Wednesday, January 22, 2025
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सीता सोरेन की जीवनी | Sita Soren Biography in Hindi

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Sita Soren Latest News – 81 विधानसभा सीटों वाली झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस सहित सभी पार्टियां चुनाव परिणाम अपने पक्ष में करने के लिए लगी है. सीता सोरेन जिनको  झारखंड की ‘अपर्णा यादव’ की उपाधि दी जाती है, राज्य का एक जाना माना राजनीतिक चेहरा है. सीता सोरेन को इस बार बीजेपी जामा से टिकट न देकर जामताड़ा से टिकट दिया है. हालांकि सीता सोरेन जामा विधानसभा से पिछली तीन बार की विजेता रही है, बावजूद इसके पार्टी ने उन्हें जामताड़ा से टिकट दिया है. जामताड़ा विधानसभा क्षेत्र में उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी इरफान अंसारी है. राज्य में जेएमएम का कांग्रेस से गठबंधन होने के कारण यहाँ से ‘झारखंड मुक्ति मोर्चा’ ने अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं किया है.

सीता सोरेन, झारखंड की क्षेत्रीय पार्टी ‘झारखंड मुक्ति मोर्चा’ के संस्थापक व राज्य के पूर्व सीएम शिबू सोरेन की बहु और वर्तमान सीएम हेमंत सोरेन की भाभी है. वह स्वयं भी 3 बार विधायक रह चुकी है, पर लोकभा चुनाव से ठीक पहले सबको चौकाते हुए वह 19 मार्च 2024 को जेएमएम के सभी पदों से त्यागपत्र देकर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई है और अब सीता सोरेन भाजपा की उम्मीदवार के तौर पर राज्य के विधानसभा चुनाव जामताड़ा से लड़ रही है. इस लेख में हम आपको झारखंड के सबसे बड़े राजनीतिक घराने की बहु और भाजपा नेत्री सीता सोरेन की जीवनी (Sita Soren Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

सीता सोरेन की जीवनी (Sita Soren Biography in Hindi)

पूरा नाम सीता सोरेन
उम्र 49 साल
जन्म तारीख 21 फ़रवरी,1975
जन्म स्थान
शिक्षा 12th पास
कॉलेज
वर्तमान पद जामताड़ा से विधायक
व्यवसाय राजनीतिज्ञ
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
वैवाहिक स्थिति विधवा
ससुर का नाम शिबू सोरेन
पति का नाम दुर्गा सोरेन
बच्चे 3 बेटी
बेटें का नाम
बेटी का नाम जयश्री सोरेन, राजश्री सोरेन और विजयश्री सोरेन
स्थाई पता झारखंड
वर्तमान पता झारखंड
फोन नंबर
ईमेल

सीता सोरेन का जन्म और परिवार (Sita Soren Birth & Family)

सीता सोरेन का जन्म 21 फ़रवरी,1975 को हुआ था. उनके पति का नाम दुर्गा सोरेन था, जिनकी 39 वर्ष की आयु में बोकारो में मृत्यु हो गई. सीता सोरेन के ससुर शिबू सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री है. सीता सोरेन के पति दुर्गा सोरेन, शिबू सोरेन के सबसे बड़े बेटे थे और जब वो जीवित थे तब पिता के बाद वही जेएमएम पार्टी को सँभालने का काम करते थे.

सीता सोरेन के देवर का नाम हेमंत सोरेन है. यह वही हेमंत सोरेन है जो जेएमएम प्रमुख व झारखंड के मुख्यमंत्री है. सीता सोरेन की देवरानी व हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन भी राजनीति में सक्रिय है और वह विधायक रह चुकी है. सीता सोरेन के अन्य देवर बसंत सोरेन झारखंड सरकार में मंत्री रह चुके हैं जबकि उनकी ननद अंजलि सोरेन भी राजनीति में हैं.

सीता सोरेन की दो बेटियां है – राजश्री और जयश्री. उनकी दोनों बेटियां राजनीति में सक्रिय है और इस बार के झारखंड चुनाव में जयश्री निर्दलीय उम्मीदवार के रूप चुनाव भी लड़ रही है. उन्होंने बीजेपी से टिकट माँगा था पर पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया जिसके बाद वह निर्दलीय ही चुनाव में उतर गई. सीता सोरेन हिन्दू धर्म से आते है.

सीता सोरेन की शिक्षा (Sita Soren Education)

सीता सोरेन ने बिहार इंटरमीडिएट से 12th तक की पढाई की हैं.

सीता सोरेन का राजनीतिक करियर (Sita Soren Political Career)

सीता सोरेन की राजनीतिक यात्रा वर्ष 2009 से शुरू हुई थी. सीता सोरेन के पति दुर्गा सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के बड़े नेता माने जाते थे. उस पार्टी को बनाने वाले उनके पिता शिबू सोरेन ही थे और पिता चाहते थे कि बड़ा बेटा उनका राजनीतिक उत्तराधिकारी बने. इस कारण उस समय दुर्गा सोरेन ही जेएमएम प्रमुख के तौर पर काम कर रहे थे. वैसे पार्टी के अध्यक्ष उनके पिता शिबू सोरेन ही थे पर पार्टी में दुर्गा सोरेन की ही चलती थी. दुर्भाग्य से 39 वर्ष की कम आयु में 21 मई 2009 को दुर्गा सोरेन का झारखंड के बोकारो शहर के एक अस्पताल में मृत्यु हो गई.

दुर्गा सोरेन की आकस्मिक मृत्यु के बाद पार्टी के उत्तराधिकारी के रूप में शिबू सोरेन का मंझला बेटा हेमंत सोरेन आगे आये और पार्टी को संभाला. उसी समय दुर्गा सोरेन की पत्नी सीता सोरेन ने जेएमएम में शामिल हो गई. राज्य के शीर्ष राजनैतिक घराने से होने के कारण सीता सोरेन को राजनीति में स्थापित होने ज्यादा समस्याएं तो नहीं आयी पर दुर्गा सोरेन पार्टी में पति के जिस विरासत को पाना चाहती थी वो उन्हें नहीं मिला और यही वो मुख्य कारण रहा कि बाद में वह पार्टी को छोड़ दी.

सीता सोरेन ने वर्ष 2009 में हुए राज्य में विधानसभा चुनाव में दुमका जिला के अंतर्गत आने वाला जामा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और उनकी जीत हुई. इसके बाद सीता सोरेन को जेएमएम पार्टी राष्ट्रीय महासचिव बना दिया गया. बाद में वह वर्ष 2014 और 2019 में हुए राज्य में विधानसभा चुनाव में जामा से लगातार चुनी गई. पर 19 मार्च 2024 को आम चुनाव से पहले वह ससुर की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा को छोड़ दिया और फिर अगले ही कुछ दिनों में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई. बीजेपी में शामिल होते ही पार्टी ने सीता सोरेन को दुमका लोकसभा क्षेत्र से उन्हें उम्मीदवार बनाया पर उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा उम्मीदवार नलिन सोरेन ने हरा दिया. अब जब राज्य में 2024 का विधानसभा चुनाव हो रहा है तब बीजेपी ने उन्हें जामताड़ा से खड़ा किया है. इस चुनाव में सीता सोरेन का मुकाबला कांग्रेस के इरफान अंसारी से है.

सीता सोरेन की उस पार्टी को, जिसको स्वयं उसके ससुर ने बनाया था और उनके पति ने उसे आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, छोड़ने का कारण पार्टी ने अपनी उपेक्षा बताया है. सीता सोरेन ने जेएमएम को 14 वर्ष 10 महीने देने के बाद बीजेपी का दामन थाम ली. वास्तव में सीता को कभी भी हेमंत सरकार में मंत्रीमंडल में स्थान नहीं मिला, उनकी दोनों बेटियों जयश्री और राजश्री को कोई पद नहीं मिला. इसी कारण सीता सोरेन लम्बे समय से पार्टी से विशेषकर अपने देवर हेमंत सोरेन से नाराज चल रही थी और अंत में वह भी वही काम किया जो यूपी में अपर्णा यादव ने किया था. वह भी अपनी पार्टी सपा छोड़कर बीजेपी का दामन थाम ली है. अब यही कारण है कि सीता सोरेन को झारखंड का अपर्णा यादव कहा जाता है. क्योकि ये दोनों ही नेत्रियां (नेता) राज्य के शीर्ष राजनैतिक घराने से आते है और इन्होने अपनी ही पार्टी व उनकी नीतियों का समय समय पर आलोचना किया करते थे एवं उचित समय पर दोनों ने ही बीजेपी का दामन थाम लिया.

सीता सोरेन की संपत्ति (Sita Soren Net Worth)

2024 झारखंड विधानसभा चुनाव के समय दिए गए हलफनामे के अनुसार सीता सोरेन के पास चल-अचल मिलाकर कुल संपत्ति लगभग 8.53 करोड़ रूपये हैं. पिछले चुनाव 2019 में सीता सोरेन की संपत्ति 4.18 करोड़ रूपये थी जो अब बढ़कर दोगुनी हो गई है.

उनके पास कुल चल संपत्ति 3.26 करोड़ रूपये है जबकि उनके पास कुल अचल संपत्ति 5.26 करोड़ रूपये है. उनके पास अचल सम्पत्ति में दिल्ली वाला आवासीय भवन भी शामिल है. उनके पास पांच वाहन है.

इस लेख में हमने आपको सीता सोरेन की जीवनी (Sita Soren Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

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