उन्नाव में पूजा हत्याकांड में फंसेगी ‘साइकिल’! सपा नेता के खेत में दफनाया मिला दलित युवती का शव

यूपी चुनाव में उन्नाव फिर सुर्खियों में, कभी भाजपा घिरी थी यहां अब सपा की बारी! सपा नेता के खेत में दफनाया मिला दलित युवती का शव, भाजपा और बसपा अखिलेश पर हमलावर, मायावती बोली- उन्नाव की घटना बेहद गंभीर, सरकार दोषियों के खिलाफ करे कार्रवाई, केशव प्रसाद मौर्या ने कहा- अखिलेश जी नई सपा में सपाइयों का हर घिनौना अपराध माफ करोगे' सियासी जानकारों का कहना- इस मामले को उठाने में भाजपा नहीं छोड़ेगी कोई कसर!

कभी घिरी थी भाजपा अब उन्नाव कांड से हिलेगी सपा की नाव!
कभी घिरी थी भाजपा अब उन्नाव कांड से हिलेगी सपा की नाव!

Politalks.News/Uttrapradesh. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) का उन्नाव जिला एक बार फिर चर्चा में है और वजह फिर एक बेटी पर हुआ जुल्म है. जिस उन्नाव में बहुचर्चित दुष्कर्म कांड में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को लेकर भारतीय जनता पार्टी बुरी तरह घिरी थी अब उसी उन्नाव में समाजवादी पार्टी के एक नेता और पूर्व मंत्री के बेटे की करतूत ने चुनाव के बीच अखिलेश की पार्टी को ‘असहज’ कर दिया है. आरोप है कि सपा सरकार में राज्यमंत्री रहे स्व. फतेहबहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह (Rajol Singh) ने ना सिर्फ एक दलित बेटी का अपहरण किया, बल्कि हत्या कर लाश को शौचालय के टैंक में दफना (Cops recover body of missing woman in Unnao) दिया. 2 महीने बाद गुरुवार को लड़की की लाश मिलने पर सियासत तेज हो गई है. मामले में बसपा सुप्रीमो और भाजपा सपा पर हमलावर है. मायावती (Mayawati) और भाजपा ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर जमकर तंज कसे हैं. सियासी जानकारों का कहना है कि भाजपा इस मामले को भुनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.

क्या है पूरा मामला
उन्नाव की रहने वाली एक दलित युवती की मां ने 8 दिसंबर 2021 को सदर कोतवाली में तहरीर दी. जिसमें कहा कि बेटी पूजा को सपा के नेता और पूर्व राज्य मंत्री फतेहबहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह ने अपहरण कर लिया है. इसके बाद पुलिस ने अपहरण का मुकदमा कर लिया. मामला SC-ST से जुड़ा होने के चलते, सीओ कृपा शंकर ने मुकदमे में जांच करने के लिए 33 दिन लगा दिए. 11 जनवरी को विवेचना अपने हाथों में ली. उसके बाद भी मां लगातार एसपी और सीओ के ऑफिसों के चक्कर काटती रही, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.

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एडीजी जोन लखनऊ ने सीओ से मांगा स्पष्टीकरण
24 जनवरी 2022 को परेशान मां लखनऊ में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे कूद गई थी. मामला गरमाया तो सीओ ने राजोल सिंह आरोपी को जेल भेज दिया. वहीं पुलिस शव बरामद करने के लिए 4 फरवरी को 8 घंटे की फेसिया रिमांड लेकर पूछताछ की, जिसमें हरदोई का रहने वाला एक साथी सूरज सामने आया.
पुलिस ने बीते दिन सूरज को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर मंत्री के घर के पास से ही शव खुदवाकर जमीन से बरामद किया है. इसके बाद मां ने सीओ पर गंभीर आरोप लगाए हैं वहीं देर रात एसपी दिनेश त्रिपाठी ने इंस्पेक्टर अखिलेश पांडे को निलंबित कर दिया. बताया जा रहा है कि एडीजी जोन लखनऊ ने सीओ से स्पष्टीकरण मांगा है. उम्मीद है कि सीओ पर भी कार्रवाई हो सकती है. आज युवती के शव का पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा.

दोषियों के खिलाफ हो तुरंत सख्त कानूनी कार्रवाई- मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने कई सवाल उठाए है. मायावती ने कहा कि, ‘सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव मिला. यह अत्यंत गंभीर मामला है. परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे. राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे. बसपा प्रमुख ने शुक्रवार को इस पूरे मामले पर सवाल उठाए है. इससे पहले शव मिलने के बाद एसपी उन्नाव में शहर कोतवाल को निलंबित कर दिया है. एडीजी जोन लखनऊ ने शहर सीओ से स्पष्टीकरण मांगा है.

केशव प्रसाद मौर्या का अखिलेश का तंज!
यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी अखिलेश यादव को घेरा है. केशव प्रसाद मौर्या ने ट्वीट किया कि, ‘अखिलेश यादव जी सपा नेता के खेत में दलित बेटी का शव बरामद, जब बेटी की मां आपकी गाड़ी के सामने गिड़गिड़ा रही थी तो उनकी बात नहीं सुनना और सपा नेता का संरक्षण करोगे, नई सपा में सपाइयों का हर घिनौना अपराध माफ करोगे, जांचकर दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने कसर नहीं छोड़ेंगे’.

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चुनावी माहौल में मामले को तूल देने में जुटी बीजेपी
यह मामला ऐसे समय पर सामने आया है जब यूपी में चुनाव की शुरुआत हो चुकी है. ऐसे में राजनीतिक दलों ने इस मुद्दे को जोरशोर से उठाना शुरू कर दिया है. बीजेपी भी इस हत्याकांड को चुनावी मुद्दा बना सकती है, भले ही कानून-व्यवस्था को लेकर बीजेपी सरकार पर भी सवाल उठेंगे, लेकिन सपा नेता की संलिप्तता होने की वजह से बीजेपी अपने उस अभियान को और तेज कर सकती है, जिसके तहत वह कह रही है कि सपा की सरकार आई तो गुंडागर्दी बढ़ जाएगी.

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