कांग्रेस के किन 30-40 नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहते हैं राहुल गांधी?

उदाहरण स्थापित करने के लिए कठोर निर्णय लेने के लिए तैयार है कांग्रेस, मिलीभगत करने वाले शीर्ष नेताओं को दी राहुल गांधी ने खुली चेतावनी, पार्टी छोड़कर बीजेपी की राह तलाशने वालों के लिए भी रास्ते खोले

rahul gandhi updates
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लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी के कुछ नेताओं पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन पर भारतीय जनता पार्टी के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए सभी को चौंका दिया. उन्होंने ये कहते हुए सभी को सन्न कर दिया कि 30 से 40 नेताओं को जल्द ही पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा. उनके इस बयान के बाद कांग्रेस पार्टी में हलचल मच गयी है. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस में जो लोग गुप्त रूप से बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं, उन्हें सामने आना चाहिए और बीजेपी के लिए खुलकर काम करना चाहिए.

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अहमदाबाद में एक कार्यक्रम में गुजरात इकाई के कुछ नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस पिछले तीन दशकों में गुजरात के लोगों की उम्मीदों को पूरा करने में असमर्थ रही है, क्योंकि कांग्रेस नेताओं का एक वर्ग बीजेपी के साथ अंदर से मिलीभगत रखता है. उन्होंने दावा किया कि हमारे कुछ नेता बीजेपी के लिए गुप्त रूप से काम कर रहे हैं. कार्यकर्तओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि अगर हमें गुजरात के लोगों से जुड़ना है, तो हमें दो काम करने होंगे. पहला काम वफादारों और बागियों के ग्रुप को अलग करना है. बीजेपी शासित राज्य में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए अगर जरूरत पड़ी तो हम एक उदाहरण स्थापित करने के लिए 30-40 नेताओं को हटाने के लिए वो तैयार हैं.

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सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए राहुल गांधी ने अपने मंसूबे स्पष्ट भी किए हैं. उन्होंने पोस्ट में लिखा, ‘कांग्रेस पार्टी को मूल नेतृत्व गुजरात ने दिया, जिसने हमें सोचने, लड़ने और जीने का तरीका सिखाया. गांधीजी के बिना कांग्रेस पार्टी देश को आज़ादी नहीं दिलवा पाती, और गुजरात के बिना गांधी जी नहीं होते. उनके एक कदम पीछे, गुजरात ने हमें सरदार पटेल जी को दिया. आज वही गुजरात रास्ता ढूंढ रहा है. यहां के छोटे व्यापारी, उद्यमी, किसान – सब संकट में हैं. डायमंड, टेक्सटाइल और सिरेमिक इंडस्ट्रीज बर्बाद हो रही हैं. गुजरात के लोग कह रहे हैं कि हमें नया विज़न चाहिए, क्योंकि जो विज़न पिछले 20-25 साल से चल रहा है, वह पूरी तरह फेल हो चुका है. गुजरात नया विकल्प चाह रहा है, लेकिन कांग्रेस पार्टी उसे दिशा नहीं दिखा पा रही है. यह सच्चाई है, और इसे कहने में मुझे कोई शर्म या डर नहीं है.’

राहुल गांधी ने आगे लिखा कि हमें कांग्रेस की उसी विचारधारा पर लौटना होगा, जो गुजरात की विचारधारा है – जो गांधी जी और सरदार पटेल जी ने हमें सिखाई थी. हमें जनता के बीच जाना होगा, उनकी बातें सुननी होंगी. हमें दिखाना होगा कि हम सिर्फ नारे लगाने नहीं, बल्कि उनकी समस्याओं का समाधान ढूंढने आए हैं. ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से हमने साबित किया कि कांग्रेस आसानी से जनता से जुड़ सकती है. जैसे ही हम यह बदलाव लाएंगे और अपने कर्तव्यों को निभाने लगेंगे, गुजरात के लोग हमारे साथ खड़े हो जाएंगे. राहुल ने इस बात पर जोर दिया कि विरोधियों को कांग्रेस से बाहर निकालने से गुजरात के लोग पार्टी पर भरोसा कर सकेंगे.

कांग्रेस नेता ने कार्यकर्ताओं में जोश फूंकते हुए कहा कि कांग्रेस के जितने भी नेता है उनके दिल में कांग्रेस होनी चाहिए. जीतने हारने की बात छोड़ दीजिए. अगर हाथ भी कटे तो उसमें से कांग्रेस का खून निकलना चाहिए. कांग्रेस ने हालांकि ये बात गुजरात में कही है लेकिन इसकी गूंज देश की राजनीति में भी होने लगी है. कांग्रेस के कुछ नेता जो बीजेपी के पक्ष में बोल रहे हैं, उनके लिए भी ये चेतावनी बताई जा रही है. अब देखना ये होगा कि कांग्रेस अपने कहे हुए शब्दों पर अमल कर पाती है या फिर नहीं.

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