Politalks.News/UttarPradeshChunav. उत्तरप्रदेश में ज्यों-ज्यों विधानसभा चुनावों (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) के अगले चरण आते जा रहे हैं वैसे-वैसे सूबे का पारा और ज्यादा गर्माता जा रहा है. सूबे में जारी इसी सत्ता संग्राम के बीच गुरुवार को समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh yadav) चुनावी प्रचार में उतरे. 82 साल की उम्र में ‘नेताजी‘ मुलायम सिंह यादव ने खरखर्राहट भरी आवाज में इस चुनाव में पहली बार अपने बेटे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के लिए वोट मांगे. करहल में जनसभा को संबोधित करते हुए मुलायम ने कहा कि, ‘इस देश को किसान, व्यापारी और नौजवानों ही मजबूत करेंगे. इन तीनों की उम्मीदों को समाजवादी पार्टी पूरा करेगी’. मुलायम सिंह यादव ने जनता से अपील करते हुए कहा कि, ‘करहल से अखिलेश यादव को भारी वोटों से जिताने का काम करें‘. मंच से नेताजी ने कार्यकर्ताओं में जोश तो भर दिया लेकिन उम्र का असर भी देखने को मिला. नेताजी भाषण पूरा कर निकलने लगे तो सपा सांसद ने उन्हें याद दिलाया कि ‘वोट तो मांगिए‘ (ask for vote), वहीं भाषण के बीच नेताजी करहल से प्रत्याशी उनके बेटे अखिलेश यादव का नाम ही भूल गए.
ये बोले मुलायम सिंह यादव …
एक लंबे अरसे बाद चुनावी मंच पर भाषण देते हुए मुलायम सिंह यादव ने कृषि से लेकर बेरोज़गारी के मुद्दे पर योगी सरकार और भाजपा को घेरा. मुलायम सिंह यादव ने किसानों के मुद्दे पर कहा कि, ‘किसानों की खाद की व्यवस्था की जाए, उनके फसलों को बेचने की व्यवस्था की जाए. किसानों को प्राथमिकता दी जाए. खाद, बीज का इंतजाम किया जाए और उनको सिंचाई का साधन उपलब्ध कराया जाए जिससे पैदावार बढ़े. पैदावार बढ़ेगी तो किसानों की हालत सुधरेगी.
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‘समाजवादी पार्टी जो कहती है वो करती है’
मुलायम ने कहा कि, ‘समाजवादी पार्टी की सरकार बनेगी तो नौजवानों को रोजगार, नौकरी का इंतजाम किया जाएगा क्योंकि इतनी बड़ी तादाद में नौजवान हैं, इनको रोजगार नहीं, व्यापार नहीं, कैसे इनका परिवार चलेगा… समाजवादी पार्टी जो कहती है वो करती है’
देखने को मिला उम्र का तकाजा!
जनता को आभार जताते हुए मुलायम अपने भाषण को खत्म करने की ओर बढ़ने लगे तो पास में ही खड़े सांसद धर्मेंद्र यादव ने पर्ची पकड़ाते हुए उनके कान में कहा कि, ‘वोट मांगिए’. यह सुनकर खुद मुलायम सिंह यादव और आसपास खड़े सभी लोग हंसने लगे. हालांकि, मुलायम सिंह एक पल के लिए करहल के प्रत्याशी और अपने बेटे अखिलेश का नाम भी भूल गए और कहा कि, ‘जो भी यहां उम्मीदवार हैं, उन्हें जिता देना’ धर्मेंद्र ने फिर उनकी मदद की तो मुलायम ने कहा कि, ‘अखिलेश यादव को भारी मतों से जिता देना’.
करहल में सभा कर कार्यकर्ताओं में भरा जोश
आपको बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव के पहले और दूसरे चरण में मुलायम चुनावी प्रचार से दूर बने रहे लेकिन करहल विधानसभा से चुनाव लड़ रहे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पुत्र अखिलेश यादव के चुनाव प्रचार में भाग लेने के लिए मुलायम अपने आप को नहीं रोक सके. गुरुवार को मैनपुरी के करहल में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के चुनावी जनसभा में भाग लेने की जानकारी पार्टी कार्यकर्ताओं को मिली तो उनमें जोश भर गया.
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2019 में पर्चा दाखिल करने पहुंचे थे मुलायम
इससे पहले 2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव मैनपुरी लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल करने आए थे. इसके बाद से उनका मैनपुरी में आगमन नहीं हो पाया, यूं तो ग्राम चापरी के निकट हो रही चुनावी जनसभा में अखिलेश यादव को ही जाना था. लेकिन गुरुवार को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के इस जनसभा में भाग लेने का प्रोटोकॉल बन गया और मुलायम सिंह ने ने जनसभा को संबोधित कर सपा कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया.
करहल सीट का समीकरण
करहल सीट मैनपुरी जिले में आता है. 1993 से अब तक एक बार समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है. जब 2002 में भाजपा के सोबरन सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को हराया था. करहल सीट पर मतदाताओं की संख्या 371000 है. लेकिन इनमें से सबसे ज्यादा मतदाता यादव हैं. यादव मतदाताओं की संख्या 144000 के आसपास है. इसका मतलब साफ है कि कुल वोटर्स के 38% हिस्सा यादव का हैं. 2017 में जब भाजपा की लहर थी तब भी यहां चुनाव में 5 में से 4 सीटें समाजवादी पार्टी के खाते में गई थी. भाजपा ने इस बार यहां से अखिलेश के सामने केन्द्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारा है.