Politalks.News/Rajasthan. अगले साल के अंत में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश की सियासत में गहमागहमी अभी से शुरू हो गई है. सूबे की प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा जहां प्रदेश सरकार को हर मोर्चे पर घेरने की रणनीति पर काम कर रही है तो वहीं सत्ताधारी दल कांग्रेस जनता से किए गए चुनावी वादों के साथ साथ बजट घोषणाओं को भी धरातल पर लाने में जी जान से जुट गई है. लेकिन कांग्रेस पार्टी में कुछ भी काम शांति से हो जाए इसका प्रमाण तो पिछले कुछ समय से नहीं मिला है. जहां प्रदेश में मुख्यमंत्री परिवर्तन की अटकलों पर थोड़ा विराम लगा है तो वहीं अब पार्टी के मंत्री एवं विधायक नए जिला बनाने को लेकर आमने सामने आ गए हैं. हाल ही में गहलोत खेमे को छोड़कर सचिन पायलट खेमे में आए मंत्री राजेंद्र गुढ़ा जहां नीमकाथाना को जिला बनाने के खिलाफ खड़े हो गए हैं तो वहीं पायलट गुट से ही आने वाले स्थानीय विधायक सुरेश मोदी नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग करने का प्रस्ताव भेजने का दावा कर रहे हैं.
दरअसल, नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग लंबे समय से चली आ रही है. जिसके चलते पिछले महीने ही सीकर जिला प्रशासन ने राज्य सरकार को प्रस्तावित खाके की रिपोर्ट तैयार कर भिजवा दी है. अब सरकार की इस रिपोर्ट पर मुहर लगे तो नीमकाथाना को जिले का दर्जा मिल सकता है. प्रदेश में नए जिले बनाने के लिए सरकार की ओर से गठित की गई उच्च स्तरीय कमेटी लगातार परीक्षण कर रही है. जनप्रतिनिधि लगातार पूर्व आईएएस राम लुभाया कमेटी के पास पहुंच कर अपनी-अपनी रिपोर्ट पेश कर रहे हैं. तो वहीं नीमकाथाना को जिला बनाने को लेकर अब कांग्रेस विधायक ही आमने आमने हो गए हैं. गहलोत सरकार में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा जहां इस प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं तो वहीं स्थानीय विधायक सुरेश मोदी नीमकाथाना को जिला बनाने के पक्ष में हैं.
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मंगलवार को उदयपुरवाटी से विधायक एवं बसपा से कांग्रेस में आये ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा कि, ‘नीमकाथाना से तो उदयपुवाटी को जिला बनाना ज्यादा ठीक है. खंडेला हमसे केवल 17 से 18 किलोमीटर पड़ता है. खंडेला, खेतड़ी ये पास में होने से इसमें जोड़े जा सकते हैं. नीमकाथाना मेरी जानकारी के हिसाब से जिला नहीं बन रहा है. ये सब सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक तौर पर बातें कही जा रही हैं, जिनमें कोई दम नहीं है. सुरेश मोदी को तो वोट लेने हैं, वो कैसे कहेंगे कि नीमकाथाना जिला नहीं बनेगा, वो तो कोशिश भी करेंगे. पहली बात तो नीमकाथाना जिला बन ही नहीं रहा, दूसरी- हम उदयपुरवाटी के लोग नीमकाथाना में नहीं जाएंगे.’
राजेंद्र गुढ़ा ने आगे कहा कि, ‘राजस्थान में कई जिलों की डिमांड चल रही है. कोटपूतली भी मांग कर रहा है. मदन प्रजापत बालोतरा को जिला बनाने की मांग कर रहे हैं. नागौर में डीडवाना, लाडनू की बात चल रही है. जोधपुर में फलौदी की मांग है. मांग तो सभी कर रहे हैं लेकिन नीमकाथाना जिला नहीं बनेगा.’ वहीं राजेंद्र गुढ़ा के बयान के सामने आने के बाद नीमकाथाना से स्थानीय विधायक सुरेश मोदी ने कहा कि ‘नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग सबसे पुरानी है. इससे क्षेत्र के लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं. नीमकाथाना जिला बनाने का प्रस्ताव तैयार कर कलेक्टर ने भिजवा दिया है. इसमें उदयपुरवाटी और गुढ़ा तहसील शामिल हैं. कलेक्टर ने सबकी राय से ही प्रस्ताव तैयार किया है.’ वहीं सुरेश मोदी ने राजेंद्र गुढ़ा के विरोध जताने पर भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की.
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सुरेश मोदी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, ‘विरोध करने वालों की अपनी सोच है. जिन्हें विरोध करना है वे करें. नीमकाथाना को जिला बनाना सबसे पुरानी मांग है. लोगों की भावनाएं इससे जुड़ी हुई हैं. भले ही कोई कुछ भी कहे, लेकिन झुंझुनू में नया जिला बनने की बारी सबसे पहले नीमकाथाना की ही है.’ उल्लेखनीय है कि राज्य में नए जिलों की संभावना का पता लगाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सेवानिवृत्त आईएएस रामलुभाया की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया था. कमेटी के 60 से ज्यादा प्रस्ताव मिले थे. सीएम गहलोत ने नए जिले बनाने के संकेत भी दिए थे.