बजरी और खनन माफियाओं के खिलाफ बेनीवाल ने खोला मोर्चा, सरकार को दी आंदोलन की चेतावनी

राजस्थान में सरकारी तंत्र में बैठे जिम्मेदारों की सह पर जिस तरह बजरी और खनन माफियाओं ने मचा रखा है आतंक उससे सरकार की नियत पर सवालिया निशान उठना है लाजमी है- हनुमान बेनीवाल

'राजस्थान में है बजरी-खनन माफियाओं का आतंक'
'राजस्थान में है बजरी-खनन माफियाओं का आतंक'

Hanuman Beniwal. राजस्थान में दिन ब दिन अवैध खनन और बजरी माफियाओं का आतंक बढ़ता जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार रविवार को जोधपुर के डांगियावास क्षेत्र में बजरी माफियाओं ने स्थानीय युवाओं पर गाड़ी चढाने का दुस्साहस किया और घटना स्थल से भाग निकले. इसके बाद बजरी रॉयल्टी ठेकेदार के कैंप में ग्रामीणों ने आगजनी की घटना को अंजाम दिया है. बजरी ठेकेदार के कर्मचारियों का आरोप है कि बजरी खनन को लेकर ग्रामीणों ने कर्मचारियों से झगड़ा किया. इस दौरान बजरी रॉयल्टी ठेकेदार कर्मचारियों  के कैंप में पहुंचकर ग्रामीणों ने यहां खड़े जेसीबी, बोलेरो कैंपर व डंपर को आग के हवाले कर दिया. यही नहीं उनके रहने के स्थान में भी आग लगा दी. वहीं इस मुद्दे को लेकर नागौर सांसद एवं RLP मुखिया हनुमान बेनीवाल ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. हनुमान बेनीवाल ने कहा कि, ‘राजस्थान में सरकारी तंत्र में बैठे जिम्मेदारों की सह पर जिस तरह बजरी और खनन माफियाओं ने आतंक मचा रखा है उससे सरकार की नियत पर सवालिया निशान उठना लाजमी है.’

जोधपुर जिले के डांगियावास थाना अंतर्गत मंगलवार को बजरी ठेकेदार के कर्मचारियों और ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच लाठी-भाटा जंग हो गई. इस दौरान कुछ लोगों ने जेसीबी और ट्रैक्टर में आग लगा दी. बताया जा रहा है कि ठेकदार के लोगों ने ग्रामीणों पर गाड़ियां चढ़ाने की कोशिश की. इसके बाद गुस्साए लोगों ने वाहनों को आग के हवाले कर दिया. वहीं इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हनुमान बेनीवाल ने एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘जोधपुर जिले के डांगियावास क्षेत्र में बजरी माफियाओं ने गांव के युवाओं पर गाढ़ी चढ़ा दी और उसके बाद उपजे तनाव के बाद जो स्थिति बनी उसके लिए बजरी माफिया ही जिम्मेदार है.’

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सांसद हनुमान बेनीवाल ने आगे कहा कि, ‘राजस्थान में सरकारी तंत्र में बैठे जिम्मेदारों की सह पर जिस तरह बजरी और खनन माफियाओं ने आतंक मचा रखा है उससे सरकार की नियत पर सवालिया निशान उठना लाजमी है. विगत दिनों बालोतरा क्षेत्र में बजरी माफियाओं ने एक व्यक्ति की कुचलकर हत्या कर दी. ऐसी घटनाएं हर रोज प्रदेश में किसी न किसी क्षेत्र में घटित होती है. उसके बावजूद सरकार माफियाओं पर अंकुश नहीं लगा रही है.’ वहीं सांसद हनुमान बेनीवाल ने आगे बताया कि आज जोधपुर जिलें के डांगियावास क्षेत्र में हुए मामले को लेकर मैंने जोधपुर पुलिस कमिश्नर से दूरभाष पर वार्ता की. साथ ही किसी भी निर्दोष ग्रामीण पर कोई कार्यवाही नहीं की जाए और यदि किसी भी ग्रामीण को गलत रूप से हिरासत में ले रखा है तो उन्हें भी तत्काल रिहा करने के निर्देश जोधपुर कमिश्नर को दिए हैं.

इस दौरान सांसद बेनीवाल ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि, ‘अगर इस तरह की घटनाएं नहीं रुकी तो RLP प्रदेश में शीघ्र ही बजरी माफिया के विरुद्ध बड़ा आंदोलन करेगी.’ बता दें कि जिस अवैध खनन की शिकायत डांगियावास थाना क्षेत्र के खारी कलां गांव के आस पास के लोगों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन देकर की थी उसी अवैध खनन से जुड़े लोगों ने मंगलवार को ग्रामीणों पर हमला कर दिया. इस हमले में कई ग्रामीण घायल हो गए. घायलों का कहना है कि डांगियावास थाना पुलिस की मिलीभगत से लूणी में यहां अवैध खनन हो रहा है.

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ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बजरी रॉयल्टी ठेकेदार के आदमी गांव के शमशान में अवैध बजरी खनन कर रहे हैं. इसे रोकने के लिए सुबह ग्रामीण शमशान में बोर्ड लगा रहे थे. उस समय अचानक गाड़ियों में सवार ठेकेदार के आदमियों ने हमला बोल दिया. इस दौरान आरटीआई कार्यकर्ता महेंद्र सिंह के साथ मारपीट की गई. इसके अलावा बलदेवराम पर भी वार किए. अन्य ग्रामीणों ने भागकर जान बचाई. दोनों पक्षों में जमकर लाठी भाटा जंग हुई. इसके बाद ठेकेदार के वाहनों में आग लगा दी गई.

एमडीएम ट्रामा अस्पताल में भर्ती आरटीआई कार्यकर्ता महेंद्र सिंह ने बताया कि हम लगातार अवैध बजरी खनन के खिलाफ सक्रिय हैं. इसको लेकर दो नवंबर को कलेक्टर, चार नवंबर को पुलिस आयुक्त को और 13 नवंबर को अवैध खनन को रोकने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन दिया था. उन्होंने बताया कि, ‘शमशान से बजरी का खनन रोकने के लिए हम वहां गए थे. लेकिन वहां पर पचास- साठ लोग आ गए और हमला कर दिया. हमलावरों ने हमारे साथ मारपीट की. उसके बाद खुद ने ही अपने वाहनों को आग लगा दी. ग्रामीणों को तो इसका पता ही नहीं है.’

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