कोरोना काल दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा संकट, दुनियाभर की नजर भारत पर टिकी: प्रधानमंत्री मोदी

कर्नाटक की राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस के सिल्वर जुबली कार्यक्रम को संबोधित किया पीएम मोदी ने, आयुष्मान भारत योजना और मेक इन इंडिया का किया जिक्र

Narendra Modi
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पॉलिटॉक्स न्यूज. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना काल को दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा संकट बताते हुए कहा कि आज दुनियाभर की नजरें भारत पर टिकी हैं. पहले वैश्विकरण को लेकर आर्थिक मसले पर चर्चा होती थी, लेकिन अब मानवता के आधार पर चर्चा करना जरूरी होगा. आज स्वास्थ्यकर्मी एक सैनिक की तरह काम कर रहे हैं और देश के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. आज देश में पीपीई किट, N-95 मास्क बन चुके हैं और सब मेड इन इंडिया हैं. यही वजह है कि दुनियाभर की नजरें भारत के डॉक्टर्स पर लगी हुई है.

प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को कर्नाटक की राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस (RGUHS) के सिल्वर जुबली कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर सीएम बीएस येदियुरप्पा भी मौजूद रहे.

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वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद आज सबसे बड़ा संकट आया है, जैसे विश्व युद्ध के बाद दुनिया बदल गई थी, वैसे ही कोरोना के बाद दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी. पहले वैश्विकरण को लेकर आर्थिक मसले पर चर्चा होती थी, लेकिन अब मानवता के आधार पर चर्चा करना जरूरी होगा. स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए भारत ने पिछले 6 साल में बड़े फैसले लिए हैं और हम चार पिलर पर काम कर रहे हैं.

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संबोधन में पीएम मोदी बोले कि हमारा लक्ष्य है कि देश में वैश्विक लेवल की मेडिकल सुविधाएं शुरू की जाएं, इसके अलावा हर जिले में मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने का लक्ष्य रखा गया है. आज आयुष्मान भारत की वजह से देश में एक करोड़ से अधिक लोगों को राहत पहुंची है और उनका मुफ्त में इलाज हुआ है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले कि आज स्वास्थ्यकर्मी एक सैनिक की तरह काम कर रहे हैं और देश के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं. कोरोना वायरस नहीं दिखता है, लेकिन कोरोना वारियर्स की मेहनत आज दिख रही है. पीएम ने कहा कि दुनियाभर की निगाहें आज भारत के डॉक्टरों पर टिकी हैं. मिशन इंद्रधनुष, आयुष्मान भारत समेत कई अहम योजनाओं ने देश के स्वास्थ्य सिस्टम में एक नई जान फूंकी है.

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मेक इन इंडिया के तहत स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि आज देश में पीपीई किट, N-95 मास्क बन चुके हैं और सब मेड इन इंडिया हैं.

देश में आरोग्य सेतु ऐप बनाई गई है और अबतक 12 करोड़ लोग इसे डाउनलोड कर चुके हैं.

देश में स्वास्थ्यकर्मियों के साथ हो रही अमानवीय घटनाक्रम का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. आगे से जो भी ऐसा करेगा, उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा. सरकार की ओर से स्वास्थ्यकर्मियों के लिए इंश्योरेंस की सुविधा की गई है.

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