Politalks.News/Delhi. मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 90वीं इंटरपोल महासभा का शुभारंभ किया. इंटरपोल महासभा की बैठक में 195 इंटरपोल सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडल शामिल रहे. इसमें मंत्री, देशों के पुलिस प्रमुख, राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के प्रमुख और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी शामिल हैं. इंटरपोल महासभा की बैठक में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने के लिए 2 प्रतिनिधिमंडल भी आए हैं. इसमें पाकिस्तान समेत 195 इंटरपोल सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडल हिस्सा ले रहे हैं. इस बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवाद के प्रति अपना कड़ा रूख बरक़रार रखा. पीएम मोदी ने कहा कि, ‘आतंक के खिलाफ विश्व को एकजुट होना होगा. आतंकवाद, ड्रग कार्टेल, अवैध शिकार करने वाले गिरोहों या संगठित अपराधों के लिए कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं होना चाहिए.’
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में 25 साल बाद इंटरपोल की जेनरल असेंबली बैठक हुई. मंगलवार को पीएम मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फीता काटकर इस बैठक का शुभारंभ किया. इस बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि, ‘विविधता और लोकतंत्र को कायम रखने में भारत दुनिया के लिए एक केस स्टडी है. पिछले 99 सालों में इंटरपोल ने 195 देशों में विश्व स्तर पर पुलिस संगठनों को जोड़ा है. यह कानूनी ढांचे में मतभेदों के बावजूद है. भारत संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में अहम भूमिका निभाने वाला देश है और आजादी से पहले भी हमने दुनिया को बेहतर बनाने के लिए कुर्बानियां दी हैं. भारतीय पुलिस बल 900 से अधिक राष्ट्रीय और 10,000 राज्य कानूनों को लागू करता है.’
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आतंकवाद का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, ‘जब खतरे ग्लोबल हों तो प्रतिक्रिया किसी भी कीमत पर लोकल नहीं हो सकती. आतंकवाद, ड्रग कार्टेल, अवैध शिकार करने वाले गिरोहों या संगठित अपराधों के लिए कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं होना चाहिए. यह उचित समय है कि दुनिया को इन खतरों को हराने के लिए एक साथ आना चाहिए. एक सेफ और सिक्योर दुनिया हमारी साझा जिम्मेदारी है. जब अच्छी ताकतें सहयोग करती हैं, तो अपराध की ताकतें काम नहीं कर सकती हैं. विविधता और लोकतंत्र को कायम रखने में भारत दुनिया के लिए एक केस स्टडी है. पिछले 99 वर्षों में इंटरपोल ने 195 देशों में विश्व स्तर पर पुलिस संगठनों को जोड़ा है और यह कानूनी ढांचे में मतभेदों के बावजूद है.’
इंटरपोल महासभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि, ‘जलवायु से जुड़े लक्ष्यों से लेकर कोविड के टीके तक, भारत ने किसी भी संकट में नेतृत्व करने की इच्छा प्रदर्शित की है. ऐसे वक्त में जब राष्ट्र, समाज सिर्फ अपना हित देखने वाले बनते जा रहे हैं वहीं भारत और व्यापक अंतरराष्ट्रीय सहयोग की बात कर रहा है. हम स्थानीय हितों के लिए वैश्विक सहयोग का आह्वान करते हैं.’
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यहां आपको ये बताना जरूरी है कि महासभा, इंटरपोल का सर्वोच्च शासी निकाय है और साल में इसकी एक बार बैठक होती है. इस बैठक में इंटरपोल के कामकाज की समीक्षा की जाती है और महत्वपूर्ण फैसले भी लिए जाते हैं. माना जा रहा है कि आज हुई इस बैठक में वित्तीय अपराधों और भ्रष्टाचार के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी.