महाराष्ट्र की राजनीति में औरंगजेब नाम का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. जब से विक्की कौशल की छत्रपति संभाजी की जीवनी पर आधारित फिल्म सिनेमा घरों में रिलीज हुई है, यह विवाद विकराल हो चला है. प्रदेश की विधानसभा में समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी पहले ही इस मुद्दे पर बयान देकर विवादास्पद माहौल पैदा कर चुके हैं. विवाद बढ़ा तो यू टर्न लेते हुए माफी भी मांग ली लेकिन मौजूदा सत्र से निष्काषन झेलना पड़ा. अब मुगल बादशाह औरंगजेब का महिलामंडन करते हुए उन्होंने फिर से एक नया विवाद खड़ा कर दिया है.
सपा विधायक ने मीडिया को दिए गए साक्षात्कार में कहा कि मैं औरंगजेब को क्रूर शासक नहीं मानता और जो लोग दावा कर रहे हैं कि छत्रपति संभाजी महाराज और औरंगजेब के बीच हिंदू-मुसलमान की लड़ाई थी, वे झूठ बोल रहे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि मैंने इतिहास में पढ़ा है कि औरंगजेब सेक्युलर था. उनके प्रशासन में 34% हिंदू थे. मुंबई में इतिहास के प्रोफेसर राम पुण्यानी ने भी ये बातें कही हैं. मैं कॉन्ट्रोवर्सी नहीं चाहता था. उम्मीद नहीं थी कि इतनी छोटी बात को इतना तूल दे दिया जाएगा.
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प्रदेश की राजनीति को धर्म का अमली जामा पहनाते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में हमारी पार्टी के सिर्फ दो विधायक हैं और दोनों मुसलमान हैं. हमारी बात पर रोक टोक की जाती है. हम बजट पर बोलते हैं तो हमारी नहीं सुनी जाती. अपने पिछले बयान पर भी स्पष्टीकरण देते हुए उन्होंने कहा कि मैंने माफी नहीं मांगी है. इतना विवाद हो गया, तो मैंने कहा कि मैं बयान वापस लेता हूं. क्या मैं मार खाने लगूं? लोग मुझे गाली दे रहे हैं, मुझे विधानसभा से सस्पेंड कर दिया गया. मुझे फोन करके धमकियां दी जा रही हैं, इसलिए मैंने कहा कि मैं अपनी बात वापस लेता हूं.
औरंगजेब की महीमा का खुलकर बखान
शासक तो सभी क्रूर होते हैं. लड़ाई होती है, तो जो भी सामने आता है, उसे घोड़े पर चढ़कर तलवार से मारते हैं. हाथी से कुचल देते हैं. औरंगजेब के बारे में ये भी कहानी मिलती है कि बनारस में रहने वाली शकुंतला से वहां का कोतवाल जबरदस्ती शादी करना चाहता था. उस लड़की ने शिकायत की, तो औरंगजेब दिल्ली से आए और कोतवाल को दोनों पैरों से फाड़ दिया. उन्होंने सुनिश्चित किया कि मुसलमान के राज में किसी हिंदू के साथ गलत न हो. ऐसी बहुत सारी कहानियां हैं.
आजमी ने आगे कहा कि हम खुद भी छत्रपति शिवाजी महाराज का बहुत आदर करते हैं. वे सेक्युलर इंसान थे. उनकी हुकूमत में मुसलमानों को बहुत सम्मान मिला. उनका सिपहसालार, नेवी कमांडर सब मुस्लिम थे. हम असेंबली में खड़े होकर उनके लिए अच्छी बात बोलते हैं.
योगी और शिंदे पर साधा निशाना
सपा विधायक ने कहा कि हमने कौन सी ऐसी बात कह दी कि वो (योगी आदित्यनाथ) हमारा इलाज कर देंगे. यहां पर भी उन्हीं की सरकार है. इलाज तो इन्होंने मेरा कर ही दिया है. विधानसभा सत्र से सस्पेंड कर दिया. मेरे खिलाफ FIR दर्ज कर दी. सदन में डिप्टी चीफ मिनिस्टर कहते हैं कि मैं आतंकवादी हूं. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अबू आजमी UP आएं, तो हम उनका इलाज कर देंगे.
वहीं प्रदेश के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के देशद्रोही कहने पर उन्होंने कहा कि ये सिर्फ वोटों की राजनीति है. हां, मेरे साथ ज्यादती हुई है. जिन लोगों ने औरंगजेब के बारे में ये इतिहास लिखा है, उन्हें बैन क्यों नहीं किया जा रहा. मैं तो लिखा हुआ इतिहास पढ़ रहा हूं, इस वजह से मेरे साथ ऐसा हो रहा है. ये तो गलत है. उन्होंने ये भी कहा कि 2014 के बाद से हिंदू और मुस्लिम के बीच खाई खोदने, उन्हें बदनाम करने की कोशिश हो रही है. मुसलमानों को इस देश में अलग-थलग करना है और उन्हें बेइज्जत करने की कोशिश हो रही है. गौरतलब है कि अबू आजमी को 1993 मुंबई बम ब्लास्ट के आरोपों में गिरफ्तार भी किया जा चुका है. हालांकि एक साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया था. हाल में औरंगजेब की तारीफ करने पर अबू आजमी को विधानसभा में बजट सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया है.