Politalks.News/MP/Farmers Protest. कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन के बीच मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार में कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसानों को लेकर विवादित बयान दिया है. किसान सम्मेलन से एक दिन पहले उज्जैन पहुंचे मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने प्रदर्शनकारी किसानों को ‘सांप, बिच्छू, नेवले व कुकुरमुत्ते’ तक कह दिया. इसके साथ ही, पटेल ने किसानों को एंटी-नेशनल भी बताया है. उधर दिल्ली की सभी बोर्डर्स पर जारी किसान आंदोलन के 19वें दिन आज सभी किसान भूख हड़ताल पर रहे. बता दें सरकार इन कानूनों को किसानों के हित में बता रही है, जबकि किसान संगठन इसे वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं.
किसान सम्मेलन में भाग लेने उज्जैन पहुंचे मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि, ‘आंदोलन करने वाले किसान अचानक सांप, बिच्छू, नेवले और कुकुरमुत्ते की तरह पनप आए हैं, जैसे बाढ़ आती है और बाढ़ में जब पानी बहुत ज्यादा हो जाता है तो सांप, बिच्छू, गोयरा, नेवला जितने भी तरह के जानवर हैं, एक पेड़ पर चढ़ने लगते हैं और जान बचाने के लिए एक साथ एकत्रित होने लगते हैं. इसी प्रकार देश भर में विकास की और मोदी जी की बाढ़ आई हुई है. सारा विपक्ष उसमें बह रहा है सब एकत्रित हो गए और विरोध कर रहे हैं, गुमराह कर रहे हैं.’ गौरतलब है कि कृषि मंत्री कमल पटेल बीजेपी के किसानों से संवाद कार्यक्रम के तहत उज्जैन में एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे, इस दौरान पटेल ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को एंटी-नेशनल भी कहकर भी संबोधित किया.
यह भी पढ़ें: कमलनाथ के राजनीति से सन्यास लेने के सम्बन्धी बयान के बाद गर्माई एमपी कांग्रेस की सियासत
बता दें, कृषि कानूनों के प्रति जन जागरूकता लाने के लिए भाजपा मध्य प्रदेश में मंगलवार से संभागीय स्तर पर दो दिवसीय किसान सम्मेलन आयोजित करेगी और उसके बाद जिले, मंडल एवं गांव-गांव में चौपाल लगाएगी. इसको लेकर मंत्री कमल पटेल ने कहा कि 15 दिसंबर को भोपाल और उज्जैन में किसान सम्मेलन है. इसे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा संबोधित करेंगे. पटेल ने बताया कि 16 दिसंबर को प्रदेश के अन्य संभागों जबलपुर, ग्वालियर, रीवा, सागर और इंदौर में किसान सम्मेलन आयोजित होंगे, जिन्हें मुख्यमंत्री चौहान, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शर्मा और केन्द्रीय मंत्री संबोधित करेंगे.