Politalks.News/Rajasthan. जन जन की आस्था के केन्द्र रणथंभौर दुर्ग स्थित त्रिनेत्र गणेशजी मंदिर जाने वाले रास्ते पर भारी बारिश के बाद पत्थर गिरने से बाधित है. बताया जा रहा है कि 4 अगस्त को इस मार्ग पर ये चट्टानें आकर गिरी थी. अब इन चट्टानों को हटाने और मंदिर के दर्शनों का समय 4 घंटे किए जाने के विरोध में राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने आंदोलन की चेतावनी दी है.
राज्यसभा सांसद किरोड़ी मीणा ने कहा है कि, ‘सवाई माधोपुर का त्रिनेत्र श्रीगणेश मंदिर देश दुनिया की आस्था का केन्द्र है. सभी मांगलिक कार्य उनके दर्शनों के बाद ही पूरे होते हैं, जिला प्रशासन ने मंदिर में दर्शनों का समय 12 घंटे से घटाकर 4 घंटे कर दिया है, साथ ही मंदिर की परिक्रमा के रास्ते में बड़ी चट्टान गिरने से श्रद्धालुओं को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है’. सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मुख्य सचिव, जिला कलेक्टर, वन सचिव को गणेश मंदिर की परिक्रमा में पड़ी चट्टान को 17 अगस्त तक हटाने का अल्टीमेटम दिया है. किरोड़ी लाल मीणा ने कहा है कि, ‘यदि चट्टान नहीं हटाई जाती है तो वे खुद 18 अगस्त बुधवार को हजारों समर्थकों के साथ मंदिर पहुंचेंगे और आंदोलन करेंगे’. किरोड़ी मीणा ने मंदिर पूर्व की भांति 12 घंटे खोलने और चट्टानें हटवाने की मांग की है
बताया जा रहा है कि 10 दिन पहले हुई भारी बारिश से इस इलाके में नुकसान हुआ था. मंदिर मार्ग और परिक्रमा मार्ग में बड़ी चट्टानें गिर गई थी. इस बारे में मंदिर प्रबंधन और श्रद्धालुओं के द्वारा प्रशासन और वन विभाग को सूचना दी गई लेकिन किसी के कान पर जूं तक नहीं रैंगी है. प्रशासन सोता रहा और मुद्दा सवाईमाधोपुर से जयपुर पहुंच गया. अब राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इसको लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है. सवाई माधोपुर के विधायक दानिश अबरार ने खुद मौके पर जाकर हालात देखे और अधिकारियों को लताड़ भी लगाई है.
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दस दिन में भी प्रशासन जब गणेश मंदिर मार्ग से चट्टान नहीं हटा पाया तो विधायक दानिश अबरार भी मौके पर पहुंचे. अबरार ने माना कि लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए अब तक प्रशासन को सुरक्षा के प्रबंध करते हुए इसे हटा देना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जो गलत है. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से बात कर लोगों की परेशानी एवं भावना के प्रति बताया और कहा कि हर कीमत पर तुरंत प्रभाव से चट्टान को हटा कर मार्ग को चालू करवाओं. इसी प्रकार विधायक ने मौके से ही अमरेश्वर महादेव की राह को भी खोलने के लिए कहा. इस पर सार्वजनिक विभाग एवं वन विभाग के अधिकारियों ने तुरंत हटाने के लिए आश्वस्त किया.
राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीना ने इसे लोगों की आस्था पर प्रशासन का आघात बताते हुए चेतावनी दी है कि, ‘यदि 17 अगस्त तक मार्ग पर पूर्व की तरह भक्तों का आवागमन शुरू नहीं किया गया तो वे 18 अगस्त को हजारों लोगों के साथ चट्टान हटाओ त्रिनेत्र गणेश के दर्शन पाओ के आगाज के साथ कूच करेंगे’. लोगों की परेशानी के बाद भी जब जिला प्रशासन नहीं जागा तो यहां के सौ से ज्यादा लोग बसों एवं कारों से जयपुर पहुंचे और राज्य सभा सांसद डा. किरोड़ी लाल मीना को सारे मामले से अवगत करवाया. इस पर सांसद ने कलेक्टर से बात कर चेताते हुए कहा कि यह बर्दाश्त के बाहर है. किरोड़ी लाल मीणा के आंदोलन की चेतावनी देने के बाद प्रशासन हरकत में आया है यहां जेसीबी से चट्टानें हटाने के काम शुरू किया गया है.
स्थानीय लोगों के अनुसार भारी बारिश के बाद रणथंभौर की राह में चट्टान गिरने के बाद प्रशासन की ओर से खतरे को देखते हुए रास्ता बंद कर रखा है. वहीं दूसरी तरफ वे ही अधिकारी 4 घंटे के लिए उसी मार्ग से लोगों को गणेश मंदिर तक आने जाने की छूट दे रहे हैं. तो अधिकारी यह बताए कि बाकी समय चट्टान का खतरा कहां चला जाता है यह सब वन विभाग एवं प्रशासन को दोहरे चरित्र का परिचायक है.