प्रजापत एनकाउंटर पर फिर बोले हरीश चौधरी- ‘मुझे बदनाम करने की साजिश, पीड़ित परिवार को मिले न्याय’

प्रजापत एनकाउंटर मामले की जांच में जुटी सीबीआई, एनकाउंटर मामले में बोले राजस्व मंत्री, 'कमलेश प्रजापत के परिवार वालों का इस्तेमाल कर मुझे बदनाम करने की हो रही साजिश, सभी आरोप झूठे', कमलेश का परिवार मंत्र हरीश चौधरी और उनके भाई पर लगा चुका गंभीर आरोप, पुलिस और कमलेश की एक महिला मित्र की भी संदिग्ध बताई है भूमिका

प्रजापत एनकाउंटर पर फिर बोले हरीश चौधरी
प्रजापत एनकाउंटर पर फिर बोले हरीश चौधरी

Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान के बाड़मेर में बहुचर्चित कमलेश एनकाउंटर मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है.  इस बीच कमलेश के परिवार द्वारा सीबीआई दिल्ली को भेजे गए एक पत्र में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और उनके भाई पर सीधे तौर पर आरोप लगाये थे. साथ ही बाड़मेर पुलिस और कमलेश की एक महिला मित्र की भी भूमिका संदिग्ध बताई गई है. पीड़ित परिवार के आरोपों पर राजस्व मंत्री हरीश चौधरी का बयान आया है कि, ये सब मुझे बदनाम करने की साजिश है, मैं तो खुद चाहता हूं की पीड़ित परिवार को न्याय मिले’.

‘मुझ पर और मेरे भाई के खिलाफ राजनीतिक साजिश’- चौधरी
अब कमलेश के परिवार के आरोपों पर राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने जवाब देते हुए कहा कि, ‘कमलेश प्रजापति एनकाउंटर को लेकर जो भी आरोप मुझ पर और मेरे भाई पर लग रहे हैं वह पूरी तरीके से बेबुनियाद हैं. एनकाउंटर मामले से मेरा कोई लेना-देना नहीं है. कुछ असामाजिक तत्व हैं जो राजनीतिक द्वेष के चलते कमलेश प्रजापत के
परिवार को बहला-फुसला कर मेरे खिलाफ भड़का रहे हैं और उनका राजनीतिक इस्तेमाल कर रहे हैं. मैं तो इतना ही जानता हूं कि सीबीआई की जांच हो रही है दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा’.

‘मैं खुद चाहता हूं परिवार को मिले न्याय’- चौधरी
मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि, ‘जो लोग कमलेश के परिवार को बहला-फुसला कर राजनीतिक रूप से इस्तेमाल कर रहे हैं ये साजिश करने वाले नादान हैं. अब बाड़मेर बदल चुका है. इन लोगों का षड्यंत्र कामयाब नहीं हो पाएंगा. सीबीआई जांच में आखिरकार में सत्य की जीत होगी. चौधरी ने कहा कि, मैं तो खुद चाहता हूं कि पीड़ित परिवार को न्याय मिले’.

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मुझसे मुकाबला करना है तो मैदान में आकर करें सामना- चौधरी
मीडिया से बात करते हुए मंत्री ने कहा कि, ‘मेरा विजन बाड़मेर का विकास करना है और मैं इसको लेकर आगे बढ़ रहा हूं. पर्दे के पीछे राजनीति करने वालों से मैं कहना चाहता हूं कि सिद्धान्तों की राजनीति करें, मुझसे मुकाबला करना है तो मैदान में आकर सामना करें. जयपुर में बैठ कर साजिश करना छोड़ें. मंत्री चौधरी ने कहा कि, ‘पुलिस से मिली-भगत के आरोप लगाए जा रहे हैं. मेरे राजनीतिक जीवन के 25 सालों में बाड़मेर तो क्या पूरे राजस्थान या फिर बाहर कहीं पर भी पुलिस पर दबाव देने की बता तो दूर, मैंने कभी हल्के शब्दों का प्रयोग तक नहीं किया’.

प्रजापत परिवार ने हरीश चौधरी और उनके भाई पर लगाए गंभीर आरोप
बाड़मेर की राजनीति को गर्माने वाले बहुचर्चित कमलेश प्रजापत एनकाउंटर मामले की जांच सीबीआई कर रही है. कमलेश प्रजापत के भाई भैराराम ने राजस्थान सरकार में राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, मंत्री के भाई मनीष चौधरी, कमलेश की एक महिला मित्र के साथ बाड़मेर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कमलेश के भाई भैराराम ने आरोप लगाये हैं कि रिफाइनरी के ठेके में होड़ के कारण राजस्व मंत्री ने कमलेश को मरवाया है. मृतक कमलेश के भाई और संघर्ष समिति के सदस्यों ने सीबीआई के दिल्ली ऑफिस भेजे गए एक पत्र में यह आरोप लगाए हैं.

एनकाउंटर के वीडियो के बाद उठे थे सवाल
22 अप्रेल की रात बाड़मेर की विष्णु कॉलोनी में पुलिस दल ने दबिश देकर कमलेश एनकाउंटर को अंजाम दिया था. पुलिस ने बताया कि कमलेश ने पुलिस पर वाहन चढ़ाने का प्रयास किया तो हुइ मुठभेड़ में मारा गया. लेकिन कमलेश ने कोई फायरिंग नहीं की गई थी. एनकाउंटर से जुड़े वीडियो जारी होने के बाद से एनकाउंटर में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे थे.

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एनकाउंटर पर राजनीति भी है जारी
पचपदरा के कांग्रेस विधायक मदन प्रजापत ने एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए विरोध दर्ज करवाया, और सीबीआई से जांच करवाने की मांग पर अड़ गए. इसके बाद लगातार भाजपा और कांग्रेस नेताओं की ओर से मामले को लेकर बयान बाजी चलती रही. केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, जलशक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत सहित कई भाजपा सांसदों ने दिल्ली में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर मामले की जांच सीबीआइ से करवाने की मांग की. परिजनों और विधायक की मांग की पर 1 जून को गहलोत सरकार ने मामले की जांच सीबीआई से करवाने के लिए केन्द्र सरकार को अनुशंषा भेजी. उसके बाद केन्द्र सरकार की स्वीकृति पर 7 जुलाई को सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की.

 

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