बाड़मेर जिले के बहुचर्चित कमलेश प्रजापत एनकाउंटर मामले में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल का बड़ा बयान, न्यायालय-अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CBI प्रकरण) जोधपुर महानगर द्वारा 2 IPS अधिकारियों सहित 24 पुलिस कार्मिकों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने व पूर्व राजस्व मंत्री तथा वर्तमान बायतु विधायक व उनके भाई तथा तत्कालीन जोधपुर आईजी की भूमिका की भी जांच करने के आदेश देने के फैसले का किया स्वागत, इसी मामले में CBI द्वारा दाखिल क्लोजर रिपोर्ट को खारिज करने का निर्णय को भी बताया स्वागत योग्य, आरएलपी सुप्रीमो ने प्रेस बयान जारी करके दिया बयान, ‘दिवंगत कमलेश प्रजापत की पत्नी के प्रार्थना पत्र पर न्यायालय द्वारा प्रसंज्ञान आदेश में वर्णित तथ्यों को पढ़ने से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस ने एक राजनेता और उनके परिवार के संरक्षण में किया गया था कमलेश प्रजापत का फर्जी एनकाउंटर, देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसियों में से एक CBI की जांच पर आम आदमी का होता है भरोसा लेकिन इस मामले में CBI द्वारा अपनी जांच में कांग्रेस सरकार के एक मंत्री और उसके भाई की भूमिका जांच किए बगैर ही दाखिल की गयी क्लोजर रिपोर्ट, जिससे स्पष्ट हो गया कि बीजेपी के कई नेताओं ने भी कांग्रेस के नेता को बचाने में लगाया था पूरा जोर, जो लगाता बीजेपी व कांग्रेस के आंतरिक गठजोड़ की सच्चाई पर मुहर, न्यायालय के फैसले के बाद दिवंगत कमलेश प्रजापत के परिजनों को न्याय मिलने की जगी उम्मीद, लोकसभा में कई बार कमलेश प्रजापत फर्जी एकाउंटर के दोषी नेताओं और अफसरों पर कार्यवाही की मांग उठा चुके हैं सांसद हनुमान बेनीवाल।