पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. उपमुख्यमंत्री व पीसीसी चीफ सचिन पायलट गुरुवार को नागौर दलित उत्पीड़न मामले की रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को सौपने के बाद शुक्रवार को एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने जोधपुर पहुंचे. जहां पत्रकारों से मुखातिब होते हुए सचिन पायलट ने बताया कि नागौर में दलित युवकों के साथ हुए भयानक हादसे पर गठित जांच समिति की रिपोर्ट मैंने कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधीजी को सौंप दी है. पायलट ने कहा प्रदेश का गरीब तबका हमारी सरकार से उम्मीद करता है कि उनको पर्याप्त सुरक्षा और मान सम्मान दिया जाए. कांग्रेस का इतिहास रहा है हमने हमेशा समाज के पिछडे लोगों की रक्षा करने का काम किया है.
लोगों में विश्वाश पैदा करना हमारी प्राथमिकता
सचिन पायलट ने कहा नागौर दलित उत्पीडन का मामला बडा निराशाजनक है. ऐसी घटनाओं में सिर्फ प्रशासनिक कार्रवाई और जांच के अलावा हमको राजनीतिक संदेश देना बहुत जरूरी है. नागौर की घटना के बाद भी अलग अलग जिलों से इस तरह की घटनाएं सामने आ रही है. लोगों को जो भयभीत करने की कोशिश करते है उन लोगों को यह बताना पडेगा कि इस तरह की घटना को अंजाम देने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा. इस तरह की घटना में किसी की भी लापरवाही रही हो उसकी हम जांच भी करेंगे और उसको उचित दंड मिलना चाहिए. इस मामले में भी कार्रवाई की गई है एसएचओं को एपीओ किया गया है. एक मैसेज देना जरूरी है जब पिछली सरकार थी तब हमने इस तरह की घटनाओं पर मुखर होकर अपनी बात को रखा और अब सरकार में रहते हुए हमने जवाबदेही तय करने की कोशिश की. आज हम सरकार में है तो हमारा दायित्व बढ जाता है क्योंकि जिम्मेदारी हमारे कंधो पर है. जनता हमारी सरकार से उम्मीद ज्यादा करती है तो उनको विश्वाश में लेकर उनकी हम पर्याप्त सुरक्षा करें. जनता में अगर भय है तो उनका भय निकालकर उनके मन में विश्वाश पैदा करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए.
निरोगी राजस्थान एक सकारात्मक सोच
अस्पतालों में कमियां और मुख्यमंत्री की निरोगी राजस्थान योजना के सवाल पर पायलट ने कहा कमियां हर जगह होती है लेकिन हमारी सोच सकारात्मक है. एक मिशन लेकर सरकार चल रही है स्वास्थ्य और चिकित्सा में हमारे प्रदेश में बहुत काम करना बाकी है लेकिन इस योेजना के पीछे जो उददेश्य है वह बहुत अच्छा है. प्रदेश के लोग स्वस्थ रहेंगे तो हम लोग आगे बढ सकते है. सरकार जो भी योजना लाये वो जनता तक पहुंचनी चाहिए. सरकार की घोषणाएं अगर कागज में रह जाएगी तो जनता को उसका लाभ नहीं मिलेगा.
दिल्ली हिंसा जांच का विषय
पायलट ने आगे कहा कि दिल्ली में हुई हिंसा का हम सभी को बहुत दुख है. दिल्ली हिंसा में इतने लोगों की जान गयी है, यह जांच का विषय है कि किन कारणों से वहां दंगा हुआ. दंगाइयों पर जो कार्रवाई करनी चाहिए थी वो नहीं की गई. दिल्ली में अमेरीका के राष्ट्रपति आये उसी दिन हिंसा हुई ऐसे में एहतियात बरतना चाहिए था. इस मामले में कहीं ना कहीं दिल्ली सरकार, केंद्र सरकार और खुफिया एजेंसी की कमी रही. कई दशकों के बाद दिल्ली में इस प्रकार से नंगा नाच हुआ जानें गई, संपत्ती को नुकसान हुआ. इसका कौन जिम्मेदार है इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए. इस मामले में जो भी लिप्त है उसको कानून के अनुसार कठोर सजा मिलनी चाहिए. जिस प्रकार से इतनी घृणा को फैलने दिया गया यह हम सभी के लिए गंभीर चिंता का विषय है. अब स्थिती सामान्य हो रही है यह काम तीन दिन पहले भी किया जा सकता था.
जल्द होंगे पंचायत चुनाव, लोकतंत्र मजबूत हो ज़िंदा रहे ये हमारा पहला दायित्व
पंचायत चुनाव पर सचिन पायलट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाइकोर्ट ने स्पष्ठ कर दिया है कि अब कोई बहाने बाजी नहीं चलेगी. बचे हुए चुनाव अप्रैल के महीने में होंगे प्रधान, प्रमुख जल्द बनाये जाएंगे. लोकतंत्र मजबूत हो ज़िंदा रहे ये हमारा पहला दायित्व है. पंचायत राज में सरकार ने जो परिसीमन की कार्यवाही की है वह सबके सामने है, नियम अनुसार कार्यवाही की गई है. लेकिन लोकतंत्र में सब लोग अपनी बात रख सकते है इसको लेकर लोग कोर्ट में गए, सुप्रीम कोर्ट ने हमारी बात को सही माना. पंचायतों के चुनाव में अब सारी बाधायें खत्म हो चुकी है. प्रदेश में अब पंचायत राज चुनाव जल्द होंगे, मैं चाहता हूं कि लोकतंत्र के इस उत्सव में लोग बढ़चढ़ कर हिस्सा लें.
केंद्र सरकार कर रही है भेदभाव
केंद्र सरकार द्वारा राज्यों का पैसा रोके जाने के सवाल पर कहा कि जो आंकड़े है उनको झुठलाया नहीं जा सकता. केंद्र सरकार ने 11 हज़ार करोड़ रुपये जो प्रदेश सरकार को देने थे वो नहीं दिए हैं. जीएसटी सहित अन्य योजनाओं का पैसा नहीं दिया जा रहा है, ये भेदभाव केंद्र सरकार की ओर से हो रहा है. बावजूद उसके प्रदेश सरकार ने पिछले 15 महीने में जो घोषणाएं की है उन पर अमल किया जा रहा है. हालही में पेश किए गए राज्य बजट में कई योजनाओं को आगे बढ़ाने का काम किया है.
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नरेगा में राजस्थान अव्वल
पायलट ने आगे कहा कि जो महकमे मैं देखता हूं ग्रामीण विकास, पंचायतीराज ओर पीडब्लूडी उसमें काम करना बहुत आवश्यक होता है. सिर्फ घोषणा करने से काम नहीं होता. एक साल पहले नरेगा योजना में पूरे प्रदेश में 9 लाख लोगों को रोजगार मिलता था आज यह संख्या 35 लाख हो गयी है. ग्रामीण लोगों के खातों में पैसा जमा हो रहा है. देश मे चल रही आर्थिक मंदी का सरल उपाय है गरीबों के हाथ में पैसा आना चाहिये. गरीबों के हाथ में पैसा आएगा तो रोजमर्रा की चीज़ें खरीदेगा जिससे बाजार में पैसा आएगा. हमारी सरकार का मानना है कि ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लोगों को नरेगा के माध्यम से पैसा दे. मुझे खुशी है कि पूरे हिंदुस्तान में नरेगा योजना में राजस्थान नंबर एक पर है. साधन सीमित होने के बावजूद भी हमने काम करने की कोशिश की है.
राजनीतिक नियुक्तियों में पार्टी के लिए काम करने वालों को मिलेंगे पद
प्रदेश में होने वाली राजनीतिक नियुक्तियों के सवाल पर पायलट ने कहा कि ब्लॉक, जिला ओर प्रदेश स्तर पर नियुक्तियां होंगी. जिन लोगों ने प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाने के लिए सड़कों पर संघर्ष किया उन कार्यकर्ताओं को परिभाषित किया जाएगा. जिसने पार्टी के लिए काम किया है उसको हम पुरुस्कृत करने का काम करेंगे. जमीनी और असली कार्यकर्ताओं को पद दिये जायेंगे. यह काम मार्च में होगा और प्रदेश स्तर की नियुक्तियां अप्रेल में होगी.
भ्रष्टाचार के मामलों में होगी कठोर कार्रवाई
प्रदेश में बढ़ रहे भ्रष्टाचार के मामलों पर सचिन पायलट ने कहा कि अब समय आ गया है कि जवाबदेही तय करें, तुरंत कार्रवाई करें. भ्रष्टाचार को लेकर हम पिछली सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे थे आज अगर वो दुबारा पनप रहा है तो हम लोगों को उसका जड़ से खात्मा करने की कार्रवाई करनी चाहिए. हालही में परिवहन विभाग में हुई कार्रवाई पर भी मैंने स्पष्ट किया है की भ्रष्टाचार के प्रति हमारी जीरो टॉलरेंस होनी चाहिए. भ्रष्टाचार के मामलों में कोई कितना ही बड़ा अधिकारी हो किसी भी दल के साथ उसके तार जुड़े हुए हो उसकी परवाह किये बगैर हमको उदाहरण स्थापित करना पड़ेगा और यह तब होगा जब हम कठोर कार्रवाई करेंगे. भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई करने में सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी.