पेपरलीक कांड के मुख्य सरगना सुरेश ढाका की बेनीवाल के साथ फोटो हुई वायरल, 55 लोग पुलिस गिरफ्त में

हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी ने पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच की मांग के लिए सोमवार को प्रदेशभर में किया प्रदर्शन, सुरेश ढाका अभी तक नहीं चढ़ा है पुलिस के हत्थे, लंबे समय से जयपुर में रहकर कोचिंग सेंटर चला रहा सुरेश राज्य के कई मंत्रियों के ट्वीट हैंडल और फेसबुक पेज को भी करता है ऑपरेट

suresh dakha 1672071084
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Hanuman Beniwal with Suresh Dhaka. राजस्थान में आरपीएससी की अध्यापक पात्रता परीक्षा के पेपर लीक मामले में नित नए खुलासे हो रहे हैं. पेपरलीक मामले के मुख्य सरगना माने जा रहे सुरेश ढाका के कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला और धीरज धीरज गुर्जर के साथ- साथ नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल के संग भी एक फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. हालांकि, पॉलिटॉक्स न्यूज़ इस वायरल फोटो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. वायरल फ़ोटो में सुरेश ढाका बेनीवाल के साथ बैठा हुआ है. यहां बता दें हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी ने पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच की मांग के लिए सोमवार को प्रदेशभर में प्रदर्शन किया है. सुरेश ढाका अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है. सांचौर पंचायत समिति क्षेत्र के अचलपुर ग्राम पंचायत का पुत्र सुरेश ढाका पिछले लंबे समय से जयपुर में रहकर कोचिंग सेंटर चला रहा है. साथ ही सुरेश राज्य के कई मंत्रियों के ट्वीट हैंडल और फेसबुक पेज को भी ऑपरेट करता है. सुरेश के साथ भूपेंद्र बिश्नोई नाम का युवक भी पेपरलीक कांड शामिल है जो रेलवे का निलंबित कर्मचारी है. दोनों ने जयपुर से पेपर लेकर अपने रिश्तेदार हेडमास्टर सुरेश बिश्नोई को भेजा था. पेपर लीक मामले में सरपंच का बेटा और रेलवे से निलंबित कर्मचारी मास्टरमाइंड निकले.

गौरतलब है कि शनिवार को आरपीएससी की वरिष्ठ अध्यापक शिक्षक भर्ती की गु्प सी का सामान्य ज्ञान परीक्षा का पेपर लीक हो गया था. जिस पर उदयपुर पुलिस ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई करते करीब 49 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें 46 तो अभ्यर्थी ही हैं, जबकि, तीन लोग पेपर आउट करने के सरगनाओं से जुड़े है. बता दें पेपरलीक में शामिल सुरेश चितलवाना के ठेलिया की संस्कृत स्कूल में हेडमास्टर के पद पर तैनात है. हेड मास्टर चितलवाना ने पूरा प्लान तैयार करते हुए प्रत्येक अभ्यर्थी से 10 से 15 लाख में सौदा तय करके बस में पेपर सॉल्व करवा था. वहीं, दूसरे वाहन से बस पर नजर भी बनाए हुए था. इस दौरान पुलिस ने बेकरिया थाना क्षेत्र में नाकाबंदी करके बस को पकड़ लिया. इसके अलावा हेड मास्टर सुरेश और पेपर सॉल्व करने वाले डॉक्टर भजन लाल को भी गिरफ्तार करके पूरे नकल गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया.

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आपको बता दें कि उदयपुर पुलिस पेपरलीक कांड के पूरे में मामले में अब तक 55 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. उदयपुर में हुई कार्रवाई में ज्यादातर छात्र जालौर जिले के रहने वाले है. पेपर आउट करने वाले मास्टरमाइंड भी इसी क्षेत्र के रहने वाले है. ऐसे में मिल रहे इनपुट के आधार पर पुलिस जिले के गांवों में देर रात तक जगह-जगह दबिश देकर गिरोह से जुड़े लोगों को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. उदयपुर पुलिस अभ्यर्थियों से पूछताछ करने के बाद अब पेपर आउट करने वालों से संपर्क करने वाले कनेक्शन तलाश रही है. पुलिस की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से क्षेत्र में पेपर आउट करने वाले सरगना समेत अन्य आरोपी शनिवार से भूमिगत हो गए.

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