Politalks.News/Uttarpradesh. उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) के लिए 58 सीटों पर पहले चरण का मतदान संपन्न हो चुका है. इस बीच कैराना (kairana) में गुरुवार रात एक गाड़ी में ईवीएम मशीन मिलने के बाद (EVM found in the car without a number plate) जमकर हंगामा हुआ. सूचना मिलने पर मौके पर नाहिद हसन की बहन और सपा प्रत्याशी इकरा भी पहुंचीं और कड़ी आपत्ति जाहिर की. प्रत्यक्षदर्शियों की ओर से दावा किया जा रहा है कि जिस गाड़ी में ईवीएम मशीन मिलीं, उसमें कोई नंबर प्लेट नहीं लगा था. अब इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है. इस पूरे मामले में डीएम शामली ने बताया है कि वह रिजर्व ईवीएम थी. उन्होंने यह भी कहा है कि गाड़ी बिना नंबर प्लेट नहीं थी. इस पूरे मामले में लापरवाही बरतने को लेकर जोनल मजिस्ट्रेट के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है. मामले में सपा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि- ‘बेहद गंभीर बात है…’
सपा का ट्वीट- बेहद गंभीर बात है…
समाजवादी पार्टी ने भी इस पूरे मामले का वीडियो को ट्वीट करते हुए चुनाव आयोग से जांच की मांग की थी. सपा ने ट्वीट किया कि, ‘बेहद गंभीर बात है. इस घटना की जांच कर चुनाव आयोग यह स्पष्ट करे कि मतदान निष्पक्ष हुआ है, लोकतंत्र में विपक्ष के साथ इस तरह का भेदभाव और बर्ताव क्यों किया जा रहा है?’
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शामली के डीएम का दावा- ‘रिजर्व ईवीएम थी’
अब शामली की डीएम जसजीत कौर ने स्थिति स्पष्ट करते हुए इस बात को खारिज किया है कि, ‘गाड़ी में नंबर प्लेट नहीं था’. डीएम ने बयान जारी करते हुए कहा कि, ‘शामली में मतदान के दिन ईवीएम मशीन से संबंधित एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुई है. इसके संबंध में अवगत कराना है कि कैराना क्षेत्र के एक जोनल मजिस्ट्रेट की गाड़ी में एक रिजर्व ईवीएम मशीन रखी हुई थी. उनका ड्राइवर खाना खाने के लिए कलेक्शन पॉइंट के पास रेस्टोरेंट में चला गया था‘.
‘रिजर्व EVM को गाड़ी में रख, खाना खाने चला गया था ड्राइवर’
डीएम कौर ने आगे कहा कि, ‘रिजर्व मशीन गाड़ी के अंदर दिख रही थी, जिसको कुछ लोगों ने देखा और वहां मीडिया आ गई. तुरंत इसका संज्ञान लेकर एसडीएम और पुलिस क्षेत्राधिकारी को मौके पर भेजा गया. जोनल मजिस्ट्रेट की गाड़ी नंबर प्लेट के बिना नहीं थी और गाड़ी पर नंबर व जोनल मजिस्ट्रेट की डिटेल चस्पा थी. वहां एक उम्मीदवार की एजेंट भी थी और उनके समर्थक भी थे, उनको सारी मशीन दिखाई गई और समझाया गया कि यह रिजर्व मशीन है, जिससे वे संतुष्ट हुए और पूरे प्रोटोकॉल से वह मशीन जमा कराई गई. वेयरहाउस में उपस्थित उम्मीदवार की एजेंट उनके समर्थक व मीडिया ग्रुप के लोग संतुष्ट थे, किसी प्रकार की कोई समस्या व आपत्ति नहीं हुई. फिर भी जोनल मजिस्ट्रेट के खिलाफ एक कारण बताओ नोटिस 10 फरवरी की रात में ही जारी कर दिया गया था और उनके खिलाफ कार्यवाही के लिए निर्वाचन आयोग से शुक्रवार को संस्तुति की गई है’.
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सबसे ज्यादा कैराना में हुआ मतदान
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर वोटिंग हुई. ये जिले हैं शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा. चुनाव आयोग के मुताबिक शाम 6 बजे तक सभी जिलों में 60.17 पर्सेंट मतदान रिकॉर्ड किया गया. पहले चरण की वोटिंग में सबसे ज्यादा मतदान कैराना में हुआ. चुनाव आयोग की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार कैराना में 75.12 प्रतिशत मतदान हुआ. आयोग के मुताबिक सबसे कम 45 फीसदी मतदान गाजियाबाद जिले की साहिबाबाद सीट पर हुआ.