arjun munda biography in hindi
arjun munda biography in hindi

Arjun Munda Latest News – अर्जुन मुंडा झारखंड का एक जाना माना राजनीतिक चेहरा है. अर्जुन मुंडा राज्य ही नहीं बल्कि देश के उन भाग्यशाली नेताओ में आते है जिनको कम आयु में ही सफलता मिलती चली गई बावजूद इसके कि वो किसी राजनैतिक घराने से नहीं आते है. अर्जुन मुंडा मात्र 27 वर्ष की कम आयु में ही बिहार विधानसभा में चुनकर विधायक बन गए थे. वर्ष 1995 में उन्होंने पहली बार खरसावां विधानसभा सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा से चुनाव लड़ा और जीत गए. लेकिन वर्ष 2000 में अर्जुन मुंडा भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और बिहार से कटकर अलग बने नवनिर्मित राज्य झारखंड के वो मात्र 35 वर्ष की आयु में 2003 में मुख्यमंत्री बन गए. 2009 में अर्जुन मुंडा जमशेदपुर से सांसद भी रह चुके है और बाद में भाजपा के महासचिव भी बनाये जा चुके है.  इस लेख में हम आपको भारतीय जनता पार्टी के नेता और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की जीवनी (Arjun Munda Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.

अर्जुन मुंडा की जीवनी (Arjun Munda Biography in Hindi)

पूरा नाम अर्जुन मुंडा
उम्र 56 साल
जन्म तारीख 3 मई, 1968
जन्म स्थान क्रंगाझार,जमशेदपुर, झारखंड
शिक्षा बीए
कॉलेज रांची विश्वविद्यालय
वर्तमान पद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री
व्यवसाय राजनीतिज्ञ, व्यापार
राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पिता का नाम गणेश मुंडा
माता का नाम सायरा मुंडा
पत्नी का नाम मीरा
बच्चे 3 संतान
बेटें का नाम
बेटी का नाम
स्थाई पता दिल्ली
वर्तमान पता दिल्ली
फोन नंबर
ईमेल

अर्जुन मुंडा का जन्म और परिवार (Arjun Munda Birth & Family)

अर्जुन मुंडा का जन्म 3 मई, 1968 को बिहार (अब झारखंड) के पूर्वी सिहभूमि जिला, जमशेदपुर के घोड़ाबांधा में हुआ था. अर्जुन मुंडा मध्यम घराने से आते है. उनके पिता का नाम गणेश मुंडा था और उनकी माँ का नाम सायरा मुंडा था. अर्जुन मुंडा अपने माता पिता की पांच संतानो में सबसे छोटे है. अर्जुन मुंडा का विवाह मीरा से हुआ था. अर्जुन मुंडा और मीरा मुंडा के 3 संतान है. अर्जुन मुंडा की पत्नी बिजनेश वीमेन के साथ साथ नेत्री भी है. वह वर्तमान में राजनीति में सक्रिय हैं. मीरा मुंडा 2024 के झारखंड विधानसभा चुनाव में पोटका विधानसभा से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही है. अर्जुन मुंडा हिन्दू धर्म से आते है.

अर्जुन मुंडा की शिक्षा (Arjun Munda Education)

अर्जुन मुंडा ने स्कूल की शिक्षा अपने गृह शहर जमशेदपुर से प्राप्त की. अर्जुन मुंडा ने आगे की पढाई रांची विश्वविद्यालय से की. उन्होंने वहां से बीए तक की पढाई की.

अर्जुन मुंडा का राजनीतिक करियर (Arjun Munda Political Career)

अर्जुन मुंडा की राजनीतिक यात्रा वर्ष 1980 से शुरू हुई. उस समय बिहार को बटबारे को लेकर राजनीति गर्म थी. दक्षिण बिहार के अधिकांश नेता इसी को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ रहे थे, वे समय समय पर कई प्रकार से आंदोलन भी कर रहे थे. उसी आधार पर झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी तक का गठन कर दिया गया था और उस समय उस पार्टी को सफलता भी मिल रही थी, युवा उससे जुड़ रहे थे. उन्ही युवा नेताओ में एक नेता अर्जुन मुंडा भी थे. बाद में वो जेएमएम पार्टी से 1995 का बिहार  विधानसभा चुनाव लड़ा, उस समय अर्जुन मुंडा खरसावां विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और किस्मत ने उनका भरपूर साथ दिया. वो अपने पहले प्रयास में ही बिहार विधान सभा चुनाव जीतने में सफल रहे. जब अर्जुन मुंडा विधायक बने तब उनकी आयु 27 वर्ष की थी.

वर्ष 2000 में जब बिहार का बटबारा के बाद नवनिर्मित झारखंड राज्य का गठन हुआ तब अर्जुन मुंडा झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. अब अर्जुन मुंडा खरसावां विधानसभा सीट से ही भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और फिर से जीत गए.

इसी वर्ष अर्जुन मुंडा बाबूलाल मरांडी सरकार में समाज कल्याण मंत्री बनाये गए. हालांकि वर्ष 2003 में सीएम पद से हटना पड़ा और अवसर मुंडा के लिए राजनीति का एक सुनहरा अवसर लेकर आया. 18 मार्च 2003 को अर्जुन मुंडा झारखंड के दूसरे मुख्यमंत्री बन गए. जब राज्य में विधान सभा चुनाव हुआ तब अर्जुन मुंडा फिर से मुख्यमंत्री बन गए. इस तरह अर्जुन मुंडा 12 मार्च 2005 को अपने दूसरे कार्यकाल को पूरा करने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री बन गए पर उनका यह पद अधिक समय तक नहीं टिका. बहुमत नहीं होने के कारण उन्हें 14 मार्च 2006 को राज्य के मुख्यमंत्री के पद से त्यागपत्र देना पड़ा. त्यागपत्र के बाद अर्जुन मुंडा विधान सभा में विरोधी दल के नेता बन गए. पर इसके बाद राज्य में अगली विधानसभा चुनाव 2010 में हुआ तब वो फिर से मुख्यमंत्री बन गए. अर्जुन मुंडा तीसरी बार 11 सितंबर 2010 को झारखंड का मुख्यमंत्री बने. इस बार वो जनवरी 2013 तक मुख्यमंत्री का पद भार संभाला.

झारखंड में जब 2014 में विधान सभा चुनाव हुआ तब अर्जुन मुंडा अपनी पुरानी सीट खरसावा से विधान सभा चुनाव लड़ा पर इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा अर्जुन मुंडा झारखंड मुक्ति मोर्चा के दशरथ गगराई से 11,966 मतों से हार गए.

अर्जुन मुंडा 2009 का लोकसभा चुनाव जमशेपुर से लड़ा और जीत कर सांसद बने. इस लोक सभा चुनाव में वो दो लाख के भारी मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी. इसी समय वो बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव के पद पर भी रहे  थे.

अर्जुन मुंडा 2019 का लोकसभा चुनाव खूंटी से लड़ा. यह चुनाव अर्जुन मुंडा के लिए सम्मान का चुनाव था क्योकि उन्हें करिया मुंडा की विरासत को कायम रखना था. करिया मुंडा यहाँ से आठ बार के विजेता थे, पर इस बार पार्टी ने अर्जुन मुंडा को मौका दिया था. इस चुनाव में अर्जुन मुंडा का सामना कांग्रेस के कालीचरण मुंडा से था.

अर्जुन मुंडा यह चुनाव जीत तो गए पर बहुत ही कम अंतर् से. इस चुनाव में अर्जुन मुंडा की जीत केवल 1,445 मतों से हुई थी. इस जीत के बाद अर्जुन मुंडा दोबारा सांसद बने. जीत के बाद जब केंद्र में मोदी सरकार की दूसरा कार्यकाल आरम्भ हुआ तब अर्जुन मुंडा को मोदी कैबिनेट में स्थान मिला और उन्हें जनजातीय मामलों के मंत्री बनाया गया.

अर्जुन मुंडा की संपत्ति (Arjun Munda Net Worth)

अर्जुन मुंडा की चल-अचल मिलाकर कुल संपत्ति लगभग 16.6 करोड़ रूपये हैं जबकि 2.4 करोड़ का कर्ज है.

इस लेख में हमने आपको झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की जीवनी (Arjun Munda Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.

Leave a Reply