आरक्षण की मांग को लेकर सैनी समाज ने जाम किया नेशनल हाइवे-21, विश्वेन्द्र बोले- बात किससे करें?

12% आरक्षण की मांग को लेकर सैनी समाज ने जयपुर आगरा नेशनल हाईवे को किया जाम, अधिकारियों से कई दौर की वार्ता विफल, समाज ने दिया गहलोत सरकार को अल्टीमेटम, सरकार ने पयर्टन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह को किया अधिकृत, लेकिन विश्वेन्द्र सिंह बोले- वार्ता करने के लिए समाज का कोई ऐसा नेता नहीं है, जिससे बात की जा सके, फिर भी हम वार्ता करने के लिए तैयार हैं, लेकिन पहले आंदोलनकारियों को हाइवे खाली करना होगा

सैनी समाज ने जाम किया नेशनल हाइवे-21
सैनी समाज ने जाम किया नेशनल हाइवे-21

Politalks.News/Rajasthan/Reservation. राजस्थान में एक बार फिर आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन की चिंगारी सुलग उठी है. इस बार यह आरक्षण की मांग गुर्जर समाज की तरफ से नहीं बल्कि माली समाज द्वारा की जा रही है. भरतपुर जिले के हंतरा गांव के पास जयपुर आगरा नेशनल हाईवे पर 12% आरक्षण की मांग को लेकर सैनी समाज द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है. बता दें, रविवार से ही सैनी समाज के लोग अपनी मांग को लेकर यहां अड़े हुए हैं. प्रदर्शन के चलते जयपुर आगरा नेशनल हाईवे को जाम कर रखा है. भरतपुर जिले के अलावा दूर-दूर से काफी संख्या में लोग आंदोलन स्थल पर पहुंचे हैं. इसी बीच आंदोलन कर रहे माली समाज के लोगों से वार्ता करने के लिए राजस्थान सरकार ने प्रतिनिधि के रूप में पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह को भरतपुर भेजा है. लेकिन विश्वेन्द्र सिंह का कहना है कि वार्ता करने के लिए समाज का कोई ऐसा नेता नहीं है, जिससे बात की जा सके. फिर भी हम वार्ता करने के लिए तैयार हैं, लेकिन पहले आंदोलनकारियों को हाइवे खाली करना होगा.

आपको बता दें, प्रशासनिक अधिकारी लगातार आंदोलनकारियों से संपर्क कर रहे हैं बार-बार समझाने के प्रयास में हैं. लेकिन हर बार वार्ता विफल हो रही है. जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी मौके पर मौजूद हैं. इसी बीच समाज के लोगों से बातचीत के लिए सरकार की तरफ से अधिकृत किए गए पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि प्रदेश में पहले हुए गुर्जर आंदोलन के दौरान समाज के नेता के रूप में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला थे, जिन से बात की जाती थी. अब सरकार ने मुझे बात करने के लिए अधिकृत कर दिया, लेकिन माली समाज का ऐसा कोई नेता नहीं है, जिससे हम बात कर सकें, नेतृत्व कौन कर रहा है?

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पर्यटन मंत्री विश्वेद्र सिंह ने कहा कि 24 घंटे से हाइवे जाम कर रखा है. आंदोलन की वजह से आम पब्लिक को परेशानी हो रही है. इतनी गर्मी में आंदोलन स्थल पर बुजुर्ग और महिलाएं बैठी हैं. यदि किसी की तबीयत खराब हो गई, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. विश्वेन्द्र ने कहा कि समाज के लोग वार्ता के लिए आएं, अधिकृत रूप से आएं. मैं भी मौके पर वार्ता के लिए जाने के लिए तैयार हूं. मैं गुर्जर आंदोलन में रेलवे ट्रेक पर भी गया, यहां भी जाने को तैयार हूं. बशर्ते वो रोड खाली करें. समाज को प्रदर्शन करना है तो रोड से अलग करें, जिससे आम आदमी को परेशानी न हो.

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वहीं दूसरी तरफ आंदोलनकारियों का कहना है कि जब तक सरकार का कोई प्रतिनिधि हमसे मुलाकात करने नहीं आता और कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया जाता तब तक वह जाम को नहीं खोलेंगे. आपको बता दें कि इससे पहले लगातार सैनी समाज द्वारा उपखंड स्तर और जिला स्तर पर राजस्थान भर में ज्ञापन दिए गए और आंदोलन की चेतावनी दी. जिसके बाद 12 जून को हंतरा के पास गांव अरोदा में उन्होंने महापंचायत की. महापंचायत के बाद रविवार की शाम 5 बजे जयपुर आगरा नेशनल हाईवे को जाम कर दिया. जिसके बाद से ही लोग रातभर वहीं पर रुके रहे. इस कारण अभी भी जयपुर आगरा नेशनल हाईवे जाम है. माली समाज की ओर से जयपुर-आगरा हाइवे पर अरौदा गांव के पास बीते 24 घंटे से हाइवे जाम करके 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग के साथ ही अन्य 11 सूत्री मांग भी है, जिसको लेकर वो 24 घंटे से हाइवे पर जमे हुए हैं.

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