अड्डा में जुटे 5 हजार गुर्जरों के बीच 5 घण्टे देरी से पहुंचे बैंसला ने चेतावनी के बाद खत्म की गुर्जर महापंचायत

बैंसला के फैसले से गुर्जरों का एक धड़ा नाखुश, बैंसला ने सरकार को चेतावनी दी कि वह आरक्षण को केन्द्र की 9वीं अनुसूची में शामिल करने तथा भर्तियों में पूरे 5 प्रतिशत आरक्षण का लाभ देने सहित सभी मांगों को मान ले नहीं तो हम गुर्जर एक नवंबर से जाम करेंगे राजस्थान

गुर्जर महापंचायत
गुर्जर महापंचायत

Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में गुर्जर आंदोलन के कारण खड़ा होने वाला संकट फिलहाल टल गया है. भरतपुर-बयाना के अड्डा गांव में आयोजित हुई गुर्जर महापंचायत में जुटे करीब 5 हजार गुर्जरों के बीच 5 घण्टे देरी से पहुंचे गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने एक घण्टे की मौजूदगी के बाद सरकार को बड़े आंदोलन का अल्टीमेटम देते हुए महापंचायत को खत्म कर दिया. किरोड़ी सिंह बैंसला ने राज्य सरकार को अक्टूबर अंत तक का समय देते हुए चेताया कि वह आरक्षण को केन्द्र की 9वीं अनुसूची में शामिल करने तथा भर्तियों में पूरे 5 प्रतिशत आरक्षण का लाभ देने सहित सभी मांगों को मान ले नहीं तो हम गुर्जर एक नवंबर से राजस्थान जाम करेंगे.

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बता दें, गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने ढाई साल बाद एक बार फिर बयाना के अड्डा गांव में शनिवार को महापंचायत बुलाई थी. महापंचायत का समय सुबह 11 बजे तक का दिया था लेकिन खुद कर्नल बैंसला शाम चार बजे सभा स्थल पर पहुंचे. वे एक घंटे मंच पर रहे और शाम पांच बजे आंदोलन के अल्टीमेटम के साथ खत्म भी हो गई. लेकिन किरोडी बैंसला की इस घोषणा से महापंचायत दो धड़ों में बंटी नजर आई. एक धड़ा यह चाहता था कि अभी आंदोलन का निर्णय टाल दिया जाए क्योंकि कोरोनाकाल चल रहा है साथ में फसल बुआई का समय भी है. वहीं युवाओं का एक वर्ग आज से ही आंदोलन शुरू करना चाहता था.

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गुर्जर नेता किरोडी सिंह बैंसला ने कोरोनाकाल के साथ ही फसल बुआई का समय होने का हवाला देते हुए कहा कि एक नवंबर तक पूरा हो जाएगा फसल बुआई का काम भी, तब तक सरकार ने नहीं मानी सभी मांगे तो पूरे राजस्थान में करेंगे बड़ा आंदोलन. हालांकि बैंसला की इस घोषणा से महापंचायत में आया एक धड़ा नाखुश नजर आया. उनका कहना था क्या इस बात का पहले से नहीं पता था कि अभी फसल बुआई का समय है और कोरोनाकाल भी है कि फिर अभी क्यों बुलाई महापंचायत, बात सिर्फ 15 दिन की ही थी, तो इस कोरोनाकाल मे महापंचायत भी बुलाई जा सकती थी 15 दिन बाद ही.

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वहीं आज हुई गुर्जर महापंचायत में अपेक्षानुसार बहुत कम संख्या में लोग पहुंचे. महापंचायत में जहां 20 हजार लोगों के आने का अनुमान बताया गया था, जिसके तहत इसमें 80 गांवों के लोगों को बुलाया गया था. वहीं प्रशासन का मानना था कि करीब पांच हजार लोग जुट सकते हैं और हुआ भी वही की महापंचायत में 5 हजार से ज्यादा लोग नहीं पहुंचे.

इधर राज्य सरकार ने देर रात कर्नल बैंसला से बातचीत के लिए आईएएस नीरज के पवन को विशेष दूत के तौर पर भरतपुर भेजा. शुक्रवार देर रात नीरज के पवन भरतपुर के एसपी और कलेक्टर के साथ हिंडौन सिटी स्थित कर्नल बैंसला के आवास पर पहुंचे. पवन ने कर्नल बैंसला को सरकार की तरफ से वार्ता के लिए न्योता दिया. बताया जा रहा है कि कल रात से ही नीरज के पवन फोन पर बैंसला के साथ लगातार सम्पर्क में थे.

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वहीं किसी भी तरह के खतरे की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने बयाना, बैर, भुसावर, रूपवास समेत कई जगहों पर शुक्रवार रात 12 बजे से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी थी. इसके साथ ही पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया तथा 2350 जवान तैनात कर दिए गए थे. बता दें, महापंचायत के समाय होने की घोषणा के कुछ देर बाद सभी जगहों की इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं.

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