रविशंकर प्रसाद की जीवनी | Ravi Shankar Prasad Biography in Hindi

ravi shankar prasad biography in hindi
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Ravi Shankar Prasad Latest News – रविशंकर प्रसाद भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री है. छात्र राजनीति से अपना राजनीतिक करियर आरम्भ करने वाले रवि शंकर प्रसाद देश के वरिष्ठ वकील भी है. उन्होंने कई बड़े मुकदमों के जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया है. अब चाहे लालू को चारा घोटाले में जेल भिजवाना हो या फिर बिहार में लाल कृष्ण के रथ यात्रा के दौरान गिरफ्तारी के बाद उनका अदालत में बचाव हो, हर जगह वरिष्ठ वकील वही रवि शंकर प्रसाद ही थे.  इस लेख में हम आपको पटना साहिब लोकसभा सीट से सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता सह देश के वरिष्ठ वकील श्री रविशंकर प्रसाद की जीवनी (Ravi Shankar Prasad Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

रविशंकर प्रसाद की जीवनी (Ravi Shankar Prasad Biography in Hindi)

पूरा नाम रविशंकर प्रसाद
उम्र 66 साल
जन्म तारीख 30 अगस्त 1954
जन्म स्थान पटना
शिक्षा एलएलबी
कॉलेज पटना विश्वविद्यालय
वर्तमान पद पटना साहिब लोकसभा सीट से सांसद
व्यवसाय राजनीतिज्ञ, वरिष्ठ अधिवक्ता – उच्चतम न्यायालय
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम स्वर्गीय श्री ठाकुर प्रसाद
माता का नाम स्वर्गीय बिमला प्रसाद
पत्नी का नाम माया शंकर
बच्चे एक बेटा और एक बेटी
बेटें का नाम
बेटी का नाम
स्थाई पता 42 ईस्ट बोरिंग रोड, कवि रमण पथ, नागेश्वर कॉलोनी पटना, बिहार
वर्तमान पता 21 मदर टेरेसा क्रिसेंट, नई दिल्ली
फोन नंबर 9868181730
ईमेल rsprasad[dot]bjp[at]gmail[dot]com

रविशंकर प्रसाद का जन्म और परिवार (Ravi Shankar Prasad Birth & Family)

रविशंकर प्रसाद का जन्म पटना में एक धार्मिक कायस्थ परिवार में 30 अगस्त 1954 को हुआ था. रवि शंकर प्रसाद के पिता ठाकुर प्रसाद पटना उच्च न्यायालय में एक वरिष्ठ अधिवक्ता और भारतीय जनता पार्टी के पूर्ववर्ती जनसंघ के प्रमुख संस्थापकों में से एक थे. रवि शंकर की बहन का नाम अनुराधा प्रसाद है जो,बी ए जी फिल्म्स एंड मीडिया लिमिटेड की मालकिन हैं और कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला की पत्नी हैं.

रवि शंकर प्रसाद ने 3 फरवरी 1982 को माया शंकर से विवाह किया. उनकी पत्नी माया शंकर एक इतिहासकार होने के साथ ही पटना विश्वविद्यालय में इतिहास की प्रोफेसर भी हैं. रविशंकर प्रसाद हिन्दू है और वह जाति से कायस्थ है.उनपर कोई भी आपराधिक मुकदमा कही भी दर्ज नहीं है.

रविशंकर प्रसाद की शिक्षा (Ravi Shankar Prasad Education)

रविशंकर प्रसाद ने पटना विश्वविद्यालय से वकालत की पढाई की है. उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से बीए ऑनर्स के बाद राजनीति विज्ञान से एमए किया और फिर इसके बाद उन्होंने एलएलबी भी किया था.

रविशंकर प्रसाद का शुरूआती जीवन (Ravi Shankar Prasad Early Life)

रविशंकर प्रसाद पेशे से एक वकील है. वह 1980 से पटना उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस कर रहे हैं. उन्हें 1999 में पटना हाईकोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता और 2000 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता नामित किया गया था. इसके अलावे रवि शंकर प्रसाद बिहार में पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज के महासचिव भी रह चुके है. रविशंकर प्रसाद ने 1990 में जन्मभूमि अयोध्या विवाद में हिंदू महासभा की ओर से केस लड़ा था और उन्होंने तब लाल कृष्ण आडवाणी का अदालत में बचाव किया था. चूँकि 1990 में बिहार में उनकी रथ यात्रा के दौरान लालू सरकार ने गिरफ्तार कर लिया था. इसके साथ ही रवि शंकर प्रसाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के द्वारा चारा घोटाले मामले में उसके विरुद्ध मुख्य वकील थे. रवि शंकर प्रसाद के कारण ही लालू यादव सहित कई नेताओं एवं अधिकारियों को जेल हुआ था.

रविशंकर प्रसाद का राजनीतिक करियर (Ravi Shankar Prasad Political Career)

रविशंकर प्रसाद की राजनीतिक यात्रा 1970 के दशक में शुरु हुई थी. रविशंकर प्रसाद उस समय छात्र राजनीति में सक्रिय थे और जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में आपातकाल में अपनी राजनीतिक जीवन शुरू किया. उस समय देशभर में इंदिरा गांधी के प्रति लोगो के मन में घोर घृणा थी और देश भर में इंदिरा गांधी तानाशाही और क्रूरता के विरुद्ध आंदोलन चल रहे थे. उसी आंदोलन में रवि शंकर प्रसाद ने भी भाग लिया.

रवि शंकर प्रसाद भाजपा के उन नेताओ में शामिल है जिन्होंने कभी भी किसी दूसरी पार्टी में नहीं रहे है. रवि शंकर प्रसाद ने अपनी राजनीतिक यात्रा भारतीय जनता पार्टी के साथ शुरू की और वह अब तक भाजपा के वफादार नेता रहे है.

रवि शंकर प्रसाद 1991 से लेकर 1995 तक भाजपा की युवा शाखा भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे थे.वह 1995 में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के सदस्य भी बने थे.

इसके बाद वह रवि शंकर प्रसाद अप्रैल 2000 में पहली बार अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री रहते राज्य सभा के लिए चुने गए. उन्ही की सरकार में वह पहली बार राज्य मंत्री भी बनाये गए. अटल बिहारी सरकार में वह 2001 में कोयला राज्य मंत्री थे. इस पद पर वह 2003 तक रहे बाद में उन्हें 2003 में सूचना और प्रसारण मंत्री बना दिए गया. सूचना और प्रसारण मंत्री रहते रवि शंकर प्रसाद ने रेडिया, टेलीविजन सहित एनीमेशन के क्षेत्रों में क्रांतिकारी सुधार किए.

अटल बिहारी की सरकार के जाने के बाद दस वर्षो तक देश में कांग्रेस का शासन रहा इससे रवि शंकर प्रसाद भी सत्ता से बाहर विरोधी खेमे में रहे. रवि शंकर प्रसाद को मार्च 2006 में भाजपा का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया गया जबकि 2007 में उन्हें मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया गया. इसके बाद उन्हें और भी पदोन्नति मिली और उन्हें 2010 में भाजपा का महासचिव बना दिया गया. .

चूँकि रवि शंकर प्रसाद राज्यसभा से थे तो उन्हें अप्रैल 2006 में दूसरे और अप्रैल 2012 में तीसरे कार्यकाल के लिए राज्यसभा सदस्य के लिए चुन लिया गया.

इसके बाद जब 2014 में मोदी के नेतृत्व में भाजपा की प्रचंड जीत हुई तब उन्हें भी मंत्री बनाया गया.

मोदी के प्रथम कार्यकाल में रवि शंकर प्रसाद को 27 मई 2014 को कानून और न्याय मंत्री तथा संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री बना दिया गया. वह देश के दूसरे सबसे लंबे समय तक कानून मंत्री के पद पर रहने का भी उन्हें गौरव प्राप्त है. रवि शंकर प्रसाद संचार और आईटी मंत्री भी रह चुके है.

रविशंकर प्रसाद को भाजपा ने 2019 में शत्रुघ्न सिन्हा के पार्टी से बगावत करने के कारण पटना साहिब से टिकट दिया. पटना का पटना साहिब लोकसभा सीट से कभी शत्रुघ्न सिन्हा जीता करते थे. पर शत्रुघ्न सिन्हा के पार्टी बदलने के कारण भाजपा ने पहली बार रवि शंकर प्रसाद को पटना साहिब से लोक सभा का टिकट दिया और वह पार्टी के विश्वास पर खड़े उतरे. उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा को तीन लाख के भारी मत से पराजित किया.

इसके बाद 2024 में भी रवि शंकर प्रसाद को भारतीय जनता पार्टी ने पटना साहिब लोक सभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया. इस बार वह पहले से लगभग दोगुना बहुमत 5 लाख 88 हजार वोटो के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी अंशुल कुशवाहा को हराया. वर्तमान में रवि शंकर प्रसाद पटना साहिब सीट से भाजपा के सांसद है.

रविशंकर प्रसाद की संपत्ति (Ravi Shankar Prasad Net Worth)

2024 के आम चुनाव में दाखिल किये गए घोषणापत्र के अनुसार उनकी कुल संपत्ति 40.60 करोड़ रूपये हैं। इसके साथ ही रवि शंकर प्रसाद के ऊपर कोई भी कर्ज नहीं है.

इस लेख में हमने आपको पटना साहिब लोकसभा सीट से सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता सह देश के वरिष्ठ वकील रविशंकर प्रसाद की जीवनी (Ravi Shankar Prasad Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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