पंचायतीराज चुनाव के नतीजों से स्पष्ट है कि राजस्थान के किसान मोदी सरकार के साथ हैं: अरूण सिंह

मोदी सरकार किसानों को आश्वस्त कर चुकी है कि एमएसपी थी, है और हमेशा रहेगी, 10 दिन में सम्पूर्ण किसान कर्जामाफी का वादा किया था अब गहलोत कब करेंगे राजस्थान के किसानों के साथ न्याय, गहलोत के शासन में जंगलराज से किसान, युवा और महिलाएं परेशान- अरूण सिंह

राजस्थान के किसान मोदी सरकार के साथ हैं: अरूण सिंह
राजस्थान के किसान मोदी सरकार के साथ हैं: अरूण सिंह

Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश प्रभारी बनने के बाद राजस्थान आए बीजेपी नेता अरुण सिंह ने कृषि कानूनों की पैरवी करते हुए कहा कि यह कानून किसानों के पक्ष में हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री ने इन कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को लेकर विरोधियों पर निशाना साधा है. अरुण सिंह ने दावा करते हुए कहा कि देश के किसानों का बड़ा वर्ग मोदी सरकार के साथ है और किसान कानून का समर्थन कर रहा है. उन्होंने कांग्रेस पर आंदोलन के लिए किसानों को बरगलाने आरोप लगाया है. इसके साथ ही अरुण सिंह ने प्रदेश की गहलोत सरकार पर भी जमकर हमला बोला.

राजस्थान में जंगलराज है कानून व्यवस्था ठप्प है

बीजेपी प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि अभी जहां पर भी चुनाव हो रहे है, वहां कांग्रेस का सुपड़ा साफ हो रहा है, लद्दाख में हिम डवलबमेंट काउंसल का चुनाव हुआ, वहां कांग्रेस का सुपड़ा साफ हो गया, बिहार में भी पुनः एनडीए की सरकार बनी है और कांग्रेस की स्थिति धीरे-धीरे पूरे देश में दयनीय होती जा रही है और राजस्थान में भी यही स्थिति है कि राजस्थान की स्थिति में तो चारों ओर हाहाकार की स्थिति है. युवा बेहाल हैं, महिलाएं परेशान और किसान की हालत भी खस्ता है. यहां जंगलराज है, कानून व्यवस्था पूरी तरह ठप है.

अरुण सिंह ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अपने वादे यह सरकार पूरी नहीं कर पाई, युवा बेरोजगारी भत्ते का इंतेजार कर रहे हैं. बिजली के दाम नहीं बढ़ाने की बात कही थी, क्यों बढ़ते जा रहे हैं बिजली के दाम. अपराधियों का तो यह बोलबाला है कि करौली जिले के पुजारी को जिन्दा जला देना, अलवर में सैल्समैन को डीप फ्रिजर में रखना, अभी हाल ही में दुल्हा-दुल्हन को सरेआम गोली मार देना, महिलाओं पर लगातार अत्याचार करते रहना, इस प्रकार की प्रदेश में स्थिति है, कानून व्यवस्था इस सरकार की प्राथमिकता ही नहीं है.

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किसान कर्जमाफी को लेकर अरुण सिंह ने कहा कि किसानों का सम्पूर्ण कर्जमाफी का वादा कर राज्य की सत्ता में आई कांग्रेस किसानों के साथ धोखेबाजी कर रही है, राहुल गांधी ने भी कई बार बोला था कि 10 दिन में कर्जामाफ करेंगे, लेकिन सरकार के दो साल पूरे होने पर भी गहलोत सरकार ने किसानों का कर्जा माफ नहीं किया है.

‘कांग्रेस दे रही किसान आंदोलन को हवा’
अरूण सिंह ने कहा कि मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को देखें तो पहले साॅयल हेल्थ कार्ड लाना, नीम कोटेड यूरिया लाकर यूरिया की कालाबाजारी को रोकना, फसल बीमा योजना के अन्तर्गत अधिक से अधिक लोगों का बीमा कराना, जो 50 प्रतिशत खराबा होने पर ही बीमा मिलता था, अब उन्हें 33 प्रतिशत खराबे पर बीमा राशि मिलना, एमएसपी वृद्धि करना, किसान के लिए अन्य-अन्य प्रकार के योजनाएं लाना, देशभर में 10 हजार एफपीओ का गठन करना और एक लाख करोड़ रूपये खर्च होगा, जिससे किसान सशक्त हो, किसान मजबूत होगा और कृषि क्षेत्र में और निवेश आयेगा. यह बात मोदी सरकार किसानों को स्पष्ट कर चुकी है कि एमएसपी थी, है और रहेगी, लेकिन कांग्रेस किसानों को गुमराह करने का षडयंत्र कर रही है.

अरुण सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन में हमारी सरकार किसानों से खुले मन से बात कर रही है. सिंह ने कहा कि किसानों से सरकार की 6 बार वार्ता हो चुकी है. लेकिन उन्हें बरगलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि किसान जानता है कि देश की आजादी के बाद कोई सरकार पहली बार किसानों के बैंक खाते में 6 हजार रुपए डाल रही है. अरुण सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के समय खरीद छह गुना बढ़ी है और सरकार ने एमएसपी (MSP) की राशि को भी लागत से डेढ़ गुना तक बढ़ाया है. सिंह ने कहा कि फसल योजना के तहत यूरिया की कालाबाजारी को रोकने और अधिक से अधिक किसानों का बीमा करवाने पर जोर दिया गया है.

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मोदी सरकार की कृषि क्षेत्र की उपलब्धियां गिनाते हुए अरुण सिंह ने कहा कि किसानों को सस्ते दामों पर ऋण उपलब्ध करवाया गया है, जिससे किसान सशक्त हो रहे हैं. अरुण सिंह ने कहा कि नए कृषि कानूनों से किसान जहां ज्यादा दाम मिलेगा वहीं पर फसल बेच सकेगा. जबकि कांट्रेक्ट फार्मिंग में किसान की जमीन गिरवी नहीं रखी जाएगी. उन्होंने कहा कि एमएसपी बढ़ाने की बात हो एवं स्वामीनाथन आयोग की बात मानने का काम किया है, तो मोदी सरकार ने किया है. लागत से 1.5 गुणा दाम बढ़ाकर एमएसपी पर खरीद मोदी सरकार कर रही है, जो किसानों की आर्थिक उन्नति के लिए ऐतिहासिक फैसला है. अरुण सिंह ने कहा कि उदाहरण के तौर पर यूपीए सरकार में गेहूं की एमएसपी 1400 रूपये एवं वर्तमान भाजपा सरकार में 1975 रूपये है, चना यूपीए सरकार में 3100 रूपये एवं वर्तमान में 5100 रूपये है, यदि हम एक-एक करके देखें.

वहीं हाल ही में प्रदेश में हुए पंचायत चुनाव के नतीजों पर खुशी जताते हुए नए प्रदेश प्रभारी आएं सिंह ने कहा कि राजस्थान के किसानों ने भी प्रधानमंत्री को समर्थन दिया है. 21 में से 14 जिला परिषद में बीजेपी के जिला प्रमुख बने हैं. उन्होंने कहा कि जो भी चुनाव हो रहे हैं उनमें कांग्रेस का सूपड़ा साफ साफ हो रहा है. शहरी निकायों के चुनावों को लेकर पूछे सवाल पर अरुण सिंह ने पार्टी के नजरिये से जवाब दिया. उन्होंने कहा कि इन चुनावों में जनता ने कांग्रेस के पार्षदों से ज्यादा निर्दलीय और बीजेपी के पार्षदों को जिताया है. बीजेपी प्रदेश प्रभारी ने कहा कि यह नतीजे कांग्रेस के खिलाफ़ जनता की धारणा को साफ तौर पर साबित करते हैं.

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पहले खुद का घर संभालें कांग्रेस’
प्रदेश कांग्रेस की अंदरूनी गुटबाजी पर अरुण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को बीजेपी पर आरोप लगाने से पहले अपने ‘घर’ को बचाना चाहिए. उनके घर में कोहराम मचा हुआ है. प्रदेश में सरकार गिराने के बीजेपी पर लगते आरोपों पर प्रभारी सिंह ने कहा कि वो कभी भी नहीं चाहते कि कोई सरकार गिरे. लेकिन वो अपने ही कारणों से गिर रही हो तो बीजेपी पर दोष लगाना भी सही नहीं है.

पूर्ववर्ती सरकार की योजनायें बंद कीं
अरुण सिंह ने कहा कि सरकार को राजनीति से ऊपर उठते हुए पूर्ववर्ती सरकार के काम को आगे बढ़ाना चाहिए. लेकिन यहां पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार की महत्वाकांक्षी भामाशाह योजना को बंद कर दिया गया. सिंह ने कहा कि राज्य सरकार जनविरोधी फैसलों से लोगों पर कुठाराघात करने का काम कर रही है. जबकि बीजेपी ने हमेशा ही सुशासन दिया है.

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