प्रदेश की सियासत से जुडी बड़ी खबर, खींवसर से बीजेपी विधायक रेवंतराम डांगा के वायरल पत्र के बाद से ही लगातार बयानबाजों का दौर हैं शुरू, नागौर बीजेपी में नहीं हैं सब कुछ ठीक, ज्योति मिर्धा और गजेंद्र सिंह खींवसर के बीच लगातार वार पलटवार का दौर हैं शुरू, इतना ही नहीं गजेंद्र सिंह खींवसर के बेटे धनंजय सिंह खींवसर भी सोशल मीडिया पर शायराना अंदाज में ज्योति मिर्धा पर साधा रहे हैं निशाना, ज्योति मिर्धा के चोर की दाढ़ी में तिनके वाली बात के बाद एक बार फिर धनंजय सिंह खींवसर ने शायराना अंदाज में किया पोस्ट, कहा-
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एक सुझाव
वेश बदला, दल का झंडा थामा,
पर मन की कुटिलता अब भी वही पुरानी है।
नवागमन तो हुआ है संगठन में,
पर नीति-निष्ठा की राह अभी भी अनजानी है।
यह दल है तप, त्याग और अनुशासन का प्रतीक,
यहाँ “स्व” नहीं, “समूह” होता है असली संगीत।
जहाँ ‘संगठन’ से बढ़कर कुछ नहीं होता,
और ‘अटल निष्ठा’ हर कर्म पलता।
पर आपने तो कदम रखा, घमंड के रथ पर सवार,
जहाँ न मर्यादा की चिंता, न सत्य का विचार।
बिना आधार के आरोपों की बौछार,
क्या यही है आपके ‘राजनीतिक संस्कार’?
कृपा करके संगठन की गरिमा से खेलें नहीं,
यहाँ हर कार्यकर्ता है समय की कसौटी पर खरा।
अनुशासनहीनता की पराकाष्ठा मत छूओ,
वरना जनमानस का उत्तर भी होगा कटु और खरा।
हमने तो कोई नाम न लिया,
पर आपकी तिलमिलाहट ने राज़ खोल दिया।
शब्दों की धार सीधी जा लगी,
अभिमान की दीवारों में दरार सी दिखी।
आपकी दाढ़ी में तिनका खुद ही उजागर हुआ,
हर प्रतिक्रिया में बौखलाहट की पराकाष्ठा को छुआ।
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