saleh mohammad biography in hindi
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Saleh Mohammad Latest News – सालेह मुहम्मद राजस्थान कांग्रेस के एक पुराने नेता है. वह राजस्थान के नवनिर्मित पोखरण विधानसभा से दो बार के विधायक है. पहली बार उन्होंने 2008 में वहां से जीत दर्ज की थी, हालांकि उन्हें 2013 में पराजय का भी सामना करना पड़ा है. पोखरण, राजस्थान के जैसलमेर जिला में पड़ता है. सालेह मुहम्मद मुस्लिम है और इस सीट पर मुस्लिम वोटर्स की एक बड़ी संख्या है. सालेह मुहम्मद राजस्थान कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार में 2018 से कैबिनेट मंत्री है और उन्हें बफ्फ बोर्ड व अल्पसंख्यक मामले का मंत्री बनाया गया है.

इस लेख में हम आपको राजस्थान के पोखरण के विधायक व वर्तमान अशोक गहलोत सरकार में बफ्फ बोर्ड व अल्पसंख्यक मामले के मंत्री सालेह मुहम्मद की जीवनी (Saleh Mohammad Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

सालेह मुहम्मद की जीवनी (Saleh Mohammad Biography in Hindi)

नाम सालेह मुहम्मद
उम्र 46 साल
जन्म तारीख 1 फरवरी, 1977
जन्म स्थान भंगू गांव, जैसलमेर, राजस्थान
शिक्षा 9वीं पास
कॉलेज
वर्तमान पद राजस्थान के अल्पसंख्यक मामले के मंत्री
व्यवसाय राजनेता
राजनीतिक दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम गाजी फ़क़ीर
माता का नाम
पत्नी का नाम
बच्चे एक बेटी
बेटी का नाम
स्थाई पता जैसलमेर
वर्तमान पता जयपुर
संपर्क नंबर 0141-2385701
ईमेल आईडी mlapokkhran@gmail.com

सालेह मुहम्मद का जन्म और परिवार (Saleh Mohammad Birth & Family)

सालेह मुहम्मद (Saleh Mohammad) का जन्म 1 फरवरी, 1977 को राजस्थान के जैसलमेर जिले के भंगू गांव में हुआ था. सालेह मुहम्मद को शाले मुहम्मद (Shale Mohammad) के नाम से भी जाना जाता है. सालेह मुहम्मद के पिता का नाम गाजी फ़क़ीर था. सालेह मुहम्मद के पिता गाजी फकीर सिंधी मुसलमान के मजहबी गुरु थे. उसकी मुस्लिमो के बीच एक अच्छी पहचान थी, जिसका राजनीतिक लाभ सालेह मुहम्मद को शुरू से ही मिलता रहा है और पिता के नाम पर वोट भी मिलता रहा है. सालेह मुहम्मद के पिता गाजी फकीर की मृत्यु अप्रैल, 2021 में हो गई थी. सालेह मुहम्मद की एक बेटी है. सालेह मुहम्मद मुस्लिम है.

सालेह मुहम्मद की शिक्षा (Saleh Mohammad Education)

सालेह मुहम्मद ने 1993 में राजस्थान के जैसलमेर जिले के एक उच्च सरकारी विद्यालय कुम्हार पाडा से नौवीं तक की पढाई की. सालेह मुहम्मद के द्वारा 2018 के राजस्थान विधानसभा चुनाव के समय दिए गए शपथ पत्र में उसके द्वारा 2017 में NIOS से 12वीं पास बताया गया है.

सालेह मुहम्मद का राजनीतिक करियर (Saleh Mohammad Political Career)

सालेह मुहम्मद राजस्थान के पोखरण से विधानसभा का प्रतिनिधित्व करते है. वे राजस्थान कांग्रेस के पुराने चेहरों में से एक रहे है. वह उस क्षेत्र के मुस्लिम वोट बैंक का प्रतिनिधित्व करते है. राजस्थान के पोखरण विधानसभा में मुस्लिमो की अच्छी खासी पकड़ है क्योकि वहां मुस्लिम वोटर्स की संख्या 50 हजार के भी पार है जो आसानी से चुनाव पोखरण विधानसभा चुनाव परिणाम को प्रभावित करते है. अब यही कारण रहा है कांग्रेस गाजी फकीर के बेटे सालेह मुहम्मद को लगातार वहां से टिकट देती रही है. इसके साथ ही सालेह मुहम्मद को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का विशेष करीबी भी माना जाता है.

सालेह मुहम्मद कांग्रेस के प्रति शुरू से वफादार रहे है. जब भी संघटन को मजबूत करने के लिए कोई काम करना होता है तो सालेह मोहम्मद बढ़ चढ़कर आगे आते रहे है और कांग्रेस की हर योजना को सफल बनाया है. चाहे ‘मेरा बूथ मेरा गौरव’ कार्यक्रम हो या ‘नोटबंदी’ के विरुद्ध ‘जन वेदना कार्यक्रम’ हो या फिर चुनाव से पहले ‘पचपदरा की संकल्प यात्रा’ हो.

इसके अलावा केंद्र की मोदी सरकार के विरुद्ध कांग्रेस ने जब जब महंगाई, राफेल, किसान आंदोलन व अन्य मुद्दों पर विरोध किया, सालेह मुहम्मद खुलकर पार्टी का साथ दिया. इससे दिल्ली में बैठे कांग्रेस के आलाकमान सालेह मुहम्मद पर विशेष मेहरवान रहा है और उसे लगातार राजस्थान की राजनीति में आगे आने का अवसर देता रहा है.

अब यह यही कारण रहा है कि 2018 में भाजपा के उम्मीदवार से बहुत ही मामूली अंतर से जीत के बावजूद सालेह मुहम्मद को कांग्रेस सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद दिया है और उसे बफ्फ बोर्ड व अल्पसंख्यक मामले का मंत्रालय दिया.

सालेह मुहम्मद पहली बार 20 वर्ष की आयु में राजनीति में आये. वह 1997 में ग्रामदानी गांव के अध्यक्ष बने. इसके बाद सालेह मुहम्मद 2000 में 23 वर्ष की आयु में जैसलमेर पंचायत समिति के मुखिया बन गए जबकि 2005 में जिला प्रमुख बन गए.

2008 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने नवनिर्मित पोखरण विधानसभा क्षेत्र से पहली बार सालेह मुहम्मद को पोखरण विधान सभा सीट से टिकट दिया और उस चुनाव में सालेह मुहम्मद की मात्र 339 वोट के मामूली अंतर से जीत हो गई. वह भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार शैतान सिंह को हराकर 2008 के राजस्थान विधानसभा में जीत कर पहली बार विधायक बन गए.

2013 के राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने फिर से पोखरण सीट से सालेह मुहम्मद को अपना उम्मीदवार बनाया. इस चुनाव में सालेह मुहम्मद का सामना एक बार फिर से भाजपा के शैतान सिंह से था. उस चुनाव में सालेह मुहम्मद को भाजपा के उम्मीदवार शैतान सिंह ने 35,000 वोट के एक बड़े अंतर से हराया था.

2018 में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर से पोखरण सीट के लिए सालेह मुहम्मद को अपना उम्मीदवार बनाया. इस चुनाव में सालेह मुहम्मद का सामना भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार प्रताप पुरी से था. प्रताप पुरी एक सनातन संत है और राजस्थान बाड़मेर के तारामठ के मुख्य पुजारी भी है. लेकिन इस चुनाव में सालेह मुहम्मद मात्र 872 वोट के मामूली अंतर से जीत हो गई और वह भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार प्रताप पुरी को हराकर 2018 के राजस्थान विधानसभा में जीत कर एक बार फिर से विधायक बनने में सफल हो गए.

इस जीत के बाद सालेह मुहम्मद को कांग्रेस की गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया. 25 दिसंबर, 2018 को सालेह मुहम्मद ने राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. सालेह मुहम्मद वर्तमान में भी इसी पद पर है.

सालेह मुहम्मद की संपत्ति (Saleh Mohammad Net Worth)

  • खेती वाली जमीन – 19,50,000 लाख रूपये
  • गैर-खेती वाली जमीन – Nil
  • कमर्शियल बिल्डिंग – Nil
  • आवासीय भवन – 41,50,000 लाख रूपये
  • कैश – 3,02,000 लाख रूपये
  • बैंक डिपॉजिट एवं अन्य जमा – 2,77,850 लाख रूपये
  • बांड्स एवं शेयर – Nil
  • वाहन – 21,78,000 लाख रूपये
  • ज्वेलरी – 3,12,000 लाख रूपये
  • अन्य सम्पत्ति – Nil
  • कुल संपत्ति – 1,09,69,886 लाख करोड़ रूपये

Note – संपत्ति की जानकारी 2018 के राजस्थान विधानसभा चुनाव के समय उम्मीदवार के द्वारा दिए गए शपथ पत्र पर आधारित है.

इस लेख में हमने आपको राजस्थान के अल्पसंख्यक मामले के मंत्री सालेह मुहम्मद की जीवनी (Saleh Mohammad Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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