जब हमारे हजारों बच्चे खतरे में हैं तो कहां गायब हैं चन्नी-सिद्धू? यूक्रेन मसले पर तिवारी ने घेरा

यूक्रेन मसले पर सियासत, राहुल गांधी घेर रहे मोदी सरकार को तो सांसद मनीष तिवारी ने घेरा चन्नी और सिद्धू को, मनीष बोले- 'मुश्किल वक्त में कहां गायब हैं ये नेता? पूछा- 'क्या यही है पंजाब मॉडल?' आप और अकालियों पर भी साधा निशाना

यूक्रेन मसले पर तिवारी ने घेरा
यूक्रेन मसले पर तिवारी ने घेरा

Politalks.News/Punjab. यूक्रेन (Russia-Ukraine crisis) में भारतीय छात्रों की सुरक्षा के मुद्दे पर पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) में छिड़ी आंतरिक कलह और तेज हो गई है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और आनंदपुर साहिब से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (Manish TIwari) ने अपनी पार्टी के नेताओं को निशाने पर लिया है. मनीष तिवारी ने कहा कि, ‘ऐसे मुश्किल वक्त में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi), प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu), पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी (Harish Choudhary) और वरिष्ठ नेता सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) गायब हैं?. जहां एक और राहुल गांधी यूक्रेन के मसले पर मोदी सरकार को घेर रहे हैं वहीं मनीष तिवारी केन्द्र को घेरने के बजाय अपनी ही पार्टी के नेताओं पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. पार्टी लाइन से अलग जाते मनीष के दिमाग में क्या चल रहा है?

कहां हैं चन्नी, सिद्धू, चौधरी और जाखड़?-तिवारी
आनंदपुर से सांसद मनीष तिवारी ने सवाल किया कि, ‘चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू, हरीश चौधरी और सुनील जाखड़ कहां हैं?’. मनीष तिवारी ने कहा कि, ‘ये चारों नेता कहां हैं तथा इनकी ‘निष्ठुरता’ देखकर उन्हें शर्म आती है.’

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‘सत्ता है या सबकुछ खत्म है?’
मनीष तिवारी ने यह कटाक्ष भी किया कि, ‘सत्ता है या सबकुछ खत्म है? तिवारी ने अपनी ही पार्टी के इन नेताओं पर उस वक्त निशाना साधा जब उन्होंने पंजाब के कुछ अन्य कांग्रेस सांसदों के साथ विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी से मुलाकात करने पहुंचे थे. मनीष तिवारी की ओर से यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए प्रयास तेज करने का आग्रह किया गया.

‘…जब हमारे बच्चे हैं खतरे में’
तिवारी के साथ रवनीत बिट्टू, गुरजीत औजला, अमर सिंह और जसबीर गिल भी मौजूद थे. तिवारी ने ट्वीट किया कि, ‘मैं दुखी हूं कि पंजाब कांग्रेस के नेता उस वक्त न दिखाई दे रहे है, न कुछ बोल रहे हैं जब हमारे हजारों बच्चे खतरे में हैं. क्या सिर्फ पंजाब के सांसदों को ही कोशिश करनी होगी?

क्या यही है पंजाब मॉडल?
सांसद मनीष तिवारी ने पंजाब कांग्रेस के चारों नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘सार्वजनिक जीवन में रहने की वजह लोक सेवा है. चुनाव राजनीति की शुरुआत और अंत नहीं है. क्या आप लोग वीडियो नहीं देखते, हमारे बच्चों की चीखें नहीं सुनते? क्या यही आपका पंजाब मॉडल है? आप लोगों की निष्ठुरता से मेरा सिर शर्म से झुक जाता है. आप लोग जागिए, चुनाव के बाद भी जीवन है’.

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सांसद ने विपक्षी दलों पर भी उठाए सवाल
सांसद मनीष तिवारी ने पंजाब के प्रमुख विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा और सवाल किया कि, ‘आम आदमी पार्टी, अकाली दल और भाजपा अपना कर्तव्य क्यों नहीं निभा रही हैं?’.

पहले भी पार्टी लाइन से अलग जा चुके हैं मनीष तिवारी
ये पहली बार नहीं है जब मनीष तिवारी पार्टी लाइन से अलग बोलते नजर आए हैं. हाल के दिनों में मनीष ने भारत की विदेश नीति को पुराना और अप्रासंगिक बताते हुए इसमें बदलाव की मांग की. मनीष ने ट्वीट कर कहा था कि, ‘गुटनिरपेक्ष या तटस्थ रहने का समय अब खत्म हो चुका है. भारत को ये तय करना होगा कि वो दोनों महाशक्तियों में से किसके साथ है. मनीष का ये स्टैंड जवाहर लाल नेहरू के समय से चले आ रहे गुटनिरपेक्ष रहने के विदेश नीति के खिलाफ है.

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