Politalks.News/Rajasthan. कोरोनाकाल की शुरुआत से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समाज के सभी तबकों, प्रशासनिक कर्मियों, जनप्रतिनिधियों से सीधे संवाद का नवाचार करते आ रहे हैं. मुख्यमंत्री गहलोत ने सोमवार को जहां निकायों के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों व सफाई कर्मियों से वीडियों कांफ्रेंस के जरिए सीधा संवाद किया वहीं मंगलवार को कोरोना संकट पर पूर्व सैनिकों से सीधा संवाद कर एक और नवाचार किया. इस दौरान सीएम गहलोत ने कहा कि पूर्व सैनिक कोरोना जागरूकता का संदेश गांव-ढाणी तक पहुंचाएं और आमजन को बचाव के उपाय अपनाने के लिए प्रेरित करें. कारोना का बचाव ही उपाय है ऐसे में हम सभी की जिम्मेदारी है कि कोरोना संक्रमण को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतें. इस दौरान सीएम गहलोत ने प्रदेशवासियों से अपील करते हुए कहा कि भीड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचें, आपस में दूरी बनाये रखें, मास्क पहनें एवं बार-बार हाथ धोने सहित हैल्थ प्रॉटोकोल की पूरी तरह से पालना करें. कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ‘खुद का ख्याल खुद रखें’.
पूर्व सैन्य अधिकारियों एवं पूर्व सैनिकों के साथ कोविड-19 जागरूकता अभियान में भूमिका के सम्बन्ध में निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संवाद किया। #Covid19Pandemic #राजस्थान_सतर्क_है pic.twitter.com/IeepWW7v6p
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 7, 2020
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमें गांव-गांव में लोगों को जागरूक करना है, बुजुर्ग और छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखें. ज्यादातर संक्रमितों में लक्षण भी नजर नहीं आते है ऐसे लोग 99 प्रतिशत ठीक होते हैं, घबराने की बात नहीं है. प्रदेश में कोरोना रोगी समय से अस्पताल नहीं पहुंचे, इसलिए मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है. इसलिए जरा सा लक्षण दिखते ही तुरंत अस्पताल जाएं. हमें यह समझना होगा कि कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा अभी टला नहीं है. कोरोना से बचाव के लिए जन जागरूकता सबसे जरूरी है. सीएम गहलोत ने इस दौरान पूर्व सैनिकों के कोरोना की इस लड़ाई में दिए गए योगदान और कार्यों की भी सराहना की.
मुख्यमंत्री गहलोत से संवाद के दौरान पूर्व सैनिकों ने कहा कि सरकार के निर्देशों का पूर्व सैनिक गांव-गांव और ढाणी-ढाणी में पालना कराएंगे, जिला प्रशासन का भी सहयोग करेंगे. सैनिकों ने सीएम गहलोत को जन जागरूकता अभियान में सहयोग का आश्वासन दिया. इसके साथ ही हेल्थ प्रोटोकॉल के पालना कराने का विश्वास दिलाया. झुंझुनूं से मेजर राम कृष्ण ने सीएम गहलोत से पूर्व सैनिकों को कोरोना की जंग में राज्य सरकार के कर्मचारियों की तरह इंश्योरेंस कवर दिए जाने की मांगी की. इस पर सीएम गहलोत ने पूर्व सैनिकों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जिस तरीके से राज्य सरकार के कर्मचारियों को कोरोना के मद्देनजर जो बीमा सुविधा दी है यदि पूर्व सैनिकों को दी जा सकती है तो वे इसका परीक्षण कराएंगे.
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शहादत का जज्बा राजस्थान के हर घर में
मुख्यमंत्री गहलोत ने पूर्व सैनिकों से संवाद करते हुए कहा कि मुझे गर्व है कि मैं उस प्रदेश का मुख्यमंत्री हूं जहां घर-घर में देश की सीमाओं की रक्षा के लिए शहादत देने का जज्बा है. कारगिल युद्ध के समय राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश के शहीद सैनिकों के घर जाने का अवसर मुझे मिला तब शहीदों के मां-बाप ने गर्व से कहा था कि वे अपने दूसरे बेटे को भी सीमाओं की रक्षा के लिए भेजेंगे. देश के लिए त्याग एवं समर्पण की यह भावना राजस्थान के हर घर में दिखाई देती है.
सीएम गहलोत ने कहा कि किसी भी संकट के समय फौजी सबसे पहले आगे आते हैं. कोरोना संक्रमण से हमारी जंग में भी पूर्व सैनिकों ने वॉलेंटियर के रूप में आगे आकर मदद की है. संकट की इस घड़ी में पिछले तीन माह से डॉक्टर, नर्सेज, पुलिस, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, ग्राम सचिव, पटवारी, प्रधान, सरपंच, वार्ड पंच, पार्षद एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ ही पूर्व सैनिकों ने भी आगे बढ़कर अपना योगदान दिया है इसके लिए वे साधुवाद के पात्र हैं. आप सभी की हौसला अफजाई करने के लिए मैनें स्वयं आपसे बात करने की पहल की है.
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सभी पैरामीटर्स पर राजस्थान आगे
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमने सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, धर्मगुरूओं, सामाजिक संगठनों सहित हर वर्ग का सहयोग लेकर उनके अनुभवों को ध्यान में रखते हुए त्वरित फैसले लिये और राजस्थान को कोरोना संक्रमण रोकने की इस लड़ाई में अग्रणी पायदान पर रखा. मृत्यु दर न्यूनतम रहने के साथ ही राजस्थान की रिकवरी रेट काफी बेहतर रही है. मरीजों की संख्या दोगुनी होने में लगने वाले दिनों के पैरामीटर पर भी राजस्थान आगे हैं. कोरोना के खिलाफ लम्बी लड़ाई के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से तैयार है. किसी भी परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए राज्य सरकार ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग का इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत बनाया है. लॉकडाउन के दौरान गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को आर्थिक सहायता के साथ ही फ्री राशन उपलब्ध कराने में भी राज्य सरकार ने कोई कमी नहीं