Politalks.News/RahulGandhi/Gujarat. साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए अब कांग्रेस ने भी अपनी तैयारियों तेज कर दी हैं. कांग्रेस इस बार एक अलग ही अंदाज के साथ काम कर रही है. क्योंकि वो जानती है कि अगर बीजेपी को आगामी चुनावों में मात देनी है तो फिर अभी से कमर कसनी होगी. इसी कड़ी में राजस्थान के उदयपुर में 13 से 15 मई तक होने वाले कांग्रेस के नव-संकल्प चिंतन शिविर से पहले राहुल गांधी आज मंगलवार को गुजरात पहुंचे. राहुल गांधी ने यहां दाहोद में आदिवासी सत्याग्रह रैली को संबोधित किया. इस दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और आदिवासियों को साधने की कोशिश की. राहुल गांधी ने कहा कि, ‘अब नया गुजरात बनाना पड़ेगा. आप शिक्षा, स्वास्थ्य चाहते हो तो ये आपको कुछ नहीं देने वाले हैं. ये लोग सिर्फ 2-3 अरबपतियों को आपका भविष्य बेचना चाहते हैं.’
गुजरात के दाहोद में आयोजित कांग्रेस की आदिवासी सत्याग्रह रैली में भाग लेते हुए राहुल गांधी ने आदिवासी ऐंथम को लांच किया. जिसके बोल है कि, ‘कांग्रेस पार्टी आदिवासी समुदाय के साथ है, आदिवासी समुदाय के बदलने हालात हैं.’ वहीं रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने आदिवासियों को और भी ज्यादा मजबूत बनाने का वादा किया. राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि, ‘गुजरात की हर ईंट को आदिवासियों ने अपने खून-पसीने से सींचा है. लेकिन उन्हे उनके हक़ और हिस्से की भागीदारी से वंचित रखा गया. ये आदिवासी सत्याग्रह जल, जंगल और ज़मीन का आंदोलन है. मैं गारंटी देता हूं कि गुजरात में आने वाले चुनाव में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनेगी तो सरकार में आदिवासियों की आवाज होगी. आदिवासी विधायक होंगे, जो आदिवासी चाहेगा, वो गुजरात की सरकार करेगी. जल, जंगल और जमीन की रक्षा गुजरात की सरकार करेगी.’
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राहुल गांधी ने अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि, ‘आज ये एक पब्लिक मीटिंग नहीं है, ये एक आंदोलन, एक सत्याग्रह की शुरुआत है. आज दो हिंदुस्तान बन रहे हैं. एक अमीरों का हिंदुस्तान, जिसमें चुने हुए लोग हैं, बड़े-बड़े अरबपति, ब्यूरोक्रेट्स हैं, जिनके पास सत्ता और धन है. दूसरा हिंदुस्तान भारत की आम जनता का हिंदुस्तान. कांग्रेस पार्टी दो हिंदुस्तान नहीं चाहती है. कांग्रेस पार्टी एक हिंदुस्तान चाहती है, उस हिंदुस्तान में सबका आदर होना चाहिए, सबको अवसर मिलने चाहिए, सबको शिक्षा मिलनी चाहिए, सबको स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी चाहिए. ये धन है, ये जल, जंगल, जमीन किसी उद्योगपति की नहीं है; ये आपका है- आदिवासियों का है, गरीबों का है, हिंदुस्तान के नागरिकों का है. मगर इसका फायदा आपको नहीं मिलता है.
आदिवासी सत्याग्रह रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, ‘यूपीए सरकार के दौरान हमने पूरी कोशिश की कि जो हिंदुस्तान का धन है, जल-जंगल-जमीन ; इसका फायदा हिंदुस्तान के आम नागरिकों को मिले. हमने आपको मनरेगा दिया, पूरे देश में इस योजना को चलाया और करोड़ों लोगों को मनरेगा से फायदा मिला. पीएम मोदी ने लोकसभा में मनरेगा का मजाक उड़ाया था. उन्होंने कहा था कि मैं इसे रद्द करना चाहता हूं, लेकिन नहीं करूंगा, क्योंकि देश को याद रहे कि कांग्रेस पार्टीने क्या किया था, लेकिन आज कोरोना के वक्त मनरेगा नहीं होता, तो आपको पता है कि देश की हालत क्या होती?’
अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने जिग्नेश मेवानी की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा कि, ‘गुजरात में अपने अधिकारों के लिए आंदोलन करने पर पुलिस मुकदमा कर देती है. जिग्नेश ने आंदोलन किया तो उन्हें 3 महीने की सजा सुना दी. मैनें गुजरात में पहली बार सुना कि आंदोलन करने पर किसी को जेल हुई. गुजरात इकलौता ऐसा राज्य है जहां हमें विरोध करने की इजाजत लेनी पड़ती है. मैं कहना चाहता हूं कि अगर उन्हें 10 साल की जेल भी हुई, तो भी उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा.’
जीएसटी नोटबंदी का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री सामने आए और नोटबंदी की घोषणा की, कहा कि कालेधन के खिलाफ लड़ाई है, पूरे देश को लाइन में लगा दिया. मगर नोटबंदी से सिर्फ अमीर हिंदुस्तान को फायदा हुआ, मगर गरीब लोगों को कोई फायदा नहीं हुआ. उसके बाद जीएसटी लागू की, ऐसी जीएसटी लागू की, जिससे छोटे दुकानदार, गरीब, किसान को नुकसान हो और अरबपतियों को फायदा मिले.’ उन्होंने आगे कहा कि, ‘ये जल, जंगल, जमीन आपका धन है, ये गुजरात की सरकार का नहीं है, ये गुजरात के चुने हुए बिजनेसमैन का नहीं है. लेकिन फिर भी इस जल, जंगल, जमीन का फायदा आपको नहीं मिल रहा है.आपका स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी में जाना नामुमकिन है, क्योंकि सरकारी स्कूल, कॉलेज बंद कर देते हैं, पूरा का पूरा प्राइवेटाइज कर देते हैं. उन्हीं 4-5 लोगों के हवाले कर देते हैं.’
राहुल गांधी ने कहा कि, ‘आदिवासी समुदाय ने गुजरात का इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया, गुजरात की सड़कें बनाई, मैं पूछना चाहता हूं कि आपको क्या मिला? आपको न शिक्षा मिली, न स्वास्थ्य मिला, न रोजगार मिला. आपके दिल में जो आवाज है, वो आपके अंदर बंद है. हम इस आंदोलन के माध्यम से इस आवाज को बाहर निकालना चाहते हैं. कांग्रेस पार्टी आपके साथ मिलकर इस आवाज को इतना मजबूत बनाना चाहती है कि गुजरात छोड़ो, ये आवाज हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री तक को सुनाई दे जाए.’ वहीं राजस्थान सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, ‘हमने राजस्थान में स्वास्थ्य का मॉडल तैयार किया है. हम हर जगह सरकारी मेडिकल कॉलेज और सरकारी अस्पताल खोल रहे हैं, राजस्थान में रु.10L मेडिकल इंश्योरेंस मिलता है, रु.5L एक्सीडेंट क्लेम मिलता है, मुफ्त में दवाई मिलती है.’
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रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, ‘अब नया गुजरात बनाना पड़ेगा. आप शिक्षा, स्वास्थ्य चाहते हो तो ये आपको कुछ नहीं देने वाले हैं. ये लोग सिर्फ 2-3 अरबपतियों को आपका भविष्य बेचना चाहते हैं. यहाँ पर बड़े-बड़े प्रोजेक्ट बनते हैं, तापी प्रोजेक्ट बनता है, आपसे आपका पानी छीना जाता है, बड़े-बड़े अरबपतियों को दिया जाता है. मैं आपसे कहना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी के चुनाव जीतने पर हम रिवर लिंक के प्रोजेक्ट को बंद कर देंगे.’ बता दें काफी दिनों से सियासी गलियारों में चर्चा थी कि गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल आलाकमान से नाराज हैं. हालांकि उन्होंने आज राहुल गांधी के साथ मंच साझा कर साफ़ कर दिया कि वो कहीं नहीं जा रहे.