लोकसभा चुनाव 2024 के साथ साथ दो राज्यों में विधानसभा चुनाव भी संपन्न हुए. इन दोनों राज्यों में कई सालों बार नई सरकार का गठन हुआ है. ओडिशा में 24 साल से चल रहा नवीन पटनायक का तिलस्मी किला इस बार ढह गया. आंध्रा के नए राज्य बनने के बाद से ही यहां करीब ढाई दशक से बीजू जनता दल का राज रहा है. इस बार भारतीय जनता पार्टी ने पटनायक का किला ढहाते हुए बहुमत हासिल कर लिया. वहीं आंध्रप्रदेश में पिछली बार मोदी लहर के बावजूद एक तरफा जीत हासिल करने वाले जगत मोहन रेड्डी की YSRCP इस बार महज 11 सीटों पर सिमट कर रह गयी. यहां तेलुगुदेशम पार्टी, बीजेपी और जनसेना पार्टी ने मिलकर सरकार बनायी है. चंद्रबाबू नायडू का फिर से राज्य का मुख्यमंत्री बनना तय है. ये दोनों पार्टियां इस बार एनडीए में शामिल हैं.
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ओडिशा में 24 साल बाद नई सरकार का उद्भव
ओडिशा में 24 सालों के बाद नवीन पटनायक के हाथों से सत्ता चली गयी. ‘ऐकला चालो’ की तर्ज पर चलने वाले सीएम नवीन पलनायक ने एनडीए और इंडिया गठबंधन में शामिल होने से इनकार कर दिया था. अब इसका भुगतान पटनायक को झेलना पड़ रहा है. सीएम पटनायक खुद कांटाबाजी सीट से बीजेपी उम्मीदवार लक्ष्मण बाग से चुनाव हार गए हैं. हालांकि अन्य सीट हिजिली से उन्हें जीत मिली है. विधानसभा की 147 सीटों में से बीजू जनता दल को केवल 51 सीटें मिली है. कांग्रेस को 14 और 4 सीटें अन्य के खाते में गयी है. बीजेपी ने 78 सीटें हासिल करते हुए बहुमत (74) का आंकड़ा पार किया है. ओडिशा में नवीन पटनायक साल 2000 से मुख्यमंत्री हैं.
लोकसभा चुनावों में बीजेडी साफ
ओडिशा में 21 सीटों पर हुए लोकसभा चुनावों में नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल का सूपड़ा पूरी तरह से साफ हो गया है. बीजेपी ने 20 सीटों पर कब्जा जमाया है. एक सीट कांग्रेस के खाते में गयी है. पिछले आम चुनावों में बीजू जनता दल को 12 सीटें मिली थी.
आंध्रा में नायडू की कसम हुई पूरी
आंध्र प्रदेश में भी बड़ा उलटफेर हुआ है. प्रदेश में 175 सीटों वाली विधानसभा में एनडीए में शामिल तेलुगुदेशम पार्टी, बीजेपी और जनसेना पार्टी ने 164 सीटों के साथ सरकार बनाने का दावा पेश किया है. चंद्रबाबू नायडू की तेलुगुदेशम पार्टी को 135 सीटों पर जीत मिली है. बीजेपी को 8 और जनसेना को 21 सीटें मिली हैं. कांग्रेस यहां खाली हाथ रही. सत्तारूढ़ जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआरसीपी पार्टी मात्र 11 सीटों पर सिमट कर रह गयी. नायूड 9 जून को नए मुख्यमंत्री की शपथ ले सकते हैं. नायडू ने 19 नवंबर 2021 को मीडिया के सामने रोते हुए कसम खाई थी कि वह अब सीएम बनने के बाद ही विधानसभा में लौटेंगे. अब उन्होंने यह कारनामा कर दिखाया है. इससे पहले नायडू इंडिया गठबंधन का हिस्सा बने हुए थे लेकिन ऐन वक्त पर उन्होंने राजनीति का मौसम समझा और एनडीए में शामिल हो गए.
लोकसभा में रेड्डी 4 सीटों पर सिमटे
आंध्रप्रदेश में 25 सीटों पर हुए लोकसभा चुनावों में जगन मोहन की पार्टी केवल 4 सीटों पर सिमट कर रह गयी. पिछले आम चुनावों में वाईएसआरसीपी को 22 सीटों पर जीत मिली थी. इस बार एनडीए ने 19 सीटों पर कब्जा जमाया है. चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी को 16 और बीजेपी को 3 सीटें मिली. 2 सीट अन्य के खाते में गयी है.