Arun Govil Latest News – अरुण गोविल बीजेपी के उन नेताओ में आते है जिनके लिए लोगो के दिलों में एक अलग प्रकार की श्रद्धा है. उन्होंने रामानंद सागर कृत टीवी सीरियल रामायण में भगवान राम की भूमिका करके लोगो का दिल जीत लिया था. आज के आधुनिक समय में भी जब सबको मालूम है उन्होंने केवल अभिनय किया था, वह एक अभिनेता है, बावजूद इसके लोग उनमे भगवान राम की छवि को देखते है. एक अभिनेता के लिए इससे बड़ी उपलब्धि और क्या हो सकती है कि लोग उनमें भगवान को देखते है.
वैसे एक बात यह भी है कि वह दूसरे फ़िल्मी कलाकारों की भांति ऐसे कोई अमर्यादित कार्य करते हुए दिखे भी नहीं है जिनसे उनपर कोई ऊँगली उठाये. अरुण गोविल का जीवन सादा है और मर्यादा से परिपूर्ण है. एक मुम्बईया कलाकार होते हुए भी वह दूसरे कलाकारों से अपने आपको दूर रखा है. इसलिए लोग अगर उनमें भगवान राम की छवि को देखते भी तो वह गलत भी नहीं है. हाँ, यह अलग बात है कि वह एक कलाकार है पर उनका जीवन सचमुच मर्यादा से भरा है. इस लेख में हम आपको श्री अरुण गोविल की जीवनी (Arun Govil Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
अरुण गोविल की जीवनी (Arun Govil Biography in Hindi)
पूरा नाम | अरुण गोविल |
उम्र | 72 साल |
जन्म तारीख | 12 जनवरी, 1952 |
जन्म स्थान | मेरठ, उत्तरप्रदेश |
शिक्षा | बीएससी |
कॉलेज | आगरा विश्वविद्यालय |
वर्तमान पद | मेरठ लोकसभा सांसद |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ, व्यापार |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | चंद्रप्रकाश गोविल |
माता का नाम | शारदा देवी |
पत्नी का नाम | श्रीलेखा अरुण गोविल |
बच्चे | एक बेटा और एक बेटी |
बेटें का नाम | सोनिका |
बेटी का नाम | अमल |
स्थाई पता | 305/306, अमरनाथ टॉवर, ऑफ यारी रोड वेसावा मुंबई महाराष्ट्र |
वर्तमान पता | 305/306, अमरनाथ टॉवर, ऑफ यारी रोड वेसावा मुंबई महाराष्ट्र |
फोन नंबर | 9820021208,8850345960 |
ईमेल | govilarun[at]yahoo[dot]com |
अरुण गोविल का जन्म और परिवार (Arun Govil Birth & Family)
अरुण गोविल का जन्म उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में 12 जनवरी, 1952 को हुआ था. हालांकि उनका बचपन शाहजहांपुर में बीता था. उनके पिता का नाम चंद्रप्रकाश गोविल था जो एक सरकारी अधिकारी थे. अरुण गोविल छह भाई बहन थे. चार भाई और दो बहने. अरुण गोविल छह भाई – बहनों में चौथे नंबर पर हैं. अरुण के एक बड़े भाई विजय गोविल की शादी अपने समय की जानी मानी एक्टेस तबस्सुम से हुई थी. तबस्सुम अरुण गोविल की भाभी है.
अरुण गोविल की शादी अभिनेत्री श्रीलेखा से हुई है. अरुण गोविल के दो संतान है. उन्हें एक बेटा और एक बेटी है. बेटे का नाम अमल है और बेटी का नाम सोनिका है जबकि अरुण गोविल की बहू का नाम दिव्या है.
अरुण गोविल हिन्दू है. उनपर कोई आपराधिक मुकदमा नहीं है.
अरुण गोविल की शिक्षा (Arun Govil Education)
अरुण गोविल की शुरूआती पढाई उत्तर प्रदेश के मेरठ से हुई थी. बाद में अरुण गोविल आगरा विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले शाहजहाँपुर के एक कॉलेज से बीएससी की थी.
अरुण गोविल का शुरूआती जीवन (Arun Govil Early Life)
अरुण गोविल जीवन में कुछ ऐसा कुछ करना चाहते थे जिससे लोग उन्हें जाने. उनका नाम हो. अरुण गोविल के घर की आर्थिक स्थिति अच्छी थी. इस कारण वह अभिनय की दुनिया में जाना चाहते थे जबकि उन्होंने बीएससी की पढाई की थी. पढाई के बाद वह सं 1975 में काम करने के लिए अपने बड़े भाई के पास मुंबई चले गए. उनके भाई का वहां व्यवसाय था. वहां काम करने के बाद अरुण को उसमें संतुष्टि नहीं हुई क्योकि वह कुछ हटकर करना चाहते थे. इसी कारण उनका भाई के व्यवसाय में मन नहीं लगा. उनका ध्यान अभिनय के क्षेत्र में था. वह इसी क्षेत्र में कुछ बड़ा करने की ईच्छा रखते थे और इसी को ध्यान में रखते हुए वह कॉलेज के दिनों में भी नाटक आदि में भूमिका निभाया करते थे. पर अभी तक कोई विशेष कामयाबी हाथ नहीं लगी थी जिससे वह एक अभिनेता के तौर पर अपने आपको स्थापित कर पाते.
अरुण गोविल का राजनीतिक करियर (Arun Govil Political Career)
अरुण गोविल ने एक सफल अभिनेता के तौर पर लोगो के बीच अपनी पहचान बनाई है, विशेषकर एक गंभीर किरदार के रूप में लोग उन्हें जानते है, भगवान् राम की भूमिका में लोग उन्हें ह्रदय से आदर करते है. इसी लोकप्रियता के बाद भाजपा ने उन्हें 2024 में मेरठ से अपना उम्मीदवार बनाया. अरुण गोविल के लिए भी यह सुनहला अवसर था कि उन्हें भारत की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी में नेता के तौर पर शामिल किया गया था. अरुण गोविल इससे पहले कभी राजनीति में प्रत्यक्षतः सक्रिय नहीं रहे है इसलिए उनके लिए यह चुनाव एक चुनौती भी थी और प्रतिष्ठा की बात भी थी क्योकि लोग उन्हें बहुत ही सम्मान से देखते है. भगवान् राम की छवि से उनकी तुलना की जाती है इसलिए उनके लिए जीत जरुरी थी.
2024 का मेरठ लोकसभा चुनाव अरुण गोविल ने जीत लिया. उन्होंने समाजवादी पार्टी की अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी सुनीता वर्मा को 10,585 मतों के अंतर से हराया. अरुण गोविल भारतीय जनता पार्टी के ऐसे सांसद जिनको विरोधी पार्टी के नेता भी सम्मान करते है.
वर्तमान में अरुण गोविल भारतीय जनता पार्टी से लोकसभा सांसद है.
अरुण गोविल का अभिनय के क्षेत्र में करियर (Arun Govil Acting Career)
अरुण गोविल की वास्तविक पहचान एक अभिनेता के तौर पर है, विशेषकर उन्होंने रामानंद सागर की टीवी सीरियल रामायण से अपनी पहचान बनाई है. रामायण सीरियल में भगवान राम की भूमिका की थी. उस भूमिका में उन्होंने भगवान् राम के व्यक्तित्व को बखूबी निभाया था. इससे लोगो में उनकी पहचान एक गंभीर और सत्यवादी व्यक्तित्व के रूप में बन गई. लोग उनमे राम को देखते है. दूसरी ओर अरुण गोविल भी अपने चरित्र को उस उच्च स्तर पर ले जाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. इसी कारण नेता बन जाने के बाद भी आज भी लोग उन्हें सांसद कम एक आदर्श व्यक्ति अधिक मानते है.
पर ऐसा नहीं है कि अरुण गोविल को संघर्ष नहीं करना पड़ा. उन्हें असफलता नहीं देखनी पड़ी. शुरूआती दिनों में उन्हें भी बहुत संघर्ष करना पड़ा था. पर उन्हें पहला ब्रेक उनकी भाभी तबस्सुम ने दिलवाया. तबस्सुम ने उन्हें ताराचंद बड़जात्या से मिलवाया. ताराचंद बड़जात्या ने एक साथ उनके साथ तीन फिल्मे साइन कर ली. ‘पहेली, सांच को आंच नहीं और सावन को आने दो’. इनमे सबसे पहले 1977 में प्रशांत नंदा की उनकी पहली फिल्म आयी ‘पहेली’. इसके बाद 1979 में कनक मिश्रा की सावन को आने दो रिलीज हुई. फिर उसी वर्ष 1979 में ही ‘सांच को आंच नहीं’ आयी. इनमे सावन को आने दो सुपर डुपर हीट रही. इनके संगीत भी उन दिनों घर घर बजाये जाने लगे थे. इतना ही नहीं इनके गीत आज भी चर्चित है. इसी के बाद अरुण गोविल मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में एक अभिनेता के तौर पर अपनी पहचान बना ली. अब वह किसी पहचान के मुहताज नहीं थे. फिल्म इंडस्ट्री में काम केवल पहचान और नाम ही मिलता है. अरुण गोविल के साथ भी यही हुआ. अब उनके पास काम स्वयं आने लग गए. उन्हें रामानंद सागर जैसे बड़े डायरेक्टर से भी काम के ऑफर आने लग गए. इसी के बाद उन्हें रामानंद सागर की विख्यात टीवी सीरियल विक्रम बेताल में काम मिल गया. इससे अरुण गोविल और भी विख्यात हो गए. साथ ही वह एक व्यक्त अभिनेता की श्रेणी में भी आ गए. फिर इसी के बाद उन्हें भारत की ऐतिहासिक टीवी सीरियल रामानंद सागर कृत रामायण में भगवान राम की भूमिका मिल गई. फिर क्या था, इसके बाद तो अरुण गोविल को लोगो ने वह सम्मान दिया जो शायद मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में आज तक किसी भी अभिनेता को नसीब नहीं हुआ है.
अरुण गोविल की संपत्ति (Arun Govil Net Worth)
2024 लोकसभा चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार अरुण गोविल की चल सम्पत्ति 3 करोड़ 75 लाख हैं जबकि उनकी अचल संपत्ति 5 करोड़ 57 लाख हैं. उनकी पत्नी के पास चल संपत्ति 2 करोड़ 76 लाख हैं जबकि अचल संपत्ति 2 करोड़ 80 लाख हैं. उनके पास पुणे में एक जमीन है जबकि मुंबई के अँधेरी पश्चिम के एक पॉश एरिया में दो फ्लैट्स है.
अरुण गोविल के पास लग्जरी कार भी है. उनके पास कई कंपनियों के शेयर भी है. उनेक आय का मुख्य जरिया अभिनय और विज्ञापन है.
इस लेख में हमने आपको राजस्थान सरकार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के कैबिनेट मंत्री अरुण गोविल की जीवनी (Arun Govil Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.