Politalks.News/Rajyasabha/Congress. देश के सियासी गलियारों में चर्चा है कि लोकसभा (Lok Sabha) के बाद अब राज्यसभा (Rajya Sabha) में भी कांग्रेस पार्टी (Congress Party) मुख्य विपक्षी पार्टी का दर्जा गंवा सकती है. हालांकि इस दावे में ज्यादा दम नहीं है, बल्कि हकीकत यह है कि इस बार के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस की सीटें कम नहीं हो रही हैं और उसकी संख्या जस की तस रहेगी या ज्यादा से ज्यादा एक-दो सीटों का नुकसान होगा. लेकिन यह तय है पांच राज्यों में मिली हार के बाद कांग्रेस आलाकमान अपने बचे हुए ‘ढूंढों’ घर को बचाने में जुट गया है. भूपेंदर सिंह हुड्डा के राहुल से मिलने और उनके बेटे दीपेंदर हुड्डा की प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात के बाद हुड्डा समर्थकों ने प्रचार शुरू किया कि गांधी परिवार हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट हासिल करने के लिए हुड्डा की मदद चाह रहा है.
विपक्षी दल का दर्जा बचाने के लिए चाहिए 24 सांसद
राज्यसभा में कांग्रेस के अभी 34 सांसद हैं और मुख्य विपक्षी दल का दर्जा बचाए रखने के लिए किसी भी पार्टी के पास कम से कम 24 सांसद होने जरूरी हैं. अगर इससे एक भी कम हुआ या कांग्रेस इतने पर भी पहुंची तो हो सकता है कि सरकार उसका मुख्य विपक्षी का दर्जा खत्म करा दे. आपको याद दिला दें कि लोकसभा में भी कांग्रेस के पास मुख्य विपक्षी दल का दर्जा हासिल करने के लिए जरूरी 54 की जगह 52 ही सांसद हैं यानी सिर्फ दो कम हैं पर मोदी सरकार ने उसे मुख्य विपक्षी का दर्जा नहीं दिया है.
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पंजाब में लगा कांग्रेस को धक्का, यूपी और कर्नाटक में भी नुकसान
आपको बता दें कि इस साल राज्यसभा की 70 सीटों के चुनाव होने हैं. इनमें से 13 सीटों पर 31 मार्च को चुनाव है. इसके बाद जून में 21 और जुलाई में 34 सीटें खाली हो रही हैं. दो सीटें अगस्त में खाली हो रही हैं. सियासी जानकारों की माने तो इनमें कांग्रेस को ज्यादा नुकसान नहीं होगा. इसलिए नेता विपक्ष के पद पर खतरा नहीं है लेकिन कांग्रेस कोई जोखिम नहीं ले सकती है. असल में कांग्रेस के लिए यह मुश्किल की स्थिति पंजाब की वजह से पैदा हुई है. पंजाब में अभी पांच सीटों पर चुनाव होने वाले हैं और जून में दो और सीटों पर चुनाव होंगे. इन सात में से तीन सीटें कांग्रेस की हैं. उसे तीनों सीटों का नुकसान हो सकता है. कांग्रेस को उत्तर प्रदेश और कर्नाटक में भी नुकसान होगा.
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पंजाब की भरपाई करेगा राजस्थान!
आपको बता दें कि पंजाब में हुए कांग्रेस के नुकसान की भरपाई राजस्थान से हो जाएगी. राजस्थान में चार सीटें खाली हो रही हैं और अभी चारों सीटें भाजपा के पास हैं, लेकिन अब इनमें से तीन सीट कांग्रेस जीतेगी. इस तरह तीन सीटों का फायदा होगा. छत्तीसगढ़ में दो सीटें खाली हो रही हैं, जिनमें से कांग्रेस और भाजपा दोनों की एक-एक सीट है. इस बार दोनों सीटें कांग्रेस जीतेगी, जिससे उसे एक सीट का फायदा होगा. मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल आदि राज्यों में कांग्रेस ‘नो लॉस, नो गेन’ की स्थिति में है. इन राज्यों में जितने सदस्य रिटायर होंगे, उतने की वापसी हो जाएगी. अगर तमिलनाडु में एमके स्टालिन ने मदद कर दी तो कांग्रेस को वहां से एक सीट का और फायदा हो सकता है. इस स्थिति को देखते हुए राजनीतिक जानकारों का मानना है कि राज्यसभा में कांग्रेस प्रमुख विपक्षी का दर्जा खोने से बच जाएगी.