नए जिलों के मायाजाल में फंसी गहलोत सरकार, यादव के बाद बलजीत ने दी सरकार को खुली चेतावनी

अगर गहलोत सरकार ने आगामी बजट में नीमराना या बहरोड में से किसी एक को जिला नहीं बनाया तो आगामी चुनाव में बजा देंगे ईंट से ईंट, कांग्रेस को राठ से नहीं मिलेगा एक भी वोट- बलजीत यादव

यादव के बाद अब बलजीत ने खोला मोर्चा
यादव के बाद अब बलजीत ने खोला मोर्चा

Baljeet Yadav on Gehlot Govt. लगता है राजस्थान की गहलोत सरकार के लिए पिछले एक दो महीने में मुसीबतों का चौतरफा पहाड़ खड़ा हो गया है. सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जैसे तैसे एक मुसीबत से बाहर निकलने की कोशिश करते हैं तो दूसरी मुसीबत उनका इंतजार कर रही होती है. ऐसे में गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए सीनियर ऑब्ज़र्वर बनाए गए सीएम गहलोत पहले अपने राज्य पर ध्यान दें या गुजरात चुनाव पर, ये भी एक बड़ा सवाल है. प्रदेश सरकार पहले से कई मुद्दों पर एक साथ घिरती नजर ही नजर आ रही थी कि अब नए जिले बनाए जाने की मांग को लेकर सियासत उबाल मार रही है. बीते रोज सोमवार को कोटपूतली विधायक राजेंद्र यादव ने कोटपूतली को जिला बनाने की मांग करते हुए इस्तीफा देने की बात कही थी. तो वहीं मंगलवार को सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक बलजीत यादव ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि, ‘अगर सरकार ने अगले बजट में बहरोड़ या नीमराना को जिला नहीं बनाया गया तो सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे.’

विधानसभा चुनावों के नजदीक आने के साथ ही प्रदेश में नए जिले बनाने की सरकार की स्कीम अब खुद उसकी ही गले की फांस बनती जा रही है. कोटपूतली विधायक एवं राजेंद्र यादव द्वारा अपने विधानसभा क्षेत्र को जिला बनाने की मांग अभी उठी ही थी कि बहरोड से निर्दलीय विधायक बलजीत यादव ने बहरोड या नीमराना में से एक को जिला बनाने की मांग कर दी. मंगलवार को बहरोड़ विधायक बलजीत यादव ने कहा कि, ‘अगर गहलोत सरकार ने आगामी बजट में नीमराना या बहरोड में से किसी एक को जिला नहीं बनाया तो हम सरकार का विरोध करेंगे. आने वाले चुनाव में कांग्रेस को राठ से एक भी वोट नहीं मिलेगा. चुनाव के दौरान सरकार की ईंट से ईंट से बजा दी जाएगी. मैं खुले मंच से कई बार अपनी ये बात सरकार के सामने रख चूका हूँ तो वहीं कई बार विधानसभा में भी मैं इस मुद्दे को रख चूका हूँ.’

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बलजीत यादव ने कहा कि, ‘गहलोत सरकार को अपने किए हुए वादे पुरे करने चाहिए. अगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ऐसा नहीं करते हैं तो प्रदेश के मुख्यमंत्री व गहलोत सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगेगा.’ वहीं पत्रकारों से बात करते हुए बलजीत यादव ने बीजेपी सांसद बालकनाथ पर जमकर निशाना साधा. बलजीत यादव ने कहा कि, ‘जिस मेडिकल कॉलेज में सांसद के फूफा कुलदीप यादव ने भ्रष्टाचार किया. ACB के मामले में उनका नाम आया था. गरीब व बेरोजगारों से पैसे लेकर उनको नौकरी देने के नाम पर लूटा गया. उस मेडिकल कॉलेज में बीजेपी सांसद के पहुंचने की हिम्मत कैसे हुई? चुनाव के दौरान सांसद ने स्थानीय जनता से वादा किया था कि वो अलवर में यमुना का पानी लाएंगे.’

इस दौरान बलजीत यादव ने कहा कि, ‘अगर देश के प्रधानमंत्री यमुना का पानी लाने की अनुमति देते हैं तो प्रदेश सरकार से बजट पास मैं करवाऊंगा. सांसद बालकनाथ सिर्फ झूठ बोलते हैं. अलवर जिले में एक भी रूपये का काम नहीं हुआ है. क्षेत्र में लोग सांसद को ढूंढ रहे हैं, उनके पोस्टर लग रहे हैं लेकिन सांसद आज गायब हैं.’

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ऐसे में प्रदेश में नए जिलों को लेकर मंत्री, विधायक एवं सीएम सलाहकार ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बालोतरा को जिला बनाने की मांग को लेकर कांग्रेस विधायक मदन प्रजापत पिछले नौ महीनों से नंगे पैर घूम रहे हैं. वहीं, नीमकाथाना को जिला बनाने की चल रही सुर्खियों से जहां स्थानीय विधायक सुरेश मोदी खुश हैं, वहीं उदयपुरवाटी विधायक एवं सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा विरोध कर चुके हैं. इससे पहले खेतड़ी विधायक एवं सीएम सलाहकार जितेंद्र सिंह ने खेतड़ी को जिला बनाने की मांग उठा रखी है. दूदू को जिला बनाने के सीएम सलाहकार बाबूलाल नागर का चाकसू विधायक वेद प्रकाश सोलंकी पहले से विरोध कर रहे हैं. इस सूची में सांचौर व गुढ़ामालानी का नाम भी है. गुढ़ामालानी से हेमाराम चौधरी, वहीं सांचौर से सुखराम विश्नोई राज्यमंत्री हैं. विधायक इंद्राज गुर्जर के क्षेत्र विराटनगर, मुकेश भाकर के लाडनूं का नाम शामिल है. नए नामों में भींडर भी है, जो वल्लभनगर में आता है जहां से प्रीति शक्तावत विधायक हैं.

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