Amar Kumar Bauri Latest News – अमर कुमार बाउरी झारखंड के दो बार के विधायक और एनडीए के नेतृत्व वाले रघुवर दास सरकार में राजस्व और पर्यटन मंत्री थे. 2023 में बाबूलाल मरांडी के स्थान पर अमर कुमार बाउरी को झारखंड विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष बना दिया गया, जिससे प्रदेश में बाउरी की गिनती प्रमुख नेताओ में होने लगी और उनका राजनैतिक कद पहले से बहुत अधिक बढ़ गया. बाबूलाल मरांडी झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता है. पर दल बदल विवाद के कारण उन्हें विधान सभा में यह पद नहीं मिल पाया था. अमर कुमार बाउरी 2024 का विधानसभा चुनाव चंदनकियारी विधानसभा से लड़ रहे है. इस लेख में हम आपको भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी की जीवनी (Amar Kumar Bauri Biography in Hindi) के बारें में जानकारी देने वाले है.
अमर कुमार बाउरी की जीवनी (Amar Kumar Bauri Biography in Hindi)
पूरा नाम | अमर कुमार बाउरी |
उम्र | 45 साल |
जन्म तारीख | 15 नवंबर 1978 |
जन्म स्थान | चंदनकियारी, बोकारो बिहार (अब झारखंड) |
शिक्षा | एमए |
कॉलेज | रांची विश्वविद्यालय |
वर्तमान पद | झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ, व्यापार |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पिता का नाम | छोटे रामनाथ बाउरी |
माता का नाम | – |
पत्नी का नाम | – |
बच्चे | – |
बेटें का नाम | – |
बेटी का नाम | – |
स्थाई पता | – |
वर्तमान पता | – |
फोन नंबर | 7759907386 |
ईमेल | – |
अमर कुमार बाउरी का जन्म और परिवार (Amar Kumar Bauri Birth & Family)
अमर कुमार बाउरी का जन्म 15 नवंबर 1978 को बिहार (अब झारखंड) के बोकारो जिले के चंदनकियारी में हुआ था. उनके पिता का नाम छोटे रामनाथ बाउरी था. अमर कुमार बाउरी हिन्दू धर्म से आते है.
अमर कुमार बाउरी की शिक्षा (Amar Kumar Bauri Education)
अमर कुमार बाउरी ने मैट्रिक की पढाई जमशेदपुर स्थित आरडी टाटा हाई स्कूल से पूरी की. उन्होंने 1994 में मैट्रिक पास किया. मैट्रिक के बाद उन्होंने जमशेदपुर से ही ऑपरेटिव कॉलेज से वर्ष 1997 में इंटरमीडिएट किया. इसके बाद इसी कॉलेज से बाउरी ने ग्रेजुएशन किया. बाद में वर्ष 2005 में उन्होंने रांची विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातकोत्तर (एम ए) किया.
अमर कुमार बाउरी का राजनीतिक करियर (Amar Kumar Bauri Political Career)
अमर कुमार बाउरी की राजनीतिक यात्रा वर्ष 2005 से शुरू हुई. पहली बार वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर वर्ष 2005 में झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ा पर पराजय हाथ लगी. इसके बाद जब प्रदेश में 2009 में फिर से विधानसभा चुनाव हुए तब वह इस बार झारखंड विकास मोर्चा प्रजातान्त्रिक पार्टी के टिकट पर बोकारो के अंतर्गत आने वाली चंदनकियारी विधानसभा सीट से लड़ा. उस चुनाव में उनका मुकाबला आजसू पार्टी के उमाकांत रजक से था. इस चुनाव में अमर कुमार 3,517 मत से हार गए.
अमर कुमार बाउरी की इस चुनाव में हार तो जरूर हो गई थी पर वह प्रदेश में विशेषकर चंदनकियारी क्षेत्र में अपने आपकी एक नेता के तौर पर पहचान बनाने में सफल रहे थे.
प्रदेश में जब 2014 का विधानसभा चुनाव हुआ तब अमर कुमार चंदनकियारी विधानसभा सीट से जेवीएम (पी) के टिकट पर चुनाव लड़ा और इस बार बाउरी की जीत हुई. जीत के बाद बाउरी पहली बार विधायक बने. उस चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार बन गई थी. झारखंड में रघुवर दास की सरकार बन गई थी. उसके बाद जल्द ही बाउरी सहित पांच अन्य विधायक रघुवर दास सरकार में शामिल हो गए और इसके साथ ही प्रदेश में बनी जेवीएम (पी) पार्टी का बीजेपी में विलय हो गया. अब अमर कुमार बाउरी भारतीय जनता पार्टी के नेता बन चुके थे.
बाद में अमर कुमार बाउरी विधायक से मंत्री भी बने. बाउरी को रघुवर दास सरकार में 19 फरवरी, 2015 को राजस्व और पर्यटन मंत्रालय दिया गया. बाउरी को प्रदेश का एक सफल पर्यटन मंत्री माना जाता है. बाउरी ने झारखंड में पर्यटन विशेषकर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यो को मजूरी दी थी.
अमर कुमार बाउरी ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार के मंत्रिमंडल में रहते हुए पतरातू घाटी सड़क बनाने के साथ ही धार्मिक उत्सवों को आरम्भ करने वाले कई निर्णय लिए थे. हालांकि बाद में उनके द्वारा चलाये गए कुछ योजनाओ को 2019 में झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार में मुख्यमंत्री रहते हेमंत सोरेन ने समाप्त कर दिया.
2019 का झारखंड विधानसभा चुनाव अमर कुमार ने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चंदनकियारी विधानसभा सीट से लड़ा. उस चुनाव में उनका मुकाबला आजसू के नेता उमाकांत रजक से था. अमर कुमार ने उमाकांत को 9,220 वोटो के अंतराल से पराजित किया और जीतकर दोबारा विधायक बने. अमर कुमार स्वयं तो जीत गए पर भाजपा गठबंधन बहुमत लाने में असफल रहा परिणाम यह हुआ कि राज्य में जेएमएम के नेतृत्व वाली हेमंत सोरेन की सरकार बन गई.
जीत के बाद अमर कुमार बाउरी को झारखंड प्रदेश अनुसूचित जनजाति मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया. बाद में 16 अक्टूबर, 2023 को अमर कुमार बाउरी को झारखंड विधानसभा में विरोधी दल का नेता बना दिया गया. ऐसा होने से प्रदेश में बाउरी की राजनैतिक स्थिति पूर्व मुख्यमंत्री व बीजेपी के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी के समान हो गया. राजनीति में कम ही ऐसे नेता देखने को मिलते है जिनको इतनी जल्दी इतनी जल्दी प्रॉमोशन मिल जाएँ.
लगभग चार वर्षो के बाद प्रदेश में मुख्य विपक्षी दल भाजपा को विधान सभा में विरोधी दल का नेता का पद मिला था. इससे पहले यह पद रिक्त था और इस कारण कई कार्य प्रभावित हो रहे थे.
क्या था मामला
दरअसल 2019 का झारखंड विधानसभा चुनाव बाबूलाल मरांडी ने भाजपा के बदले अपनी स्वयं की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा से लड़ा था और जीत भी गए थे पर चुनाव परिणाम आने बाद मरांडी अपनी पार्टी का विलय भाजपा में कर लिया. बाद में बीजेपी ने बाबूलाल मरांडी को झारखंड विधानसभा नेता प्रतिपक्ष घोषित कर दिया था पर मरांडी के विरुद्ध स्पीकर की ट्रिब्यूनल में दल बदल संबधी मामला दर्ज करा दिया गया था, जिसके बाद भाजपा के द्वारा उन्हें नेता प्रतिपक्ष घोषित करने के बाद भी विधानसभा में उन्हें नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं दिया गया था. वैसे ट्रिब्यूनल ने सुनवाई पूरी कर ली थी पर वह अपना निर्णय नहीं दिया था. परिणाम झारखंड में नेता प्रतिपक्ष का पद रिक्त रह गया. इसी पद पर चार वर्षो के बाद अमर कुमार बाउरी को नियुक्त किया गया.
अमर कुमार बाउरी 2024 का झारखंड विधानसभा का चुनाव चंदनकियारी से ही लड़ रहे है और प्रधानमंत्री मोदी भी उनके लिए उनके विधानसभा का दौरा करने वाले है.
अमर कुमार बाउरी की संपत्ति (Amar Kumar Bauri Net Worth)
2019 में उनके द्वारा दिए गए हलफनामे के अनुसार उनके पास कुल सम्पत्ति 89,41,038 लाख है जबकि उनपर 2,07,000 लाख का कर्ज है.
इस लेख में हमने आपको झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी की जीवनी (Amar Kumar Bauri Biography in Hindi) के बारे में जानकारी दी है. अगर आपका कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं.