Politalks.News/Uttrakhand. देवभूमि उत्तराखंड में चुनावी घमासान (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) चरम पर है. वेलेंटाइन डे 14 फरवरी को देवभूमि में वोटिंग होनी है. इससे पहले भाजपा के घोषणा पत्र को लेकर उत्तराखंड की राजनीति (Controversy over BJP’s manifesto) गर्मा गई है. उत्तराखंड चुनाव से 5 दिन पहले भाजपा ने अपना घोषणा पत्र जारी किया, तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने इसे अपनी पार्टी और अपनी मौजूदा सरकार का संकल्प बताकर इसमें पूरा भरोसा जताया, दूसरी तरफ कांग्रेस ने इस संकल्प पत्र को पूरी तरह से ‘जुमलों और धोखों’ का संकलन कहते हुए इसे सिरे से खारिज कर दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) ने तो यहां तक कहा कि कांग्रेस के मैनिफेस्टो के बाद भी भाजपा ठीक से संशोधन नहीं कर सकी और कांग्रेस के मुकाबले बहुत छोटा विजन ही पेश कर पाई.
सभी वर्गों का रखा गया ध्यान- धामी
भाजपा ने अपने दृष्टि पत्र को लेकर मुख्यमंत्री धामी ने भाजपा के ‘दृष्टि पत्र 2022’ को लेकर कहा कि, ‘यह भाजपा का संकल्प है, जिसमें युवाओं के रोज़गार को फोकस में रखा गया है’. धामी ने घोषणा पत्र के वादों को दोहराते हुए कहा कि, ‘सरकार दोबारा बनते ही 24,000 भर्तियां होंगी और भाजपा कुल 50,000 नौकरियां राज्य के बेरोज़गार युवाओं को देगी’. धामी ने कहा कि, ‘भाजपा ने घोषणा पत्र में सभी वर्गों का ध्यान रखते हुए सबके लिए महत्वपूर्ण ऐलान किए हैं’.
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कांग्रेस के कामों का लिया श्रेय- रावत
दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हल्द्वानी में कहा कि, ‘कांग्रेस ने तो मैनिफेस्टो में 4 लाख रोज़गार की बात कही और भाजपा सिर्फ 50,000 नौकरियों की बात ही कर सकी. रावत ने साफ तौर पर भाजपा पर कांग्रेस के कामों का श्रेय लेने और कांग्रेस के विकास कामों को रोकने का आरोप लगाया’.
‘2017 के घोषणा पत्र पर लगा दी धामी की तस्वीर’
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने भाजपा के दृष्टि पत्र को ‘दृष्टि दोष पत्र’ करार देते हुए इसे सिरे से नकार दिया. वल्लभ ने कहा कि, ‘ये तो 2017 के घोषणा पत्र की पूरी की पूरी नकल है, बस इस बार कवर बदलकर सीएम धामी की तस्वीर लगा दी गई है. यह धोखों और जुमलों का संकलन है क्योंकि इसमें उत्तराखंड के बड़े सवालों के जवाब नहीं दिए गए. राज्य में पिछले पांच सालों में पलायन क्यों बढ़ा? महंगाई देश के औसत के मुकाबले 30 फीसदी ज़्यादा क्यों रही? और बेरोज़गारी में उत्तराखंड नंबर वन क्यों रहा? इनका जवाब भाजपा ने ‘दृष्टि दोष पत्र’ में नहीं दिया.’
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केन्द्रीय मंत्री नीतीन गडकरी ने जारी किया था भाजपा का घोषणा पत्र
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कल भाजपा का घोषणा पत्र जारी किया. बीजेपी ने अपने इस घोषणा पत्र को ‘दृष्टि पत्र‘ नाम दिया है. इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि, ‘काम किया है और करके दिखाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आने वाले सालों में उत्तराखंड को देश के सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का वादा किया है. इसी को ध्यान में रखते हुए दृष्टि पत्र में विभिन्न विकास योजनाओं को भी शामिल किया गया है.’