Himachal Pradesh Election 2022. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है. सुबह 8 बजे से शुरू हुई मतदान प्रक्रिया शाम 5बजे तक जारी रहेगी. मतदान के लिए हिमाचल की जनता में जबरदस्त उत्साह साफ देखा जा सकता है. प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों पर विजयश्री पाने के लिए 24 महिलाओं सहित 412 उम्मीदवार मैदान में हैं. सियासी जानकारों का कहना है कि आम आदमी पार्टी की प्रदेश में एंट्री के बावजूद हिमाचल में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही होना है, जबकि निर्दलीयों के कुछ अन्य पार्टियों ने भी अपने प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे हैं. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने जहां प्रदेश की सभी सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं, तो वहीं हिमाचल में अपनी सियासी जमीन तलाश रही आम आदमी पार्टी ने 67 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं. अन्य दलों की अगर बात की जाए तो मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने 11, बहुजन समाज पार्टी 13, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी 1 और अन्य 45 उम्मीदवार अन्य सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है. शनिवार सुबह से ही हिमाचल के मतदाताओं में वोट के लिए काफी उत्साह देखा जा रहा है. पहली बार वोट डालने जा रहे युवा मतदाताओं में वोट डालने के बाद सेल्फी का क्रेज बना हुआ है तो वहीं प्रत्याशी लास्ट समय तक वोटर्स के आगे हाथ जोड़ते नजर आ रहे हैं. बता दें, सुबह 8 बजे से शुरू हुई मतदान की प्रक्रिया शाम 5 बजे तक जारी रहेगी. इससे पहले हिमाचल चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने पूरी ताकत झोंक दी. बीजेपी की तरफ से जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित बीजेपी के फायरब्रांड नेता एवं उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभाली तो वहीं कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी वाड्रा और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित कई अन्य नेताओं ने पुरे दमखम के साथ प्रचार किया. खैर आज मतदान की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद 8 दिसंबर को आने वाले चुनावी नतीजों के बाद ही पता चल पाएगा की आखिर किस दल की मेहनत की जीत हुई है.
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में कुल 55.92 लाख मतदाता हैं जो अपने मताधिकार का आज प्रयोग करेंगे. कुल मतदाताओं में 28,54,945 पुरुष, 27,37,845 महिला तथा 38 थर्ड जेंडर हैं. इस बार के चुनावों में 18-19 वर्ष की आयुवर्ग के 1,93,106 नए मतदाता जोड़े गए हैं. 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 1,21,409 वरिष्ठ मतदाता हैं, जबकि 56,501 दिव्यांग मतदाता हैं. वहीं मतदान से ठीक एक दिन पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रदेश के मतदाताओं से वोटिंग में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की थी. शुक्रवार को मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि, ‘स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता दिवंगत श्याम सरन नेगी हर पीढ़ी के लिए प्रेरणास्त्रोत्र रहे हैं. उनकी लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता हम सभी के लिए प्रेरणा है. नेगी को हमारी सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब सभी प्रदेशवासी 12 नवंबर को बढ़-चढ़कर मतदान करेंगे.’
गौरतलब है कि प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिए आयोग ने 7881 मतदान केंद्र बनाए हैं, इनमें से 646 मतदान केंद्र शहरी क्षेत्रों में हैं, तो वहीं सबसे ज्यादा 7235 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए हैं. कांगड़ा जिला में सर्वाधिक 1625 मतदान कें हैं, लाहौल स्पीति जिले में सबसे कम 92 पेालिंग स्टेशन बनाए गए हैं. वहीं चुनाव के लिए 142 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं महिलाओं के लिए, 3 सहायक मतदान केंद्र भी बने हैं. जो किसी भी जरूरत पर काम में लिए जाएंगे. हिमाचल में ऐसे 37 पोलिंग बूथ हैं जिनके संचालन की जिम्मेदारी दिव्यांग कर्मचारियों को दी गई है. आंकड़ों के लिहाज से देखें तो इस बार पोलिंग स्टेशनों की संख्या पिछले बार के मुकाबले 4.63% बढ़ी है.
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आपको बता दें कि हिमाचल चुनाव के लिए 32 हजार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है चुनाव में, सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए 25 केंद्रीय पुलिस कंपनियां पहले ही पहुंच चुकी हैं यहां. प्रत्येक पोलिंग बूथ पर 4 कर्मचारी तैनात किए जाएंगे, तो वहीं 7 से 8 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी जाएगी प्रत्येक बूथ पर, महिला पोलिंग स्टेशनों पर सिर्फ महिला कर्मियों की ही तैनाती होगी. इसके साथ ही विधानसभा चुनाव के चलते राज्य आपदा प्रबंधन ने अप्रिय घटना व प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 50 कर्मियों को लाहौल-स्पीति और चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्रों में तैनात किया है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग ने बताया कि जिला मुख्यालय चंबा और पांगी में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के दस-दस कर्मी, जिला मुख्यालय लाहौल-स्पीति, काजा और उदयपुर में दस-दस कर्मचारियों की तैनाती की है.