यमुना का पानी पीने का ढोंग किया… और फिर वही पानी वापस यमुना में थूक दिया. जिस जहरीले पानी को ये खुद नहीं पी सकते, वही पानी दिल्ली की जनता को पिलाना चाहते हैं. मैं ऐसा हरगिज नहीं होने दूंगा.’
क्या है असल मुद्दा
दरअसल, चुनाव आयोग को भेजे एक जवाब में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली को हरियाणा से पानी मिलता है, जो काफी जहरीला है. इसमें प्रदूषण इतना ज्यादा है कि दिल्ली में इस पानी का ट्रीटमेंट करने वाले प्लांट भी बंद हो जाते हैं. इससे दिल्ली में पानी की कमी हो रही है. यह इतना जहरीला है कि अगर लोगों को इसे पीने की अनुमति दी जाए तो स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है. यहां तक कि मृत्यु तक हो सकती है. केजरीवाल ने ये भी दावा किया कि इसमें दिल्ली की कोई भूमिका नहीं है, क्योंकि पानी ऊपर हरियाणा से आ रहा है. अब इस पर सियासत शुरू हो गयी है.
70 सीटों पर 699 उम्मीदवार मैदान में
दिल्ली में 5 फरवरी को सभी 70 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे. 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 699 उम्मीदवार मैदान में हैं. विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है. अंतिम चरण में चुनाव प्रचार तेज हो चला है. सभी पार्टियां आखिरी दिनों में प्रचार कार्यों में जमकर पसीना बहा रही हैं.