पॉलिटॉक्स न्यूज. कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी की केंद्र सरकार पर निशाना साधा हैं. राहुल गांधी ने मूडीज की ओर से जारी की गई रिपोर्ट का हवाला देते हुए सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी सरकार अर्थव्यवस्था चलाने लायक नहीं है. मूडीज रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody’s) ने कोरोना संकट के दौर में इकोनॉमी की खराब हालत को देखते हुए भारत की सॉवरेन रेटिंग को घटा दिया है. इससे भारत सरकार के लिए चुनौती बढ़ गई है, क्योंकि इससे देश के निवेश पर असर पड़ता है. इतना ही नहीं, एजेंसी ने कहा है कि इस वित्त वर्ष यानी 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 4 फीसदी की गिरावट आ सकती है. इसे लेकर कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने भी वार करते हुए कहा ‘6 साल का परिवर्तन, मूडीज का डाउनग्रेड! कहां गए मोदी जी?’.
मूडीज का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में चार फीसदी तक की गिरावट आ सकती है. भारत के मामले में पिछले चार दशक से अधिक समय में यह पहला मौका होगा जब पूरे साल के आंकड़ों में जीडीपी में गिरावट आएगी. इसी अनुमान के चलते मूडीज ने भारत की सरकारी साख रेटिंग को ‘BAA2’ से एक पायदान नीचे कर ‘BAA3’ कर दिया है. साथ ही आउटलुक को नकारात्मक बनाये रखा है.
यह भी पढ़ें: नेशनल टास्क फोर्स ने उठाया कोरोना संक्रमण से निपटने में सरकार के रवैये पर सवाल, लॉकडाउन को बताया क्रूर
मूडीज ने कहा कि भारत के सामने गंभीर आर्थिक सुस्ती का भारी खतरा है, जिसके कारण राजकोषीय लक्ष्य पर दबाव बढ़ रहा है. ऐसे में कांग्रेस की ओर से निशाना साधा गया है कि कोरोना संकट से पहले ही ये हाल है, तो बाद में क्या होगा.
इस रिपोर्ट के बाद कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है. ट्वीटर पर इस रिपोर्ट को शेयर करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मूडीज ने मोदी की भारत की अर्थव्यवस्था को JUNK से एक कदम आगे बढ़ा दिया है. गरीबों और MSME क्षेत्र को समर्थन की कमी का मतलब है कि अभी तक सबसे खराब स्थिति है.
Moody's has rated Modi's handling of India's economy a step above JUNK.
Lack of support to the poor and the MSME sector means the worst is yet to come.https://t.co/bOtH1P3pBZ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 2, 2020
राहुल गांधी ने अपने एक बयान में कहा कि ये सरकार अर्थव्यवस्था चलाने लायक नहीं है. इससे पहले रिजर्व बैंक ने भी अर्थव्यवस्था में 4 अंकों की गिरावट की बात कही थी. रिजर्व बैंक की ओर से कहा गया था कि इस साल जीडीपी 0.6 से 1 फीसदी तक रह सकती है. दशकों के इतिहास में ये सबसे बड़ी गिरावट है.
यह भी पढ़ें: बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान, पाकिस्तानी उच्चायोग के दो अफसरों को जासूसी करते पकड़ा, बौखलाया पाक
इसी कड़ी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीटर पर ट्वीट कर पीएम मोदी पर तंज कसा है. कपिल सिब्बल ने लिखा है कि 6 साल में परिवर्तन हुआ है, लेकिन मूडी ने जीडीपी की रैंकिंग को डाउनग्रेड कर दिया है. कांग्रेस नेता ने पूछा कि मोदी जी कहां गए?
छे साल का परिवर्तन
आज मूडी का डाउंग्रेडसरकार के मुद्दे :
विवाद से जुड़े :
१)लव जिहाद
२)घर वापसी
३)सर्जिकल स्ट्राइक
४)ट्रिपल तलाक़
५)३७०
६)यू॰ए॰पी॰ए॰
७)सी॰ए॰ए॰
८)एन॰आर॰सी॰देश के मुद्दे :
हेल्थ
शिक्षा
बेरोज़गारी
ग़रीबी
मिड्डलक्लास
आर्थिक मंदीकहाँ गए मोदी जी ?
— Kapil Sibal (@KapilSibal) June 2, 2020
इस दौरान ट्वीट में कांग्रेस नेता की ओर से कई तरह के मुद्दे बताए गए, जिनमें सरकार और देश के मुद्दों को अलग-अलग रखा गया. कपिल सिब्बल ने ट्वीट में एक तरफ देश के मसलों पर गरीबी, शिक्षा को रखा, तो सरकार के मुद्दों में लव जिहाद और घर वापसी को रखा.
क्या होती है सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग
इंटरनेशनल एजेंसियां अलग-अलग मुल्क की सरकारों की उधारी चुकाने की क्षमता का आकलन करती हैं. इसके लिए इकोनॉमिक, मार्केट और पॉलिटिकल रिस्क को आधार बनाया जाता है. इस तरह की रेटिंग यह बताती है कि क्या देश आगे चलकर अपनी देनदारियों को समय पर पूरा चुका सकेगा. यह रेटिंग टॉप इन्वेस्टमेंट ग्रेड से लेकर जंक ग्रेड तक होती हैं. जंक ग्रेड को डिफॉल्ट श्रेणी में माना जाता है.
यह भी पढ़ें: कोरोना काल दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा संकट, दुनियाभर की नजर भारत पर टिकी: प्रधानमंत्री मोदी
एजेंसियां आमतौर पर देशों की रेटिंग आउटलुक रिवीजन के आधार पर तय करती हैं. एजेंसियां देशों की रेटिंग को फ्यूचर एक्शन की संभावना के हिसाब से तीन कैटिगरी में बांटती हैं. ये कैटिगरी नेगेटिव, स्टेबल और पॉजिटिव आउटलुक हैं. आउटलुक रिवीजन निगेटिव, स्टेबल और पॉजिटिव होता है. जिस देश का आउटलुक पॉजिटिव होता है, उसकी रेटिंग के अपग्रेड होने की संभावना ज्यादा रहती है.
गौरतलब है कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर सरकार की ओर से उपलब्धियां गिनाई जा रही हैं. इनमें जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना, नागरिकता संशोधन एक्ट, तीन तलाक बिल, राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होना समेत कई बड़े मसलों को गिनाया जा रहा है. दूसरी ओर कांग्रेस लगातार सरकार पर आर्थिक मोर्चे पर विफल होने को लेकर निशाना साध रही है.