साल 2024 के सियासी कैलेंडर के 12वें और अंतिम पार्ट में हम लेकर आए हैं दिसंबर माह का राजनीतिक हिसाब-किताब, जो अंत दुखद घटनाओं के साथ हुआ है. इसमें राजस्थान के सीएम भजनलाल के काफिले में हुए हादसा और देश के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके वरिष्ठ नेता का निधन शामिल है. इन दोनों घटनाओं ने देशभर की आंखों को नम कर दिया. अन्य कई अन्य घटनाक्रम भी सियासी सुर्खियों में रहे. आइए जानते हैं..
यह भी पढ़ें: दिल्ली में चुनाव से पहले मतदाता सूची पर राजनीति, फर्जी वोटर्स लिस्ट तैयार कराने का आरोप
- सीएम के काफिले में घुसी कार
राजस्थान के जयपुर में एक टैक्सी मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के काफिले में घुस गई और आगे चल रही दो गाड़ियों से भिड़ गई. इस हादसे में एक एएसआई की मौत हो गई, जबकि पांच पुलिसकर्मी, टैक्सी ड्राइवर सहित 7 लोग गंभीर घायल हुए. हादसा जयपुर के जगतपुरा के अक्षयपात्र चौराहे पर हुआ. घटना का पता चलते ही सीएम भजनलाल गाड़ी से उतरे और अपनी कार में घायल को लेकर अस्पताल पहुंचे.
- पूर्व पीएम मनमोहन सिंह नहीं रहे
देश के दो बार के प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ.मनमोहन सिंह का बीते शनिवार को निधन हो गया. वे 92 साल के थे. रविवार को निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया. स्मारक के लिए जमीन आवंटन न किए जाने पर कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियों ने केंद्र की सत्ताधारी मोदी सरकार पर जमकर आरोप लगाए, जो चर्चा का विषय रहा.
- महाराष्ट्र में उहापोह की स्थिति समाप्त
इस महीने की खबरें महाराष्ट्र के नाम रही. 23 नवंबर को नतीजे आने के बाद 11 दिनों तक महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर संशय बना रहा. उधर निवर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नाराज होने की खबरें भी आती रहीं. मुंबई से दिल्ली तक की बैठकों के बीच बीजेपी ने तय किया कि उसके नेता देवेंद्र फडणवीस राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे. 5 दिसंबर को फडणवीस ने तीसरी बार महाराष्ट्र की सत्ता की कुर्सी संभाली. वहीं उनकी कैबिनेट में एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
- कड़ाके की ठंड में सदन का पारा रहा हाई
इसी महीने संसद के हंगामेदार शीतकालीन सत्र भी लगातार चर्चा में रहा. कड़ाके की ठंड के बावजूद सदन में पारा हमेशा हाई ही रहा. राज्यसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे और सदन सभापति/उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के बीच नोकझोंक चर्चा का विषय बनी. उसके बाद धनखड़ के खिलाफ विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया. हालांकि उनका यह प्रस्ताव खारिज कर दिया गया. राज्यसभा में नोटों की गड्डी मिलने की घटना भी सुर्खियों में रही.
- आप की सूचियां रहीं चर्चा में
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए एक ही महीने में आम आदमी पार्टी ने दूसरी, तीसरी और चौथी सूची जारी की, जो चर्चा रही. दूसरी सूची में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, शिक्षाविद से नेता बने अवध ओझा और विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़लान जैसे नाम शामिल रहे. पटपड़गंज से विधायक मनीष सोसोदिया को इस बार जंगपुरा विधानसभा सीट से टिकट दिया गया. चौथी सूची में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मौजूदा मुख्यमंत्री आतिशी का नाम शामिल रहा. इसके साथ ही आप ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार तय कर दिए. नई दिल्ली सीट पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के सामने कांग्रेस से संदीप दीक्षित उम्मीदवार होंगे. दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट से 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर चुके हैं.